Site icon चेतना मंच

विधेयक पेश करते समय गडकरी, सिंधिया समेत कई सांसद रहे गायब

New Delhi News

New Delhi News

New Delhi News : लोकसभा में बीजेपी का चिरप्रतीक्षित वन नेशन-वन इलेक्शन विधेयक पेश किया गया, भले ही ये विधेयक पास हो गया हो लेकिन लेकिन वह दो तिहाई बहुमत नहीं जुटा पाया। वन नेशन-वन इलेक्शन विधेयक पेश करते वक्त भारतीय जनता पार्टी के 11 सांसद मौजूद नहीं थे। एनडीए सहयोगियों में जनसेना से बालासौरी गैरहाजिर थे। भाजपा के नितिन गडकरी और माधव राव सिंधिया सहित 11 सांसद इस बिल को पेश करते समय सदन में मौजूद नहीं थे। जल्द ही पार्टी इन सांसदों को नोटिस जारी करेगी। गैरमौजूदगी की रिपोर्ट आने के बाद पार्टी इनको लेकर आगे का फैसला करेगी।

सरकार जरूरी साधारण बहुमत भी नहीं जुटा पा रही

भाजपा के कई सांसदों के गायब रहने की वजह से जब वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पेश किया गया उस दौरान बिल के समर्थन में सिर्फ 269 वोट पड़े थे, जिसके बाद विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर का कहना है कि सरकार जरूरी साधारण बहुमत भी नहीं जुटा पा रही है तो फिर उसे दो तिहाई मत कैसे मिलेगा। यह केंद्र सरकार के बहुप्रतीक्षित और महत्वपूर्ण बिल के पेश होने पर उसके पार्टी के लोगों की बेरुखी का ही नतीजा था या अंदरखाने भाजपा में भी कुछ गड़बड़ चल रहा है यह देखना पड़ेगा। सबसे बड़ा सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है कि बिल पेश होने के एक दिन पहले ही सोमवार की शाम को पार्टी ने तीन लाइन का व्हिप जारी किया था। इसमें पार्टी ने अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा था।

ह्विप जारी होने के बाद भी गायब रहे ये सांसद थे

लोकसभा में इस बिल के पेश होते समय नितिन गडकरी जैसे दिग्गज नेताओं सहित जो नेता गायब रहे वे हैं। शांतनु ठाकुर, जगदंबिका पाल, बी वाई राघवेंद्र, गिरिराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, विजय बघेल, उदयराज भोंसले, भागीरथ चौधरी, जगन्नाथ सरकार और जयंत कुमार रॉय मौजूद नहीं थे। सबसे बड़ी बात यही है कि जब एक दिन पहले ह्विप जारी कर दिया गया था और सभी की उपस्थिति अनिवार्य की गई थी उसके बावजूद इन सभी सांसदों का गायब रहना बड़ी बात है। आगे पार्टी इनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करके इन्हें कसने का कार्य भी करेगी।New Delhi News

कानून मंत्री ने पेश किया था बिल

देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 और उससे जुड़े संघ राज्य क्षेत्र विधि (संशोधन) विधेयक, 2024 को लोकसभा के पटल पर कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने रखा। जिनका विपक्षी दलों ने पुरजोर विरोध किया। भाजपा के भी कई सांसद गायब रहे और उनके सहयोगी दल से भी एक सदस्य मतदान के समय मौजूद नहीं थी। हालांकि बिल 269 मत पाकर पास तो हो गया लेकिन दो तिहाई मत पाने के आंकड़े से कोसों दूर रहा। जिसका मलाल बीजेपी को सालता रहेगा।

खतरे में है सरकारी कर्मचारियों का भविष्य! उत्तर प्रदेश के 42 जिलों की…

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Exit mobile version