Hyderabad Telangana Culture: भारत का सबसे युवा राज्य तेलंगाना भारत में दक्षिण और उत्तर की दो संस्कृतियों का मिश्रण है। 2 जून 2014 में तेलंगाना देश का नया राज्य बना था। तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग करके उसे अलग राज्य का दर्जा दिए जाने की 50 साल पुरानी मांग को जून 2014 मे पूरा किया गया। 1969 में तेलंगाना को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर पहली बार आंदोलन हुआ उसके बाद 1972 और 2009 में भी बड़े आंदोलन हुए। तेलंगाना भारत के राज्य आंध्रप्रदेश से विभाजित कर बनाया गया है। हैदराबाद को 10 साल के लिए तेलगाना तथा आंध्र प्रदेश की संयुक्त राजधानी बनाया गया ।
तेलंगाना की संस्कृति और परंपरा :
तेलंगाना का अर्थ है “तेलगु भाषियों की भूमि”। यह अपने गंगा-जमुनी तहजीब के लिए भी जाना जाता है और राजधानी हैदराबाद को लघु भारत के रूप में जाना जाता है। जब निज़ाम इस क्षेत्र पर शासन करते थे, तो राज्य को तेलुगु अंगना के रूप में जाना जाता था क्योंकि तेलुगु वहाँ की प्रचलित भाषा है। यह राज्य प्राचीन संस्कृतियों का मिश्रण है । यहां महिलाएं आमतौर पर साड़ी पहनती हैं और अविवाहित लड़कियां अपने इतिहास और संस्कृति के प्रतिनिधित्व के रूप में सलवार कमीज, चूड़ीदार और लंगा वोनी (Langa Voni)पसंद करती हैं।मुस्लिम महिलायें आमतौर पर बुर्का या हिजाब पहनती है । पश्चिमी संस्कृतियों के बढ़ते संपर्क के कारण युवाओं में पश्चिमी शैली के कपड़े पहनने में वृद्धि हुई है।
यहां उत्तर और दक्षिण भारतीय भाषाओं, संस्कृतियों और धर्मों का मिश्रण हुआ, जिसके बाद से हिंदू और मुस्लिम परंपराओं का सह-अस्तित्व हो गया, जिसके लिए यह शहर विख्यात हो गया। धर्मों के मिश्रण के फलस्वरूप हैदराबाद मे कई त्योहार मनाएं जातें है जैसे गणेश चतुर्थी,दीवाली,बोनालू और ईद-उल-फितर सभी धूम धाम से मनाया जाता है । बोनालू (Bonalu)एक हिंदू त्योहार है, जो जून/जुलाई के दौरान मनाया जाता है, जहां देवी मां काली की पूजा की जाती है। त्योहार को भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए देवी को धन्यवाद देने के लिए माना जाता है। रमजान मुसलमानों का प्रमुख त्योहार है और तेलंगाना में मोहर्रम भी बड़े पैमाने पर मनाया जाता है।
तेलंगाना के व्यंजन :
तेलंगाना में मुख्य रूप से दो अलग-अलग व्यंजन हैं – तेलगु और हैदराबादी , तेलगु खाना मुख्य रूप से मसालेदार होता है जिसमें , ज्वार और बाजरा हावी होता है। इसमें हैदराबादी बिरयानी(Hyderabadi biryani ), औरंगाबाद नान कलिया (Aurangabad Naan Khaliya ), गुलबर्गा तहरी (Gulbarga Tahari )और बीदर कल्याणी बिरयानी (Kalyani Biryani) जैसे कई व्यंजन है । इनमे सूखे नारियल ,लाल मिर्च और इमली का प्रयोग होता है जो इसे भरतीय व्यंजनों से अलग बनाता है । गरिजेलू (Garijelu)एक पकौड़ी है जिसे मटन या चिकन कीमा के साथ मीठी स्टफिंग के साथ पकाया जाता है। खाना पकाने के लिए लोग सही तापमान को काफी महत्व देते हैं। धीमी गति से पकाना या दम पुख्त व्यंजन को चटपटा बनाने का तरीका है ।
तेलंगाना के पर्यटन स्थल:
तेलंगाना मे घूमने के कई पर्यटन स्थल है ,जिन्हें आप जरुर देखना चाहेंगें । तेलंगाना भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है और अपने प्राकृतिक आकर्षणों, मंदिरों, महलों, किलों और अन्य विरासत स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। तेलंगाना में कई ऐतिहासिक इमारतें, प्रसिद्ध मंदिर, आकर्षित झरने हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। महबूबनगर(Mahabubnagar) यहां राजा महाराजा के समय की झलक मिलती है । अगर आप भी प्रकृति प्रमी हैं, तो ये जगह आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकती है। वारंगल (Warangal)पर्यटक यहां पर कई किलों और मंदिरों के अलावा खूबसूरत पहाड़, जंगल, वन्यजीव अभयारण्य आदि है । हैदराबाद यहां आप कई तरह के किले, इमारतें जैसे– चार मीनार(Char Minar), फलकनुमा पैलेस(Falaknuma Palace), आनंद बुद्ध विहार(Anand Buddha Vihar ) जैसी कई जगहों पर घूम सकते हैं। आदिलाबाद(Adilabad), हैदराबाद से करीब 305 किमी की दूरी पर स्थित यह शहर बेहद ही खूबसूरत है। अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो ये जगह आपके लिए एक दम शानदार साबित होगी।
बबीता आर्या