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New Noida- नए नोएडा का मास्टर प्लान हुआ तैयार, देखें कि प्राधिकरण ने क्या क्या बदलाव करवाए हैं

New Noida

नए नोएडा का मास्टर प्लान तैयार (PC- Zee news)

New Noida- प्राधिकरण ने बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के लगभग 80 गांवों को नए नोएडा (New Noida) में बसाने की तैयारी को और तेज़ कर दिया है। प्राधिकरण द्वारा नए नोएडा को बसाने की तैयारी की जा रही है। उम्मीद है कि नए नोएडा का यह प्रोजेक्ट 2031 तक बनकर के तैयार हो जाएगा। अभी बस इसका मास्टर प्लान लाने की तैयारी है।

एसपीए कर रही है नए नोएडा का प्लान तैयार;-

नोएडा का ये जो मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, ये स्कूल ऑफ प्लांनिग एंड आर्किटेक्चर कंपनी (एसपीए) के द्वारा तैयार किया जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण ने यह ज़िम्मेदारी कंपनी को सौंपी है। जब यह कंपनी मास्टर प्लान को पेश करेगी उसी के बाद प्राधिकरण इस मास्टर प्लान को शासन के सामने और एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की मीटिंग में प्रस्तुत करेगा।

एक महीने के अंदर नई रिपोर्ट लाने की है तैयारी;-

नए नोएडा (New Noida) को बसाने की तैयारी बहुत तेजी से चल रही है। इसको 4 फेज में बनाया जाएगा। इसके लिए जिस कंपनी को मास्टर प्लान बनाने की जिम्मेदारी दी गई है, उसने पहले ही एक रिपोर्ट प्राधिकरण को प्रदान कर दी है। हालांकि अभी उस रिपोर्ट में कुछ बदलाव किए जाने बाकी है। उम्मीद यह है कि यह कंपनी एक महीने के भीतर नई रिपोर्ट को प्राधिकरण को सौंप देगा।

210 वर्ग किमी जमीन पर बसने वाला है 80 गांवों का नया नोएडा;-

देश की अर्थव्यवस्था को अगर मजबूती प्रदान करनी है तो देश के आर्थिक विकास पर बल देना ही होगा। इसी दिशा में काम करते हुए देश में दो इंडस्ट्रियल फ्राइट कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। पहला कॉरिडोर दिल्ली से मुंबई (Corridor between Delhi and Mumbai) के बीच का है। ये कॉरिडोर ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के दादरी से शुरू होगा और मुंबई के जवाहर लाल नेहरू पोर्ट (Jawahar Lal Nehru port Mumbai) पर जाकर खत्म होगा। इसकी लंबाई 1,500 किमी है। वहीं जो दूसरा कॉरिडोर है वो कोलकाता से अमृतसर के बीच बनाया जा रहा है। ये 1,839 किमी लंबा है। इन दोनों कॉरिडोर की खास बात यह है कि इनके बीच में गौतमबुद्ध नगर (Gautambudh nagar) के दादरी तहसील के करीब 20 गांव आते हैं। वहीं बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले के इसमें 60 गांव शामिल हैं। कुल मिलाकर ये 80 गांव हैं और इन्हीं को लेकर एक नया नोएडा बनाया जाएगा।

किसानों को मिलेगा लैंडपूलिंग का भी लाभ;-

इस नए नोएडा को बनाने के लिए जमीन की ज़रुरत भी होगी और इसके लिए लैंडपूलिंग के जरिए जमीन ली जाएगी। इस योजना के अंतर्गत किसानों को भी भागीदारी प्रदान की जाने वाली है। जिस तरह से नवी मुंबई को भी लैंड पूलिंग के तहत विकसित किया गया है। ठीक उसी मॉडल की तरह ही नए नोएडा को भी बनाया जाएगा।

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कनेक्टिविटी और फैसिलिटी का भी होगा खास ध्यान;-

यह नया हिस्सा गुड़गांव और फरीदाबाद के करीब आ गया है। ऐसा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की वजह से हुआ है। इससे इसको बेहतर कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इसके अलावा यहां पर गोल्फकोर्स, बायोडाइवर्सिटी पार्क, वेटलैंड, हेलीपोर्ट आदि भी बनाया जाएगा। इसको शहर के फेफड़े की संज्ञा दी गई है।

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