उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी तैयारियों में जुटी हुई. है जिसमें बीजेपी सभी वर्गों को साधने की रणनीति पर काम कर रही है। इसी कड़ी में अब बीजेपी की नजर किसानों पर हैं। यूपी के किसानों के लिए योगी सरकार ने महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। विधानसभा चुनाव से पहले सीएम योगी ने एक तरह से किसानों को बड़ी सौगात दी है। जिसमें किसानों को काफी फायदा मिलने वाला है। सीएम योगी ने इसके अलावा फसलों को लेकर भी बड़ा निर्णय लिया है। तो वही एक बड़ा ऐलान किया है जिसमें योगी सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य 25 रुपये बढ़ाकर 350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। लखनऊ में हुए एक किसान सम्मेलन के दौरान योगी आदित्यनाथ ने किसानों को यह तोहफा दिया। योगी सरकार ने कहा कि किसानों का शोषण नहीं होने देंगे। गन्ने का समर्थन मूल्य 325 से बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया गया। गन्ने का समर्थन मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। योगी ने कहा कि इससे 45 लाख किसानों का जीवन बदलेगा। यूपी में उत्पादन क्षमता बढ़ाना हमारा लक्ष्य है। 119 चीनी मिलों को चलाना है। सीएम ने कहा कि बसपा के शासनकाल में 21 चीनी मिलें बंद की गईं और समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान 11 चीनी मिलें बंद कर दी गईं। साथ ही कहा कि जब हम सत्ता में आए तो हमने बंद मिल को फिर से शुरू किया और गन्ना किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए।इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि बहुजन समाजवादी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा-कि मायावती सरकार के दौरान 21 चीनी मिलें बंद हुई थीं जिनको उन्होंने औने-पौने दामों पर बेच दिया था। वही ऐसा भी माना जा रहा है कि सरकार किसानों को साधने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर भी कानूनी बना सकती है।पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी विधायकों और नेताओं के विरोध की वजह से भी यह काम चुनाव से पहले हो सकता है. बीजेपी नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व से एमएसपी पर कानून बनाने का सुझाव दिया है। लेकिन किसान वर्तमान एमएसपी को गारंटी कानून बनाने की जगह सी-2 प्लस 50 की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही किसान नेताओं का कहना है कि वे स्वामीनाथन आयोग द्वारा दिए गए सी2 फॉर्मूले को ही मानेंगे।