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दो पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार,भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी भेज रहे थे ISI को

Ghaziabad News

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Ghaziabad News :  गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। टेरर फंडिंग के मामले में एटीएस ने गाजियाबाद और रामपुर से पकड़े गए जासूसों के नाम अमृत गिल और रियाजुद्दीन है।ये दोनो जासूस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भारत की खुफिया जानकारी भेजते थे और इसके बदले उन्हें मोटी से रकम प्राप्त होती थी।

पाकिस्तानी एजेंसी को खुफिया संवेदनशील जानकारी देने वाले दो जासूस गिरफ्तार

टेरर फंडिंग के मामले में गाजियाबाद-रामपुर से दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए रियाजुद्दीन और अमृत गिल पाकिस्तान को खुफिया जानकारियां भेजते थे और उनके बैंक खातों में 70 लाख से अधिक रकम जमा हुई थी।

एटीएस का बड़ा खुलासा

गिरफ्तार किए रियाजुद्दीन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस ने लखनऊ के गोमती नगर थाने में रियाजुद्दीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर में बताया गया है कि रियाजुद्दीन आतंकी संगठन आइएसआई के लिए जासूसी करता था।। यह जासूस भारत के धार्मिक स्थल और सुरक्षा केंद्रों की लोकेशन की व अन्य जानकारी देने के काम में संलिप्त था। दूसरी ओर, रियाजुद्दीन के देशद्रोही कार्यकलापों में शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद से कस्बा फरीदनगर के लोगों में सनसनी फैल गई है। और फरीदनगर के लोगों का कहना है कि वह अक्सर चुप रहता था और कभी देश के खिलाफ कुछ नहीं बोलता था। पिछले दिनों रियाजुद्दीन के खाते में पाकिस्तानी फंडिंग का 70 लाख ट्रांसफर करने की खबरें आई थी जिसमे उसने खाता संचालन के लिए बिहार के इजहारुल हुसैन को जिम्मेदार बताया था. और शुरुआती जांच के बाद उसे छोड़ दिया गया था.

रियाजुद्दीन का खाता बिहार के इजहारुल हुसैन के नाम से चलाया जा रहा था

उसके खाते का संचालन पश्चिमी चंपारण बिहार के शिकारपुर भेड़ा भरावा निवासी इजहारुल हुसैन नामक व्यक्ति के जरिए किया जा रहा था। जांच एजेंसियों की ओर से कहा गया है कि रियाजुद्दीन आइएसआई के लिए देश में जासूसी कर रहा था। जिसके एवज में उसे मोटी रकम मिल रही थी पहले से आतंकी संगठनों के काम कर रहे इजहारुल और रियाजुद्दीन की मुलाकात राजस्थान में वेल्डिंग का काम करने के दौरान हुई थी। इसके बाद रियाजुद्दीन आइएसआई से जुड़ गया था। पिता अनवर की कस्बे में वेल्डिंग की दुकान है। एक साल पहले परिवार में विवाद होने के कारण वह घर छोड़कर हापुड़ जिले के पिलखुवा कस्बा में चला गया था और वहां खराद का काम करता था। और उसके पिता ने 70 लाख रुपए ट्रांसफर के दौरान यह भी कहा था की शुरुआत में जो उसके पास कुछ पैसे उसके खाते में जमा हुए थे तो उन्होंने यह खाता उसे बंद करवा दिया था।

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अमृत गिल के बारे में एटीएस का बड़ा खुलासा

पाकिस्तानी जासूस अमृत गिल पाकिस्तान को भारतीय सेना के टैंकों की सूचनायेँ भेजता था । एटीएस की छानबीन में खुलासा हुआ है कि मूल रूप से भटिंडा निवासी अमृत गिल पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट के संपर्क में था और भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी भेजता था। इसके बदले रियाजुद्दीन और इजहारुल की मदद से अमृत गिल को समय-समय पर पैसा भेजा जाता जाता था। इजहारुल बिहार की बेतिया जेल में बंद है। एटीएस अब उसको भी-वारंट पर यूपी लाकर पूछताछ करेगी।

गाजियाबाद में थाना भोजपुर क्षेत्र के फरीदनगर कस्बे का रहने वाला है रियाजुद्दीन

एटीएस की गिरफ्त में आया रियाजुद्दीन मूल रूप से गाजियाबाद में थाना भोजपुर क्षेत्र के फरीदनगर कस्बे का रहने वाला है। रियाजुद्दीन हापुड़ जिले के कस्बा पिलखुवा में वेल्डिंग का काम करता था। रियाजुद्दीन का केनरा बैंक के खाते में 70 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन हुई थी, जिसके बाद वह जांच एजेंसियों के निशाने पर आया था। कुछ दिनों पहले भी एटीएस ने रियाजुद्दीन से लंबी पूछताछ की थी.बठिंडा पंजाब का रहने वाला है अमृत गिल रामपुर में रह रहा था। एटीएस प्रवक्ता के मुताबिक, पकड़े गए आईएसआई एजेंट अमृत गिल उर्फ अमृतपाल सिंह भटिंडा, पंजाब का रहने वाला है, जबकि हाल के समय में वह रामपुर रह रहा था। वहीं, रियाजुद्दीन फरीदनगर (गाजियाबाद) का निवासी है। पूर्व में रियाजुद्दीन, इजहारुल व तीन अन्य आईएसआई एजेंटों के खिलाफ जांच शुरू हुई थी। इसमें पता लगा कि गाजियाबाद निवासी रियाजुद्दीन के बैंक खाते में मार्च-2022 से अप्रैल-2022 तक करीब 70 लाख रुपए आए थे। एटीएस द्वारा दोनों जासूस जांच के साथ निगरानी रखी जा रही है।
मीना कौशिक

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