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Agra- हाईस्कूल फेल अंकुश कैसे बन गया सट्टे का बादशाह, बचने के लिए करता था ऐसे उपाय

Agra

10वीं फेल कैसे बना सट्टेबाज

Agra- रविवार 5 जून को फरीदाबाद पुलिस की मदद से आगरा (Agra) के सट्टेबाज अंकुश अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अंकुश को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की दो टीमें तैयार की गई थी। यह आगरा का नामी सट्टेबाज है, जिसके ऊपर लगभग 10 मुकदमे दर्ज हुए हैं। साल 2010 में सबसे पहले इसके ऊपर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। आगरा, कमला नगर, ताजगंज सिकंदरा, हरीपर्वत थाने में सट्टेबाजी और जुए की धारा के अंतर्गत इसपर मुकदमा दर्ज किया गया है। अंकुश की पत्नी ने भी महिला थाने में इसके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है। गैंगस्टर एक्ट के तहत ही साल 2022 में भी इस पर एक मुकदमा दर्ज किया गया। जिसके बाद से ही पुलिस लगातार इस को गिरफ्तार करने के प्रयास में लगी हुई थी।

रविवार 5 जून को फरीदाबाद पुलिस की मदद से पुलिस की दो टीमों ने सट्टेबाज अंकुश अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। अंकुश की गिरफ्तारी फरीदाबाद के एक हाई सिक्योरिटी अपार्टमेंट में हुई है इस अपार्टमेंट में 80 गार्ड तैनात रहते हैं जो किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपार्टमेंट के अंदर दाखिल नहीं होने देते।

लोकेशन ट्रेस होने के डर से किसी से नहीं करता था बात –

अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट से जुड़े आगरा के दसवीं फेल सट्टेबाज अंकुश के बारे में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस का कहना है कि लोकेशन ट्रेस हो जाने के डर से यह किसी से फोन पर बात नहीं करता था हर किसी से व्हाट्सएप के जरिए कांटेक्ट करता था और व्हाट्सएप के लिए जिस नंबर का इस्तेमाल करता था, वह भी विदेशी होता था।

इसके अलावा इसके बहुत से मुखबिर भी हैं जो इसे हर बात की जानकारी दिया करते थे। पुलिस के अलावा अन्य विभाग के लोगों से इसने मजबूत संबंध बना रखे थे, जिसकी वजह से वहां से उसे हर चीज की जानकारी मिला कर दी थी। पकड़े जाने के डर से वह समय-समय पर अपने ठिकाने बदला करता था, जिस फ्लैट में वो रहता था वहां पर 80 से भी ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहते थे।

पुलिस ने कर ली थी कुर्की की तैयारी –

कमला नगर थाने में दर्ज किए गए एक मुकदमा के चलते अदालत द्वारा अंकुश के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। पुलिस विभाग इसकी कुर्की की तैयारी कर रही थी। लेकिन इसे अपने मुखबिरो की मदद से इस बात की जानकारी मिल गई। जानकारी मिलते ही इसने 25 मई को कोर्ट में सरेंडर कर अपनी जमानत करवा ली। पहले भी यह किसी तरह से कई मुकदमे में जमानत करा चुका था।

कैसे बना सट्टा किंग –

सट्टा किंग अंकुश अग्रवाल 10वीं फेल है। साल 2007 अंकुश आगरा (Agra) के करकुंज चौराहे पर एक छोटा सा मकान लेकर रहने लगा और इसने यही पर छोटी मोटी सट्टेबाजी का काम शुरू किया। साल 2014 में इसने आईपीएल में सट्टेबाजी खेलना शुरू किया। साल 2017 तक इसने अपने सट्टेबाजी का काम काफी फैला लिया और यह आगरा से दिल्ली आकर रहने लगा।

सट्टे का काम करने के लिए इसने दुबई में चलने वाली एक वेबसाइट की मास्टर आईडी अपने नाम कर ली थी। इस मास्टर आईडी को अपने साथियों को बेचता था। सुपर मास्टर आईडी से ये आईडी के सारे हिसाब किताब को देखता रहता था कि किस साथी ने कितने रुपए जीते हैं। हर सोमवार को जीती गई सभी रकम का हिसाब किताब होता था, जिसके लिए एक बड़ा सॉफ्टवेयर बनाया गया था।

रकम की वसूली के लिए अंकुश ने एक टीम रख बना रखी थी जिसका संचालन उसके भाई कपिल अग्रवाल के साले अमित अग्रवाल किया करते थे। इस टीम में विक्की अग्रवाल आशीष गोयल बबलू मिथुन योगेश शामिल थे। यह सब रकम की वसूली का काम करते थे।

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इस तरह से अंकुश ने सट्टेबाजी का एक पूरा व्यवसाय पहला रखा था। जिसका परत दर परत खुलासा पुलिस कर रही है।

इसी सट्टेबाजी के दम पर अंकुश ने करोड़ों की संपत्ति बना रखी है। और एक लग्जरियस जिंदगी जी रहा है

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