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नोएडा हिन्‍दी खबर, 15 नवंबर के अखबारों से, एक साथ पढ़ें

Noida News:

Noida News: नोएडा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। हर कोई नोएडा के विषय में जानना चाहता है। यहां नोएडा के प्रतिदिन के सभी समाचार अखबारों के हवाले से हम समाचार प्रकाशित करते हैं। नोएडा शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में 15 नवंबर को क्या खास समाचार प्रकाशित हुए हैं यहां एक साथ पढऩे को मिलेंगे।

Hindi News:

समाचार अमर उजाला से

अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “नहीं चल पाएंगे 10 हजार वाहन, 130 से ज्यादा सड़कों के निर्माण पर रोक” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (ग्रैप) के स्टेज-तीन लागू होने के बाद जिले में 10 हजार से अधिक बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल श्रेणी के वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लागू होगा जाएगा। शुक्रवार सुबह आठ बजे से अगले आदेश तक ऐसे वाहनों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लागू रहेगी। वहीं इसका असर नोएडा-ग्रेनो प्राधिकरण के कार्यों पर भी पड़ेगा। दोनों शहर में 130 से ज्यादा सड़क निर्माण परियोजनाओं पर रोक लग जाएगी। ग्रैप स्टेज-3 हटने के बाद ही यहां निर्माण कार्य होगा। वहीं, एयरपोर्ट, अस्पताल, एलिवेटेड रोड और एसटीपी की परियोजना को छोड़कर करीब-करीब सभी जगह जारी निर्माण कार्य बंद हो जाएंगे। हालांकि मकानों के निर्माण में आंतरिक स्तर पर काम जारी रहेगा। इसके अलावा जहां काम करने की छूट मिली है। वहां भी ग्रैप के नियमों का पालन करना होगा।

एनजीटी के आदेश को देखते हुए परिवहन विभाग ने इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली थी। जिले में 10.50 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इनमें से बीएस-3 पेट्रोल श्रेणी के वाहनों की संख्या 8182 है। वहीं बीएस-4 डीजल श्रेणी के वाहनों की तादाद 2662 हैं। ग्रैप स्टेज तीन के लागू होते ही आशंका को देखते हुए पविहन विभाग ने ऐसे वाहनों की सूची तैयार कर ली थी। विभाग की ओर से पंजीकरण की तय अवधि पूरा कर चुके वाहनों के मालिकों को फिर से नोटिस जारी कर संचालन नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई। वहीं, जिन वाहनों का प्रदूषण प्रमाण पत्र एक्सपायर हो चुका है उन्हें भी चेतावनी दी गई है। ऐसे वाहनों पर कार्रवाई के लिए प्रवर्तन की पांच टीमें तैनात कर दी गई।

Noida News:

अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “दुकान में मीट के लिए विवाद युवक की चाकू मारकर हत्या” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि सेक्टर-117 में मीट खरीदने गए कार चालक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। बृहस्पतिवार दोपहर मीट की दुकान पर विवाद के बाद आरोपी ने चालक मेरठ निवासी शहजाद (35) को दौड़ा- दौड़ा कर चाकू से वार किया। अधिक खून बहने से मौके पर ही शहजाद की मौत हो गई। चाकू मारने वाला आरोपी फरार हो गया। पुलिस की तीन टीमें आरोपी की तलाश कर रही हैं। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। बताया जा रहा है कि गमछा मांगने के विवाद में हत्या की गई थी। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

बृहस्पतिवार दोपहर करीब 2 बजे सेक्टर-117 में शहजाद मीट लेने गए थे। वहां पर उनके साथ एक और शख्स था। दोनों के बीच पहले मीट लेने को लेकर कहासुनी हो गई। आरोपी ने दुकानदार के हाथ से चाकू छीनकर शहजाद पर वार कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आरोपी ने शहजाद पर चाकू से कई वार किए। डीसीपी रामबदन सिंह के मुताबिक वारदात की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की टीम घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाश रही है। पुलिस के मुताबिक शहजाद पत्नी सलमा व तीन बच्चों के साथ सोरखा में रहते थे। घटना की सूचना मिलते ही उनके साले जाकिर मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि शहजाद आम्रपाली जोडियक में रहने वाली महिला की कार चलाते थे। धनतेरस पर वह बिना बताए कहीं चले गए थे। इसके बाद उनकी नौकरी छूट गई थी।

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Noida News: अमर उजाला ने 15 नवंबर 2024 के अंक में प्रमुख समाचार “एनबीसीसी ने किया 36 माह में काम पूरा करने का दावा”  शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि सुपरटेक की 17 परियोजनाओं का 36 माह में पूरा कराने का दावा नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) ने किया है। सितंबर में एनसीएलटी में समाधान प्रस्ताव जमा कराने के बाद इस पर काफी आपत्तियां आई थीं। इसमें नोएडा और ग्रेनो प्राधिकरण ने भी बकाये को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है। अब एनबीसीसी ने इन सभी आपत्तियों का जवाब दिया है। इसमें काम पूरे करने को लेकर सुझाव दिया गया है।

दरअसल, एनबीसीसी ने सात सितंबर को प्रस्ताव दिया था। इसके बाद इस प्रस्ताव पर घर खरीदारों, बैंकों, प्राधिकरणों की ओर से आपत्तियां व सुझाव दिए गए। इन आपत्तियों व सुझाव के आधार पर नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) में अपना जवाब दाखिल किया है। एनबीसीसी के मुताबिक 12 से 36 महीने की समय सीमा सभी 17 परियोजनाओं को एक साथ पूरा करने पर लागू होती है। इसके मुताबिक सबसे प्रमुख चिंता सुपरटेक लिमिटेड के घर खरीदारों को समय पर घर देना है। इसके अलावा निर्माण गुणवत्ता के उच्च मानकों को बनाए रखना सुनिश्चित करना है। एनबीसीसी ने घर खरीददारों की एनसीएलएटी में सुपरटेक परियोजनाओं के लिए फोरेंसिक ऑडिट की प्रार्थना का समर्थन किया है। घर खरीदारों को चिह्नित करने के लिए कोर्ट कमेटी की ओर से वेब पोर्टल पर दस्तावेजों के साथ आवंटन और भुगतान का विवरण अपलोड करने और आवंटियों को उचित आदेश जारी करने का भी सुझाव दिया है।

एनबीसीसी के मुताबिक घर खरीदारों से किए गए वादों को पूरा न करने के कारण सुपरटेक लिमिटेड को लेकर घर खरीदारों में भारी अविश्वास है। प्रोजेक्ट पूरा होने में लंबे समय से हो रही देरी के कारण ग्राहकों का सुपरटेक लिमिटेड में भरोसा खत्म हो गया है। एनबीसीसी का लक्ष्य घर खरीदारों में विश्वास बहाल करना, समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करना और वित्तीय और कानूनी जटिलताओं को हल करना है, जिससे घर खरीदने वालों और इसमें शामिल अन्य हितधारकों के हितों की रक्षा की जा सके। दूसरी ओर से सुपरटेक के सीएमडी आरके अरोड़ा ने बताया, मामले में एनबीसीसी के प्रस्ताव पर काफी आपत्तियां आई हैं। एनबीसीसी के प्रस्ताव से कई स्टेक होल्डर सहमत नहीं है। हालांकि इस पर अभी फैसला होना बाकी है।

समाचार दैनिक जागरण से

Noida News: दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में 15 नवंबर 2024 का प्रमुख समाचार “बिना आपरेशन ऐंठ लिए 45 हजार रुपये, बाईं की जगह दाईं आंख पर पट्टी बंधी होने से खुला राज” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि गामा एक स्थित आनंद स्पेक्ट्रम हास्पिटल में सात वर्षीय बच्चे की आंख का आपरेशन किए बगैर 45 हजार रुपये ऐंठ लिए गए। आपरेशन थिएटर से निकलने के बाद बीमारी से प्रभावित बाईं की जगह दाईं आंख पर पट्टी बंधी होने पर स्वजन को शक हुआ। उन्होंने बच्चे को दूसरे चिकित्सक को दिखाया तो फर्जीवाड़े का राजफाश हुआ। बच्चे के पिता ने मामले की मुख्य चिकित्साधिकारी और पुलिस को शिकायत दी है।

बीटा दो के नितिन भाटी ने बताया कि एक सप्ताह पहले सात वर्षीय बेटे युधिष्ठर की बाईं आंख से पानी आने लगा। उन्होंने इलाज के लिए आनंद स्पेक्ट्रम अस्पताल के डा. आनंद वर्मा को दिखाया। डाक्टर ने बाईं आंख के अंदर प्लास्टिक का महीन तिनका होने की जानकारी देते हुए कुछ दवा दी। उससे आराम नहीं मिलने पर 11 नवंबर को फिर से बेटे को डाक्टर के पास ले गए। डाक्टर ने आपरेशन करने की बात कही। 12 नवंबर को उनसे 45 हजार रुपये जमा कराए। बेटे को आपरेशन थियेटर में लेकर गए। डाक्टर की पत्नी आपरेशन थियेटर से करीब एक मिनट बाद ही बाहर निकल गई और बताया कि बेटे का सफल आपरेशन हो गया है। उन्हें मोबाइल में एक प्लास्टिक के टुकड़े का फोटो दिखाते हुए बताया गया कि आपरेशन करके यही निकाला गया है। उसके दो से तीन घंटे बाद बेटे की दाईं आंख में पट्टी बांध कर आपरेशन थियेटर से बाहर निकाला गया। वह उसे लेकर घर पहुंच गए। नितिन भाटी ने बताया कि उनकी मां यानि बच्चे की दादी बेटे को देखकर चौंक गईं। उन्होंने कहा कि बीमारी तो बाईं आंख में थी, पट्टी दाईं में क्यों बंधी हैं।

इस पर उन्हें भी शक हुआ। वह बेटे को वापस लेकर अस्पताल पहुंचे। डाक्टर से कहा कि बाईं की जगह दाहिनी आंख का आपरेशन क्यों कर दिया। उनका आरोप है कि डाक्टर व उनकी पत्नी ने बदतमीजी की। डिस्चार्ज समरी को फाड़ने की कोशिश की। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना देकर पुलिस बुला ली। स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने डाक्टर से पूछताछ की तो सामने आया कि जो प्लास्टिक के तिनके की फोटो मोबाइल पर दिखाई गई थी, वह 13 मई की दूसरे किसी की पुरानी फोटो थी। आरोपित डाक्टर व उनकी पत्नी ने पुलिस को उनके खिलाफ सीधे तौर पर कानूनी कार्रवाई नहीं करने के लिए चेताया। नितिन ने कहा कि पुलिस ने उन्हें मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत करने की सलाह दी। उसके बाद उन्होंने दूसरे नेत्र विशेषज्ञ को बेटे को दिखाया। नेत्र विशेषज्ञ ने जांच की तो पता चला कि बच्चे की किसी भी आंख का आपरेशन नहीं किया गया है। आंख में संक्रमण है, जिसे दवाई से ठीक किया जा सकता है। तब उन्हें पता चला कि आनंद स्पेक्ट्रम हास्पिटल में बेटे की आंख का आपरेशन किए बगैर 45 हजार रुपये ले लिए गए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को लिखित शिकायत कर डाक्टर पर कार्रवाई करके अस्पताल को सील करने की मांग की है।

Noida News: दैनिक जागरण के 15 नवंबर 2024 के अंक में अगला प्रमुख समाचार “मांस तस्करी मामलों की एडीएम करेंगे जांच” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि गौतमबुद्धनगर जिले में पिछले 15 दिन में गोवंश व मांस तस्करी के सामने आए तीन मामलों की जांच जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने एडीएम और डीएसपी को सौंपी है। इसके अलावा बरामद मांस के सैंपल की जांच मथुरा से बदल कर उत्तराखंड की लैब से कराई जा सकती है। बृहस्पतिवार को गऊ रक्षा हिंदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर व अन्य पदाधिकारियों की मांग पर जिलाधिकारी ने यह निर्देश दिए हैं।

हिंदू संगठनों के नेताओं ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर प्रार्थना-पत्र सौंपा। बताया कि गो सेवकों ने सबसे पहले दादरी टोल पर कंटेनर से ले जाया जा रहा मांस पुलिस से जब्त कराया था। जांच में पता चला था कि यह मांस पश्चिम बंगाल से दादरी स्थित कोल्ड स्टोरेज पर ले जाया जा रहा था। अगले दिन इसी कोल्ड स्टोरेज से करीब 300 टन मांस को शिफ्ट करने की तैयारी थी। गो सेवकों ने पकड़वा कर स्टोर सील करा दिया था। इसी सप्ताह मंगलवार को ग्रेटर नोएडा के पी 3 गोल चक्कर के पास से गोवंशों से भरा ट्रक बरामद हुआ था। इसमें 21 में से 13 गोवंशों की मौत हो चुकी थी। यह तीनों मामले गोवंश व मांस की तस्करी से जुड़े हैं। हिंदू दल के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से कहा कि मांस के सैंपल की जांच मथुरा स्थिति लैब भेजी गई है। उन्होंने आशंका जताई की तस्कर यहां पर सांठ-गांठ कर रिपोर्ट अपने बदलवा सकते हैं। ऐसे में इनकी जांच उत्तराखंड की लैब से कराई जाए। जिलाधिकारी ने बताया एडीएम और पुलिस विभाग के अफसरों को तीनों प्रकरण की जांच कर जल्द रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई होगी।

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