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Chetna Manch Kavita – अंगड़ाई ले रही है प्रकृति

Happy Father’s Day 2024 

Happy Father’s Day 2024 

अंगड़ाई ले रही है प्रकृति
होली आ गई।
बौराई हवा दे गई सन्देश,
होली आ गई।

जल उठे जंगल में पलाश
जागी है मन में नई आस,
मुस्कराए अमलतास।
होली आ गई।

जल गया जो था –
अशुभ-असुन्दर अतीत।
मन में रच गई नई प्रीत
होली आ गई।।

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यदि आपको भी कविता, गीत, गजल और शेर ओ शायरी लिखने का शौक है तो उठाइए कलम और अपने नाम व पासपोर्ट साइज फोटो के साथ भेज दीजिए चेतना मंच की इस ईमेल आईडी पर- chetnamanch.pr@gmail.com

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