Cemetery Tourism in India

Cemetery Tourism in India : सैर-सपाटे का मतलब केवल पहाड़, समंदर या जंगल देखना ही नहीं होता बल्कि किसी जगह की आत्मा को महसूस करना भी होता है। हर किसी के ट्रैवलिंग के मायने अलग होते हैं। किसी को रोमांच की तलाश होती है तो किसी को इतिहास में झांकने की। हाल के वर्षों में एक नया चलन उभरा है जिसे ‘सेमेट्री टूरिज्म’ या Necrotourism कहा जा रहा है। इसमें लोग ऐतिहासिक कब्रिस्तानों की यात्रा करते हैं जो न सिर्फ अतीत की कहानियां बयां करते हैं बल्कि कला और संस्कृति के अनमोल खजाने भी हैं।

भारत में भी ऐसे कई प्राचीन और खूबसूरत कब्रिस्तान हैं जो अपने स्थापत्य, वातावरण और ऐतिहासिक महत्व के कारण आज पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। आइए जानें देश के उन 6 कब्रिस्तानों के बारे में जो अब टूरिज्म के मानचित्र पर उभरते सितारे बन चुके हैं।

1. साउथ पार्क स्ट्रीट सेमेट्री (कोलकाता)

यह देश का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित ब्रिटिशकालीन कब्रिस्तान है जिसकी स्थापना 1767 में हुई थी। यहां विक्टोरियन शैली की भव्यता और यूरोपीय डिजाइन की बारीकियां नजर आती हैं। अंग्रेज अधिकारियों, मिशनरियों और सैनिकों की कब्रें यहां बनी हैं जो अतीत के एक पूरे युग की कहानी कहती हैं।

2. लाल गंज कब्रिस्तान (अहमदाबाद)

मुगल स्थापत्य की छाप लिए यह कब्रिस्तान न केवल ऐतिहासिक है बल्कि बेहद कलात्मक भी है। लाल पत्थरों पर कुरान की आयतों की नक्काशी इसे और भी खास बनाती है। मुगलों के दौर में बने इस कब्रिस्तान में शांति और सौंदर्य का अनूठा संगम देखने को मिलता है।

3. डच सेमेट्री, पल्लीपुरम (कोच्चि-केरल)

18वीं सदी में बना यह कब्रिस्तान डच उपनिवेश काल की यादें समेटे हुए है। साधारण पर सौंदर्यपूर्ण डिजाइन, यूरोपीय शैली की दीवारें और तटीय केरल के शांत वातावरण में बसा यह कब्रिस्तान बेहद अनोखा अनुभव देता है।

4. स्कॉटिश सेमेट्री (नागपुर)

19वीं सदी में बने इस स्कॉटिश कब्रिस्तान की पहचान उसकी गोथिक शैली की कब्रों से होती है जो किसी चर्च जैसी प्रतीत होती हैं। ब्रिटिश और स्कॉटिश मिशनरियों का यह विश्राम स्थल वास्तुकला प्रेमियों और इतिहास के छात्रों के लिए किसी जीवित संग्रहालय से कम नहीं।

5. रोमन कैथोलिक सेमेट्री (आगरा)

1600 ईस्वी में बनी यह सेमेट्री मुगलकालीन भारत में ईसाई समुदाय के लिए दी गई एक ऐतिहासिक स्वीकृति का प्रतीक है। यहां पुर्तगाली और मुगल स्थापत्य का मिश्रण देखने को मिलता है। लाल पत्थरों की कब्रें और चारों ओर की पुरानी दीवारें एक गहन ऐतिहासिक अनुभूति कराती हैं।

6. इंग्लिश सेमेट्री, अल्मोड़ा (उत्तराखंड)

हिमालय की गोद में बसा यह शांत और सुरम्य कब्रिस्तान देवदार के ऊंचे पेड़ों से घिरा हुआ है। अंग्रेजों के समय में बना यह स्थल ठंडी हवाओं और पुराने पत्थरों की कहानियों से भरा है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह एक मेडिटेटिव अनुभव की तरह है।

अब कब्रिस्तान केवल मृत्यु की याद नहीं, बल्कि जीवन के इतिहास, कला और विरासत के प्रतीक बनते जा रहे हैं। अगर आप अगली बार किसी ऐतिहासिक या सांस्कृतिक यात्रा की सोच रहे हैं तो इन सिमेट्री स्थलों को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें।

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