भद्रक (ओडिशा)। रांदिया स्थित फेरो अलॉयज कॉरपोरेशन लिमिटेड (फेकोर), वेदांता संयंत्र के कर्मचारियों के प्रदर्शन के मद्देनजर भद्रक जिला प्रशासन ने दो दिनों के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है। संयंत्र में मंगलवार को आग लग गई थी, उसमें दो श्रमिक झुलस गए थे। श्रमिक संगठन आग की घटना के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार बता रहे हैं। किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए संयंत्र परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
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मंगलवार को लगी आग में झुलस गए थे दो श्रमिक
फेकोर वेदांता संयंत्र के औद्योगिक परिसर में मंगलवार को आग लगने के कारण संविदा पर काम करने वाले दो श्रमिक झुलस गए थे। घटना के बाद कुछ अन्य श्रमिकों ने संयंत्र की संपत्तियों में तोड़फोड़ की और वाहनों के पहिए जलाकर राजमार्ग को जाम कर दिया, जिससे यातायात घंटों बाधित रहा था।
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दो दिन के लिए लागू है निषेधाज्ञा
भद्रक उपमंडलीय मजिस्ट्रेट मनोज पात्रा ने बताया कि वेदांता संयंत्र के अंदर और इसके करीब 200 मीटर के दायरे में दो दिनों के लिए निषेधाज्ञा लागू की गई है। भद्रक ग्रामीण पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक को कानून व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। इस बीच, फेकोर वेदांता संयंत्र के श्रमिक संघ ने आग लगने की घटना के लिए सात प्रबंधन कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
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प्रशासन ने दिया था बैठक का भरोसा
संघ के सचिव मुटकिकांत महापात्र ने दावा किया कि संयंत्र का प्रबंधन विभाग उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि प्रबंधन एवं संघ के साथ एक संयुक्त बैठक की जाएगी। फैक्टरी प्रबंधन के किसी कर्मचारी से इस बारे में बात नहीं हो सकी। फेकोर संयंत्र का वेदांता ने 2020 में अधिग्रहण किया था।
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