Jewar Airport : ग्रेटर नोएडा (चेतना मंच)। ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की वजह से यहां की जमीन सोने से भी महंगी हो गई हैं। हवाई अड्डे की जद में आने वाले गांव की भूमि अर्जन का लाभ उठाने के लिए ग्रामीण अब जमकर अवैध अतिक्रमण कर रहे हैं। प्राधिकरण व प्रशासन द्वारा तमाम उपाय किए जाने के बावजूद भी ग्रामीण अवैध रूप से निर्माण में लगे हुए हैं। क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा करौली बांगर गांव में अवैध निर्माण करने वाले ऐसे ही 7 ग्रामीणों के खिलाफ थाना जेवर में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
Jewar Airport
क्षेत्रीय लेखपाल प्रतु पाठक ने थाना जेवर में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताएं कि अर्जन अधिनियम-2013 की धारा 11 बीते 18 नवंबर 2022 को लग चुकी है। इसके बावजूद भी मुआवजे का अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से नव निर्माण किया जा रहा है। पूर्व में भी प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव का दौरा कर ग्रामीणों को अवैध निर्माण न किए जाने के लिए कहा था। इसके बावजूद भी कुछ ग्रामीण चोरी छुपे नवनिर्माण कर रहे हैं। क्षेत्रीय लेखपाल ने ग्राम नगला हुकुम सिंह निवासी राजकुमार, पुष्पेंद्र, राजीव कुमार, संजीव कुमार जगजीत पुत्र श्योवीर सिंह, धीरेंद्र, वीरेंद्र पुत्र रतन सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
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बता दें कि जेवर में बना रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए बड़े पैमाने पर आसपास के गांव की जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा धारा-11 की कार्रवाई की जा चुकी है। किसानों को कृषि योग्य भूमिका मुआवजा दे दिया गया है। जबकि बने हुए मकानों की कीमत का आंकलन किया जा रहा है। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण व प्रशासनिक टीम लगातार कार्य कर रही है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जद में आने वाले गांव के मकान का मुआवजा उठाने के लिए कुछ ग्रामीण सक्रिय हो गए हैं। अधिक मुआवजा पाने के लिए ग्रामीण चोरी-छुपे अपनी जमीनों पर निर्माण कर रहे हैं जबकि यहां निर्माण पर रोक लगाई जा चुकी है।
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