Sunday, 1 December 2024

राजनीति का “खेला होबे” शुरू, तीन दिग्गज क्रिकेटर उतरे मैदान में

West Bengal News : “खेला होबे” का नारा सबसे पहले पश्चिम बंगाल से शुरू हुआ था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री…

राजनीति का “खेला होबे” शुरू, तीन दिग्गज क्रिकेटर उतरे मैदान में

West Bengal News : “खेला होबे” का नारा सबसे पहले पश्चिम बंगाल से शुरू हुआ था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (TMC) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने “खेला होबे” का नारा दिया था। अब तो पश्चिम बंगाल में सचमुच “खेला होबे” शुरू हो गया है। भारत के तीन दिग्गज क्रिकेटर पश्मिची बंगाल के चुनावी मैदान में उतर गए हैं। पश्चिम बंगाल में लोकसभा का चुनाव भाजपा तथा TMC के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। दोनों ही दल पश्चिम बंगाल की अधिक से अधिक लोकसभा सीट जीतना चाहते है। इसी कारण फिल्म हो अथवा खेल जगत तमाम चर्चित चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा जा रहा है।

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तीन क्रिकेटर मैदान में

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में “खेला होबे” की तर्ज पर क्रिकेटर चुनावी पारी में उतर रहे हैं। जहां भाजपा प्रसिद्ध क्रिकेटर मोहम्मद शमी को चुनाव के मैदान में उतारने जा रही है। वहीं दूसरे चर्चित क्रिकेटर यूसुफ पठान को TMC ने पश्चिम बंगाल के चुनावी मैदान में उतार दिया है। यूसुफ पठान को पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट से TMC ने लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है। भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल की बशीरहाट सीट से प्रसिद्ध क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर दांव लगा रही है। इसी प्रकार टीएमसी ने पुराने क्रिकेटर कीर्ति आजाद को पंश्चिम बंगाल की बर्धमान दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।

पहले भी उतर चुके है क्रिकेटर चुनावी मैदान में

आपको बता दें कि पहले भी अनेक बड़े क्रिकेटर खिलाड़ी चुनाव लडक़र राजनीति के क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। इनमें से कुछ क्रिकेकटर राजनीति में खूब सफल रहे तो कुछ क्रिकेट खिलाड़ी राजनीति की पिच पर पूरी तरह से विफल साबित हुए। मोहम्मद शमी के लोकसभा का चुनाव लडऩे की खबर के साथ ही हमें 10 बड़े क्रिकेट खिलाडिय़ों के नाम याद आ रहे हैं। जिन क्रिकेटरों ने राजनीति की पिच पर खेल खेला है उनके विषय में आपको भी बता देते हैं।

कीर्ति आजाद को इस बार भी मिला टिकट

आपको पता ही है कि भारतीय क्रिकेट टीम ने कपिल देव की अगुवाई में साल 1983 का वर्ल्ड कप जीता था। कीर्ति आजाद भी उस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे। कीर्ति ने बाद में अपने पिता भागवत झा आजाद (बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री) के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में एंट्री ली। कीर्ति भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर दरभंगा लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे। फिर कीर्ति आजाद ने फरवरी 2019 कांग्रेस पार्टी जॉइन की। बाद में वह ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। तृणमूल कांग्रेस ने इस बार के लोकसभा चुनाव में कीर्ति आजाद को बर्धमान दुर्गापुर लोकसभा सीट से टिकट देकऱ चुनावी मैदान में उतारा है।

खूब हंसाने वाले

टीम इंडिया के पूर्व ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 2004 में बीजेपी के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। सिद्धू अपनी पहली ही चुनावी परीक्षा में सफल हुए और लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से जीत हासिल की। पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों के कारण सिद्धू ने साल 2016 में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। फिर उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। नवजोत सिंह सिद्धू ने भारत के लिए 51 टेस्ट, 136 वनडे इंटरनेशनल में भाग लिया। टेस्ट मैचों में सिद्धू ने 42.13 की औसत से 3202 रन बनाए, जिसमें  9 शतक और 15 अर्धशतक शामिल रहे। सिद्धू का बेस्ट स्कोर 201 रन रहा, जो उन्होंने 1997 में विंडीज के खिलाफ बनाया था। वहीं वनडे इंटरनेशनल में सिद्धू ने 37.08 की एवरेज से 4413 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 33 अर्धशतक निकले। सिद्धू ने साल 1993 में ग्वालियर ओडीआई में नाबाद 134 रनों की पारी खेलकर भारत को मैच जिताया था। यह वनडे इंटरनेशनल में सिद्धू का बेस्ट स्कोर रहा।

मोहम्मद अजहरुद्दीन भी बने थे नेता

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर मैच फिक्सिंग के आरोपों के चलते प्रभावित हुआ। अजहरुद्दीन ने साल 2009 में कांग्रेस पार्टी जॉइन की और उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से लोकसभा के लिए चुने गए। हालांकि साल 2014 के चुनाव में अजहरुद्दीन को हार झेलनी पड़ी थी। अजहरुद्दीन ने पिछले साल हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में हैदराबाद के जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार झेलनी पड़ी।

मोहम्मद कैफ ने भी की है राजनीति

टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने भी राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई थी, हालांकि वह पहली ही परीक्षा पास नहीं कर पाए। कैफ ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर उत्तर प्रदेश के फूलपुर से 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में वह बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य से पराजित हो गए थे। मोहम्मद कैफ ने 13 टेस्ट मैचों में 32.84 की औसत से 624 रन बनाए। वहीं 125 वनडे इंटरनेशनल में उनके नाम पर 32.01 की औसत से 2753 रन दर्ज हैं। वह विश्व कप 2003 में फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे थे। उत्तर प्रदेश को अपनी कप्तानी में पहली बार रणजी ट्रॉफी जिताने वाले कैफ ने आखिरी फर्स्ट क्लास मैच छत्तीसगढ़ के लिए खेला था।

एस. श्रीसंत भी खेल राजनीति की पारी

पूर्व तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत भी राजनीति की पिच पर अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। श्रीसंत ने बीजेपी के टिकट पर 2016 के केरल विधानसभा चुनाव में तिरुवनंतपुरम सीट से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। श्रीसंत ने भारत के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कुल 169 विकेट चटकाए। श्रीसंत 2007 के टी20 एवं 2011 के वनडे विश्व कप में विजयी भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं। 2007 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीसंत ने मिस्बाह उल हक का शानदार कैच लपका था, जिसे फैन्स कभी नहीं भूल सकते. हालांकि एस. श्रीसंत विवादों में भी रह चुके हैं। आईपीएल 2013 में कथित स्पॉट फिक्सिंग के लिए एस. श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा था। लेकिन साल 2020 में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (क्चष्टष्टढ्ढ) के लोकपाल ने उन पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल का कर दिया था। इसके बाद श्रीसंत केरल के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी करने में कामयाब रहे थे।

गौतम गंभीर की भी रही पारी

टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने राजनीति में भी सफलता हासिल की। गौतम गंभीर ने 22 मार्च 2019 को बीजेपी की सदस्यता ली थी। फिर गंभीर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली सीट से धांसू जीत दर्ज की। गौतम गंभीर ने अरविंदर सिंह लवली को करीब तीन लाख 91 हजार मतों से हराया था। गंभीर अब क्रिकेट पर ही फोकस करना चाहते हैं और वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। गौतम गंभीर ने 4 दिसंबर 2018 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। गंभीर ने भारत की ओर से अपना आखिरी टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था। गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल रहे। गंभीर ने 147 ओडीआई में 39.68 की औसत से 5238 रन बनाए। इसमें 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में खेली गई 97 रनों की यादगार पारी भी शामिल है, जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था। वनडे में उन्होंने 11 शतकीय पारियां खेलीं। गंभीर ने टी20 इंटरनेशनल में भी अपनी छाप छोड़ी और 37 मैचों में सात अर्धशतकों की मदद से 932 रन बनाए।

विनोद कांबली

भारत के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली राजीति की पिच पर सफल नहीं हो पाए। कांबली लोकभारती पार्टी की तरफ से 2009 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उतरे थे। तब कांबली मुंबई की विखरोली सीट से खड़े हुए थे, जिसमें उन्हें पराजित होना पड़ा। कांबली ने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले। कांबली ने टेस्ट में 54.20 की औसत से 1084 रन बनाए, जिसमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल रहे। वहीं वनडे इंटरनेशनल में उन्होंने 32.59 के एवरेज से 2477 रन बनाए। वनडे इंटरनेशनल में विनोद कांबली के बल्ले से दो शतक और 14 अर्धशतक निकले।

मनोज तिवारी

भारत के लिए खेल चुके मनोज तिवारी अभी पश्चिम बंगाल सरकार में खेल मंत्री हैं। वह 2021 विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। तिवारी ने शिबपुर सीट से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। तिवारी ने कुल मिलाकर भारत के लिए 12 वनडे और तीन टी20 मुकाबलों में हिस्सा लिया। वनडे इंटरनेशनल में मनोज तिवारी ने 26.09 के एवरेज से 287 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा। तिवारी ने अपना इकलौता शतक (104*) वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था। वनडे इंटरनेशनल में तिवारी ने पांच विकेट भी चटकाए। टी20 इंटरनेशनल में मनोज तिवारी के नाम पर 15 रन दर्ज हैं।

हरभजन सिंह

टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह फिलहाल आम आदमी पार्टी के टिकट पर राज्यसभा सांसद हैं। भज्जी ने दिसंबर 2021 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। भज्जी ने 103 टेस्ट, 236 वनडे एवं 28 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भाग लिया। टेस्ट मैचों में हरभजन ने 32.46 की औसत से 417 विकेट चटकाए, जिसमें 25 पांच विकेट हॉल शामिल रहे। टेस्ट मैचों में हरभजन सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं। वनडे इंटरनेशनल में हरभजन सिंह ने 33.35 की एवरेज से 269 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन देकर पांच विकेट रहा, जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली में हासिल किया था। वहीं टी20 इंटरनेशनल में भज्जी ने 25.32 की औसत से 25 विकेट झटके। वह 2007 के टी20 विश्व कप एवं 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे।

चेतन शर्मा

पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने साल 2009 के लोकसभा चुनाव (2009) में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर फरीदाबाद से चुनाव लड़ा था। चेतन उस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। बाद में चेतन बीजेपी में शामिल हो गए थे और उन्हें पार्टी के खेल प्रकोष्ठ का संयोजक नियुक्त किया गया था। टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर रह चुके चेतन शर्मा ने 23 टेस्ट और 65 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले थे। चेतन ने टेस्ट में 61, जबकि वनडे इंटरनेशनल में 67 विकेट चटकाए। साल 1987 के वर्ल्ड कप में चेतन शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ यादगार हैट्रिक ली थी, जो आज भी फैन्स के जेहन में है।

चेतन चौहान

दिवंगत क्रिकेटर चेतन चौहान ने भी राजनीति में किस्मत आजमाई थी। चेतन चौहान ने अमरोहा लोकसभा सीट से 1991 और 1998 में सांसद चुने गए थे। साल 2017 में वह योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री भी बने थे। चौहान का 16 अगस्त 2020 को निधन हो गया था। चौहान ने भारत की ओर से 40 टेस्ट मैचों में 2084 रन बनाए और उनका उच्चतम स्कोर 97 रहा। चेतन चौहान ने गावस्कर के ‘सबसे बड़े पार्टनर’ के रूप में पहचान बनाई। West Bengal News

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