उत्तर प्रदेश के कई प्रमुख शहरों में चल रही बिजली कर्मियों की हड़ताल (UP Electricity Strike) ने अब अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। बृहस्पतिवार रात से शुरू हुई विद्युत कर्मियों की हड़ताल ने शुरूआती दौर में ही कई जिलों की सुचारु कार्यव्यवस्था में अड़चनें डालना प्रारम्भ कर दिया है। परिणाम यह है कि घर और दफ़्तर से लेकर औद्योगिक क्षेत्रों तक की कार्यप्रणाली चरमरा गयी है।
UP Electricity Strike
वहीं कई विद्यालयों में चल रहीं बच्चों की वार्षिक परीक्षा में बिजली संकट बाधा बन रहा है। लोगों का कहना है कि सामान्य बिजली आपूर्ति न हो पाने के कारण बच्चे परीक्षा की अच्छी तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। आइये जानते हैं बिजली आपूर्ति न हो पाने के कारण प्रदेश के कुछ प्रमुख जिलों का हाल…
राजधानी लखनऊ
प्रदेश में हुई बिजली कर्मचारियों की हड़ताल (UP Electricity Strike) ने राजधानी लखनऊ को भी बड़े स्तर पर प्रभावित किया है। राजधानी का एक चौथाई भाग बिजली की आपूर्ति न हो पाने के कारण अँधेरे में डूबा हुआ है और इसके अतिरिक्त लोगों को बिजली बिल जमा करने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
वाराणसी और गोरखपुर में ठप्प हुईं फैक्ट्रीयाँ
दोनों ही स्थानों पर बिजली की आपूर्ति (UP Electricity Strike) न होने से लोगों को घरों में अपने दैनिक कार्यों में तो मुश्किलों का सामना करना पड़ ही रहा है लेकिन साथ -साथ इन स्थानों की औद्योगिक इकाइयाँ भी प्रभावित हो चुकी हैं। वाराणसी का औद्योगिक क्षेत्र कहे जाने वाले रामनगर में ट्रिपिंग व फाल्ट के कारण कई उत्पादन फैक्ट्रीयाँ बंद पड़ी हुईं हैं। वहीं शहर में कई जगह बिजली आपूर्ति न होने के कारण पीने का पानी प्राप्त करने में लोगों को दिक्क़त आ रही है। गोरखपुर में भी वाराणसी जैसे ही हालात देखे जा सकते हैं। यहाँ चावल और आटे की फैक्ट्रीयाँ बंद होने के कारण लोगों को खाने-पीने का सामान प्राप्त करने में समस्या आ सकती है।
हड़ताल के कारण लेनी पड़ रही प्राइवेट ठेकेदारों की मदद
ट्रिपिंग और फाल्ट के कारण घरों और ऑफिस में मुश्किल का सामना कर रहे लोगों की सुनवाई केस्को में नहीं हो रही है। लोगों नें बताया कि उनकी कम्प्लेन का कोई जवाब नहीं दिया गया है और बाद में वे ज्यादा पैसे देकर प्राइवेट लोगों की मदद से अपने घरों व इलाकों की बिजली के फाल्ट को ठीक करा रहे हैं।
सिपाही दरोगा संभाल रहे बिजली घर
विद्युत विभाग के कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण मची अफरा-तफरी नें अन्य विभागों की कार्यव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। बिजली घरों के बाहर हड़ताल पर बैठे हजारों की संख्या में कर्मियों को और बिजली कार्यालयों में अपने नियमित कार्य के लिए पहुंचे लोगों को संभालने में जुटे पुलिस विभाग के लोग भी इस हड़ताल से जूझते नज़र आ रहें हैं। इसके अलावा लेखपालों व प्रशिक्षुओं नें भी कई जगहों पर कमान संभाली। अगर प्रदेश की यह हड़ताल लम्बे समय तक खींची तो विद्युत विभाग के साथ साथ अन्य विभागों को भी विकट समस्याओं से जूझना पड़ेगा।