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दो ट्रेनो को बीच रास्ते मे छोड़ कर चले गये लोको पायलट और गार्ड,यात्रियों ने किया हंगामा

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UP News : उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में लोको पायलेट और गार्ड ने गाड़ी आगे ले जाने से मना कर दिया। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। जानिये , लोको पायलट और गार्ड ने ट्रेन आगे ले जाने से क्यों मना कर दिया।

यह पूरा मामला उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिले के थाना रामनगर क्षेत्र के अंतर्गत बुढ़वल रेलवे स्टेशन का है । जहां बुधवार को एक चौका देने वाला मामला सामने आया है । सहरसा से नई दिल्ली जा रही एक ट्रेन जब बाराबंकी पहुची तो ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड ने ट्रेन को आगे ले जाने से मना कर दिया। ट्रेन के यात्रियों को इस बात की खबर हुई और ट्रेन नही चली तो यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरु कर दिया। जब रेलवे के अधिकारियों इस बात की खबर हुई तो उनके होश उड़ गये। इस घटना को लेकर घंटो अफरा-तफरी का माहौल बना रहा ।

यात्रियों ने किया हंगामा:

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बिहार से दिल्ली जा रही एक्सप्रेस  ट्रेन संख्या 04021 बाराबंकी-गोंडा एनईआर ट्रैक पर रामनगर थाने के बुढ़वल रेलवे स्टेशन पर बुधवार को 13.15 बजे पहुंची। जबकि इस ट्रेन का वहां कोई स्टॉप नहीं होने के बावजूद प्लेटफॉर्म नंबर 3 और 4 के बीच ट्रैक पर ट्रेन चालक ट्रेन खड़ी करके चला गया। यात्रियों ने करीब 4 घंटे इंतजार किया । जब उनके सब्र का बांध टूट गया। और यात्रियों ने लखनऊ बरौनी ट्रेन के सामने रेलवे ट्रैक जाम कर हंगामा शुरू कर दिया। आरपीएफ ने यात्राओं को समझाने का प्रयास किया।लेकिन स्थिति बिगड़ते देख रामनगर थाने को सूचना दी गई।

ड्राइवर ने ड्यूटी पूरी हो जाने की वजह से ट्रेन आगे ले जाने से किया इंकार 

रेलवे स्टेशन पर हो रहे इस हंगामे को लेकर स्टेशन मास्टर का कहना है कि ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो जाने की वजह से वह ट्रेन आगे ले जाने से इनकार कर दिया और ट्रेन छोड़कर चला गया । दरअसल, इनका कहना था कि 12 घंटे की उनकी ड्यूटी पूरी हो चुकी है। स्टेशन मास्टर ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस फोर्स यात्रियों को समझाने मे लगी ही थी की एक और ट्रेन बरौनी से चलकर लखनऊ तक जाने वाली बीजू लखनऊ एक्सप्रेस संख्या 15203 प्लेटफार्म नंबर 4 पर 16.04 बजे आकर रुक गायी । सभी सहरसा के यात्री रेलवे प्रशासन से इस ट्रेन से जाने के लियें बातचीत करने लगे। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ की सुन कर यात्रियों के होश उड़ गये। उस दूसरी ट्रेन के लोको पायलेट और गार्ड ने भी अपनी ट्रेन आगे ले जाने से इंकार कर दिया। फिर ये सूचना कंट्रोल रुम को दी गयी।

वहीं दूसरी तरफ यात्रियों का कहना है की यदि ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो चुकी थी तो दूसरे ड्राइवर को ट्रेन आगे ले जाने के लिए भेजना चाहिए था।

कुछ समय उपरांत रेलवे प्रशासन ने लखनऊ से लोको पायलट और गार्ड्स भेजे। इसके बाद सहरसा की ट्रेन को 16.50 बजे रवाना किया गया और बरौनी से लखनऊ जाने वाली ट्रेन को 17.46 बजे रवाना किया गया।

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रेलवे के ड्यूटी आवर्स:

NER के डीआरएम के पीआरओ महेश गुप्ता ने बताया की लोकों पायलट के ड्यूटी आवर्स तय है । दस घंटे के बाद दूसरे लोको पायलट और गार्ड रिलीव करतें हैं । लोको पायलट ने अपने आप को असहज महसूस किया उनको लगा की ट्रेन आगे ले जाना सुरक्षा के द्रष्टिकोण से ठीक नहीं है । इसी कारण वे ट्रेन आगे नहीं ले गयें ।

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