Odisha Stampede की यह घटना मलकानगिरी जिले के एक स्टेडियम की है जहाँ पर 40000 लोग जमा हुए थे और वे अपने पसंदीदा गायक मंटू छरिया और असीमा पंडा की एक झलक पाना चाहते थे। इसी धक्का मुक्की में लोगों की इतनी अधिक संख्या के बीच भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी।
माल्यवंत उत्सव के लिए हो रहा था रंगारंग कार्यक्रम
15 जनवरी से शुरू हुआ माल्यवंत उत्सव 20 जनवरी तक चलने वाला है और इसी उत्सव में हो रहे रंगारंग कार्यक्रम के दौरान के यह भगदड़ की घटना (Odisha Stampede) घट गयी। बताया जा रहा है कि मंच पर मौजूद कलाकारों की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम के प्रवेश द्वार से शुरू हुई धक्का मुक्की धीरे धीरे पूरे मैदान में फ़ैल गयी जहाँ बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे। बताया जा रहा है कि स्टेडियम की क्षमता मात्र 20000 है जबकि इसमें मौजूद लोग 40000 थे। क्षमता से ज्यादा लोगों की उपस्थिति ही इस घटना का मुख्य कारण बनी।
पुलिस ने जब स्थिति को सँभालते हुए लोगों को खदेड़ा तब जमीन पर तीन लोग बेहोशी की हालत में दिखायी दिए। वहीं 20 अन्य लोग भी किसी न किसी प्रकार से चोटिल हुए थे। पुलिस ने सभी घायलों को मलकानगिरी के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया ताकि समय पर उनका इलाज शुरू हो सके।
चार दिन पहले भी हुई थी भगदड़ (Odisha Stampede) की घटना
मकर संक्रांति के अवसर पर भी ओड़िशा में भगदड़ की घटना देखी गयी थी। रविवार को मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर जग्गन्नाथ पुरी में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या एकत्र हुई थी जिसे संभालना पुलिस की क्षमता के बाहर हो रहा था। इस दौरान भी गोपीनाथपुर बदम्बा ब्रिज पर भगदड़ के कारण एक महिला की मौत हो गयी थी और लगभग 20 लोग घायल भी हो गए थे। उस घटना के चार दिन बाद ही मलकानगिरी में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली।