Surya Grahan 2022: आगामी 24 अक्टूबर को जहां दीपावली का पर्व मनाया जाएगा, वहीं अगले दिन यानि 25 अक्टूबर को साल 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण होने जा रहा है। 25 सूर्य ग्रहण होने के कारण ही इस बार दिवाली पर्व एक दिन पहले ही मनायी जाएगी। 24 अक्टूबर की रात से ही इसका सूतक काल शुरू हो जाएगा। आइए जानते हैं दूसरे सूर्य ग्रहण की तिथि और दिवाली तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में।
एक बात समझने की है कि ग्रहण कोई भी हो, इसे लेकर कतई भी भयभीत होने की जरूरत नहीं है। इसे तो सिद्धियों का महापर्व माना जाता है, इसलिए ऋषि इसे सिद्धिकाल कहते थे। भगवान श्रीराम ने गुरु वशिष्ठ और श्रीकृष्ण ने संदीपन गुरु से ग्रहण काल में ही दीक्षा ली थी। शास्त्रों के अनुसार, सूर्यास्त के बाद पड़ने वाला सूर्यग्रहण बहुत प्रभावी नहीं रहता है।
भारत सहित इन देशों में दिखेगा सूर्य ग्रहण
भारतीय मानक समय के अनुसार सूर्य ग्रहण का स्पर्श दिन में 4:31 बजे होगा, मध्य 5:14 बजे एवं मोक्ष 5:57 बजे होगा। इसका सूतक भारतीय समय अनुसार प्रातः 4:31 बजे से प्रारंभ होगा। ग्रहण स्वाति नक्षत्र और तुला राशि पर है, इसलिए इस नक्षत्र और राशि वालों को रोग, पीड़ा , कष्ट रहेगा। इस नक्षत्र एवं राशि वालों को ग्रहण का दर्शन नहीं करना चाहिए।
यह ग्रहण भारत सहित ग्रीनलैंड, स्वीडन, नॉर्वे , यूनाईटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, यमन, ओमान, सऊदी अरब, इजिप्ट, इटली, पोलैंड, रोमानिया, ऑस्ट्रिया, ग्रीस, टर्की, इराक, ईरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तरी एवं पश्चिमी श्रीलंका, मॉस्को, पश्चिमी रूस, नेपाल व भूटान में दिखेगा।
ग्रहण का सूतक काल समय
25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहे ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले से शुरू हो जाता है। इसलिए दिवाली की रात 2 बजे से सूर्य ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा।
सूर्य ग्रहण में क्या करें, क्या नहीं
तुलसी दल को पवित्र माना जाता है। इसके साथ ही यह नकारात्मक ऊर्जा से भी बचाव करती है। इसलिए ग्रहण से पहले ही खाने-पीने की चीजों में तुलसी की कुछ पत्तियां डाल दें, जिससे भोजन में किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव न पड़े और उसे बाद में खा सके।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि सूर्य की हानिकारक किरणों से बच्चे के साथ-साथ मां पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए बच्चे को नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिलाएं घर पर ही रहें।
माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय मंत्रों का जाप करना शुभ होता है। इसलिए आप ग्रहण के वक्त सूर्य के मंत्रों का जाप कर सकते हैं। इसके अलावा नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए गायत्री मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय कोई चीज काटनी या फिर सिलना नहीं चाहिए। इसलिए ग्रहण के समय कैंची, सुई आदि का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें।
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में झाड़ू-पोछा लगाने के बाद घर के हर एक सदस्य को नहाना चाहिए। इसके साथ ही मंदिर आदि जगहों पर गंगाजल छिड़क देना चाहिए, जिससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाए। इसके साथ ही जरूरतमंद को दान दें। इससे भी आपको लाभ मिलेगा।