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सुनील पाल का ‘किडनैपिंग ड्रामा’! ऑडियो क्लिप वायरल होने पर क्या बोले कॉमेडियन?

Comedian Sunil Pal

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Comedian Sunil Pal : कॉमेडियन सुनील पाल लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। कॉमेडियन सुनील पाल ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के मेरठ में कुछ किडनैपर्स ने 24 घंटे तक बंदी बनाए रखा। किसी तरह वे अपनी जान बचाकर घर लौटे और अपनी आपबीती सुनाई। इस घटना के बाद सुनील पाल से जुड़ी एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें कुछ ऐसा सुनाई दे रहा है जिससे लोगों को लग रहा है कि उन्होंने खुद अपना अपहरण करवाया।

वायरल ऑडियो क्लिप पर सुनील का जवाब

सुनील पाल ने एक इंटरव्यू में इस क्लिप पर सफाई दी। उन्होंने बताया, “लोगों ने मुझे वह ऑडियो क्लिप भेजी है। आरोपियों ने मुझसे चालाकी से ऐसे सवाल पूछे ताकि मैं उनकी बातों में फंस जाऊं। उन्होंने मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। मैं डरा हुआ था और इसलिए चुप रहने का फैसला किया। अब उस क्लिप का इस्तेमाल मेरे खिलाफ किया जा रहा है।”

आरोपों पर सुनील का बयान

सुनील पाल ने बताया कि उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए यह सब किया। उन्होंने कहा, “मेरी फिल्म यह सब होने से एक दिन पहले ही थिएटर में रिलीज हो चुकी थी। मैं ऐसा क्यों करूंगा? यह सब मेरे परिवार को धमकाने के लिए किया गया था। अब मैंने पुलिस को हर कॉल और मैसेज की जानकारी दी है।”

ऑडियो क्लिप में क्या था?

ऑडियो क्लिप में सुनील पाल और किडनैपर्स के बीच बातचीत सुनी जा सकती है। इसमें सुनील किडनैपर्स को आश्वासन देते हैं कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया और पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। किडनैपर उनसे पूछता है कि उन्होंने अपनी पत्नी को इस बारे में क्यों नहीं बताया। इस पर सुनील कहते हैं कि उनके दोस्तों और साइबर क्राइम पुलिस के संपर्क में आने की वजह से उन्हें कुछ बताना पड़ा।

किडनैपिंग की घटना

यह घटना 2 दिसंबर को हुई जब सुनील पाल हरिद्वार में एक इवेंट में शामिल होने मुंबई से दिल्ली पहुंचे। इवेंट मैनेजर द्वारा भेजी गई गाड़ी से वे मेरठ होते हुए हरिद्वार जा रहे थे। मेरठ के एक ढाबे पर खाना खाने के दौरान तीन लोग उनके पास आए और फैन बताकर बातचीत शुरू की। इसके बाद उन्होंने एक लग्जरी कार दिखाने के बहाने उन्हें किडनैप कर लिया।

फिरौती की मांग

किडनैपर्स ने चार घंटे तक सुनील की आंखों पर पट्टी बांधकर उन्हें कार में घुमाया। उन्होंने फिरौती के लिए घर फोन करवाया। आरोपियों ने मेरठ में ज्वेलरी दुकानों से लाखों के जेवर सुनील पाल के नाम पर खरीदे और उनकी आईडी का इस्तेमाल किया।

आरोपियों की पहचान

मेरठ पुलिस ने घटना की जांच करते हुए 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और ज्वेलरी दुकानों से वीडियो कब्जे में ली। इसके बाद दो आरोपियों, लवी और अर्जुन कर्णवाल, की पहचान हुई जो बिजनौर के रहने वाले हैं।

पुलिस की मदद

सुनील पाल अब घर लौट आए हैं और उन्होंने पुलिस को सभी जरूरी सबूत सौंप दिए हैं। उन्होंने कहा, “अब मैंने लड़ने का फैसला किया है और पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहा हूं। आरोपियों ने मुझे फंसाने की कोशिश की है, लेकिन मैं सच्चाई के साथ खड़ा हूं।”

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