Dharam Karma : वेद वाणी

Rigveda 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:38 AM
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Sanskrit : अस्य मदे पुरु वर्पांसि विद्वानिन्द्रो वृत्राण्यप्रती जघान। तमु प्र होषि मधुमन्तमस्मै सोमं वीराय शिप्रिणे पिबध्यै॥ ऋग्वेद ६-४४-१४॥ Hindi : हे मनुष्य! आप के कल्याण के लिए मैं उस महान हितकारी नायक की प्रशंसा करता हूं जो किसी अच्छे मनुष्य के साथ हिसां नहीं करता। जिसकी सेना शक्तिशाली है। जिसके अधीन सभी अधिकारी न्यायप्रिय हैं जो अन्याय को नष्ट करते हैं। (ऋग्वेद ६-४४-१४) English : O man! For your welfare, I praise the great benevolent hero who does not commit violence against any good man. Whose army is strong. Under him, all officers are just, who destroy injustice. (Rig Veda 6-44-14)
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Sanskrit : अस्य मदे पुरु वर्पांसि विद्वानिन्द्रो वृत्राण्यप्रती जघान। तमु प्र होषि मधुमन्तमस्मै सोमं वीराय शिप्रिणे पिबध्यै॥ ऋग्वेद ६-४४-१४॥ Hindi : हे मनुष्य! आप के कल्याण के लिए मैं उस महान हितकारी नायक की प्रशंसा करता हूं जो किसी अच्छे मनुष्य के साथ हिसां नहीं करता। जिसकी सेना शक्तिशाली है। जिसके अधीन सभी अधिकारी न्यायप्रिय हैं जो अन्याय को नष्ट करते हैं। (ऋग्वेद ६-४४-१४) English : O man! For your welfare, I praise the great benevolent hero who does not commit violence against any good man. Whose army is strong. Under him, all officers are just, who destroy injustice. (Rig Veda 6-44-14)
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Gupt Navratri- इस गुप्त नवरात्रि पर बन रहे हैं ये शुभ योग, होगी सभी मनोकामना पूरी

Gupt Navratri- इस गुप्त नवरात्रि पर बन रहे हैं ये शुभ योग, होगी सभी मनोकामना पूरी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Feb 2022 06:23 PM
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Gupt Navratri- नवरात्रि तो हिंदू धर्म में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। नौ दिनों तक घर घर में माता जी विराजमान होती हैं। हर साल नवरात्रि का यह पर्व 4 बार आता है। एक नवरात्रि चैत्र मास में आती है, एक शारदीय नवरात्रि होती है और बची हुई 2 नवरात्रि गुप्त नवरात्रि होती हैं। गुप्त नवरात्रि साल में दो बार आती है और इनमें से एक बार ये माघ के महीने में आती है। इस बार की माघ की गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) की शुरुआत 2 फरवरी यानी आज से हो रही है। इस गुप्त नवरात्रि पर काफी शुभ योग बन रहे हैं। इस बार की नवरात्रि में सर्वार्थसिद्धि और रवियोग बन रहे हैं। इससे जो आपको फल मिलेंगे, वो दोगुने मिलेंगे। गुप्त नवरात्रि को मनाने के पीछे भी एक विशेष कारण है और साथ ही ऐसा माना जाता है कि इस नवरात्रि में शक्ति की जो साधना होती है उसे भी गुप्त रूप में ही किया जाता है। बहुत ही कम लोग हैं जिन्हें इस नवरात्रि के महत्व के बारे में पता है। आइये फिर जानते हैं इसके महत्व और इसके शुभ योग के बारे में।

गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) का क्या है महत्व;-

शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र की महत्ता तो हम सभी जानते हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्र में माता रानी के नौ रूपों को नौ दिनों तक पूजा जाता है। लेकिन गुप्त नवरात्रि में 10 देवियों की पूजा अर्चना की जाती है। इन 10 महाविद्याओं में मां काली, मां तारा देवी, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नमस्ता, मां त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला शामिल हैं। इसमें आप गोपनीय तरीके से माता की पूजा करते हैं। जिन लोगों को विशेष फल और कष्ट से मुक्ति पानी होती है, वो लोग पूरे विधि विधान पूजा और अनुष्ठान संपन्न करते हैं।

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सर्वार्थसिद्धि और रवियोग बना रहे गुप्त नवरात्रि को और भी फलदायक;-

इस बार की नवरात्रि बेहद खास है क्योंकि इसमें बहुत ही शुभ योग बन रहे हैं। इन योगों के अंतर्गत जो भी भक्त माता की पूरे विधि विधान से पूजा करते हैं और उनका ध्यान लगाते हैं, उन्हें और भी बेहतर फल की प्राप्ति होती है। जिस तरह से इस नवरात्रि का नाम है, ठीक उसी तरह से इसमें पूजा भी की जाती है। इसके तहत भक्तों को माता की गुप्त रूप से पूजा करनी चाहिए। जो भी भक्त गुप्त रूप से माता की पूजा करते हैं, उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और उनको मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। साथ ही इस नवरात्रि का विशेष महत्व अघोरी तंत्र मंत्र और तांत्रिक विद्या के लिए भी है। जो लोग सिद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तथा अघोरी तंत्र मंत्र आदि सीखना चाहते हैं, वो लोग गुप्त नवरात्रों में दुर्गा माता की पूरे विधि विधान से पूजा करें।