Site icon चेतना मंच

Haridwar : जिला पंचायत अध्यक्ष ने कर डाला करोड़ों का घोटाला, SIT से जांच की मांग

Haridwar News

Haridwar News

Haridwar News : रूड़की (हरिद्वार)। गंगा जी की पावन नगरी हरिद्वार के जिला पंचायत अध्यक्ष के ऊपर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह उर्फ किरण चौधरी ने 60 करोड़ से भी अधिक रूपयों का घोटाला किया है। भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले नेताओं ने इस भ्रष्टाचार की एसआईटी (SIT) से जांच कराने की मांग की है।

Haridwar News

हरिद्वार में जिला पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने बाकायदा एक प्रेस कांफ्रेंस करके जिला पंचायत के वर्तमान अध्यक्ष पर 60 करोड़ से भी अधिक के भ्रष्टाचार का आरोप जड़ा है। प्रेस-कांफ्रेंस में सुभाष वर्मा ने आरोप लगाया कि कभी-कभी प्रकाशित होने वाले एक समाचार- पत्र में बैकडेट में 353 टेंडर प्रकाशित कराए गए और इनमें से 256 टेंडरों के जरिए अपने चेले-चपाटों को काम बांटकर बड़ा घोटाला किया गया है। एक भी टेंडर को पंचायत के बोर्ड से पास नहीं कराया गया जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है।

क्या है पूरा मामला ?

रूड़की में आयोजित एक प्रेस-कांफ्रेस में जिला पंचायत के भूतपूर्व अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुददा उठाया। श्री वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि पंचायत के बोर्ड में प्रस्ताव लाए बिना कोई भी विकास कार्य नहीं कराया जा सकता है। जबकि पंचायत के वर्तमान अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने 256 टेंडर के जरिए 60 करोड़ रूपये से भी अधिक का घोटाला कर डाला है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की एसआईटी (SIT ) के द्वारा जांच कराकर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए।

सीएम धामी से मिलेगा प्रतिनिधि मंडल

प्रेस-कांफ्रेस में यह भी घोषणा की गयी कि इस मुद्दे पर एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व उत्तराखंड के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज से मिलकर जांच व कार्यवाही की मांग करेगा। इस पत्रकार वार्ता के बाद हरिद्वार की राजनीति में आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है।

मायावती के घर में बजने वाली है शहनाई, 26 मार्च को सजेगा मंडप Akash Anand Marriage

उत्तराखंड की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Exit mobile version