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जब क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थी अतीक व उसके गुर्गों ने, आज आएगा फ़ैसला

Atiq Ahmed Update 

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Atiq Ahmed Update :  प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित माफिया डॉन अतीक अहमद को आज एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह 17 साल पुराना मामला है। 17 साल पहले माफिया अतीक के गुर्गों ने क्रूरता की तमाम हदों को पार कर दिया था और उमेश पाल को जबरदस्त तरीके से प्रताड़ित किया था। उमेश पाल, बसपा के पूर्व सांसद राजूपाल हत्याकांड के एकमात्र गवाह थे। उस समय दिवंगत उमेश ने आरोप लगाया था कि माफिया डॉन अतीक अहमद ने उसका अपहरण कराया और उसके साथ न केवल मारपीट की, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। आखिर क्या हुआ था उमेश के अपहरण के दिन चलिए जानते हैं….

Atiq Ahmed Update

क्या है पूरा मामला ?

उमेश पाल अपहरण केस 17 साल पुराना है। एक महीने पहले उमेश पाल की हत्या भी हो चुकी हैं, जिसके बाद आज इस मामले पर फैसला आना है। ये मामला बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड से जुड़ा है। 28 फरवरी 2006 को अतीक अहमद और अशरफ ने उमेश पाल का अपहरण कराया था। उमेश पाल को मारपीट करने के बाद परिवार समेत जान से मारने की धमकी देते हुए कोर्ट में जबरन हलफनामा दाखिल कराया गया।

2007 में जब मायावती की सरकार बनी तब उमेश पाल ने 5 जुलाई 2007 को अतीक और अशरफ समेत 5 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस की जांच में 6 अन्य लोगों के नाम सामने आए। कोर्ट में अतीक और अशरफ समेत 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई। 2009 से मुकदमे का ट्रायल शुरू हुआ। अभियोजन यानी सरकारी पक्ष से कुल 8 गवाह पेश किए गए। 11 आरोपियों में से अंसार बाबा नाम के आरोपी की मौत हो चुकी है। अतीक और अशरफ समेत कुल 10 आरोपियों के खिलाफ अब मंगलवार को कोर्ट का फैसला आ सकता है।

बोटी-बोटी काटकर कुत्तों को खिला दूंगा

उस समय उमेश ने पुलिस को बताया था कि आरोपियों ने उमेश को धमकी दी थी कि राजू पाल हत्याकांड में बयान बदल लो, वरना परिवार समेत जान से मार दिए जाओगे। अतीक ने अपने वकील खान हनीफ से लेकर एक पर्चा लेकर उमेश को थमा दिया और कहा कि इसको पढ़कर रट लो। कल अदालत में यही बयान देना है। वरना तुम्हारी बोटी-बोटी काटकर कुत्तों को खिला दूंगा।

उमेश के परिवार को भी दी धमकी

उमेश ने आगे बताया था कि सांसद ने उसी रात अपने गुर्गों को उमेश के घर भेजा और उमेश के परिवार को धमकाया कि तुम लोग पुलिस को टेलीफोन न करना, वरना उमेश की हत्या कर दी जाएगी। उमेश को रातभर कमरे में बंद करके प्रताड़ित किया गया गया। सुबह अतीक और उसके साथी उमेश को गाड़ी में बैठाकर ले गए। आरोपियों ने कहा कि कल रात जो पर्चा में लिखकर दिया था, उसे कोर्ट में जाकर पढ़ देना। नहीं तो घर लौटकर नहीं जा पाओगे। उमेश उस समय डर गया और परिवार की सलामती के लिए वही कहा, जो अतीक ने पर्चे में लिखकर दिया था।

उमेश पाल द्वारा दिया गया शिकायती पत्र

उमेश ने शिकायती पत्र में आगे लिखा था- इससे पहले मैंने हाई कोर्ट में अपनी सुरक्षा के लिए एक रिट दायर की थी। सुरक्षा समिति ने भी मेरी जान को खतरा बताया। लेकिन मुझे 100 प्रतिशत भुगतान पर गार्ड देने की बात कही गई। मेरी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि मैं पैसों का भुगतान कर सकूं। मेरी मजबूरी का सांसद अतीक अहमद ने फायदा उठाया और मुझे अदालत में झूठा बयान देने के लिए मजबूर किया। मुझे यह भी पता चला कि अतीक ने अन्य लोगों से भी अदालत में झूठे बयान करवाए हैं। प्रार्थना है कि मेरे साथ हुई घटना की रिपोर्ट दर्ज कर अदालत में दिए गए बयान को असत्य समझा जाए। मेरी और मेरे परिवार की जान माल की हिफाजत की जाए।

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