नई दिल्ली: देश में कोविड (Corona Cases In India) के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ते खतरे के बीच गौतमबुद्ध नगर से एक खबर चर्चा में बनी हुई है जिसको सुनकर आप पूरी तरह से हैरान हो जाएंगे। जानकारी के मुताबिक बीते 21 नवंबर से जिले में कुल 3187 यात्री विदेशों से लौट चुके हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 90 लोगों की कोविड (Covid Cases In India) जांच की गई है। यही हाल पड़ोसी जिले गाजियाबाद के रहने वाले लोगों का हो चुका है। यहां भी 2362 यात्रियों (Passengers) में से सिर्फ 367 की जांच हुई है। अधिकारियों का मानना है कि इस धीमी रफ्तार के पीछे खुद लोग ही जिम्मेदार माने जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि टेस्टिंग (Corona Testing) की इस धीमी रफ्तार की वजह खुद यात्री ही माने जा रहे हैं, जो जांच कराने में लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं। मामले को लेकर जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने जानकारी दिया है कि सरकार की गाइडलाइन (Corona Guidelines) के मुताबिक ‘ऐट रिस्क’ कैटेगरी वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन के बाद टेस्टिंग करवाना जरुरी है।
वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अभी हाल में ही हमें लखनऊ से आदेश मिल चुका है कि अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन का क्वारेंटीन पीरियड (Quarantine Period) खत्म होने के बाद टेस्टिंग करवाने के नियम का पालन किया जाए।
टेस्टिंग की इस रफ्तार पर सीएमओ (CMO) ने बताया कि जांच के लिए लोग तैयार नहीं हुए हैं, फिर भी हम उन्हें काउंसल करके कोविड टेस्ट के लिए कोशिश हो रही है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कई ऐसे भी यात्री हैं जिनको ट्रेस किया जाना बेहद जरुरी है।
कोविड टेस्टिंग को लेकर गाजियाबाद (Ghaziabad) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दिया है कि वे शुरू से ही सभी देशों से आने वाले यात्रियों की जांच करने वाले प्लान के अनुसार ही काम कर रहे हैं.