Health : खीरा है 'हीरा'

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calendar09 Mar 2022 04:01 PM
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विनय संकोची Health : (Cucumber) खीरे में विटामिन ए, बी और सी (Vitamins A, B and C) तथा अनेक प्रकार के मिनिरल होते हैं, जैसे मैग्नीशियम, सिलिका और कैल्शियम (Magnesium, Silica and Calcium) आदि, जो त्वचा के लिए अच्छे माने जाते हैं। पेट की गड़बड़ी तथा कब्ज में भी खीरे को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। खीरा कब्ज दूर करता है। यह पीलिया, प्यास, ज्वर, शरीर की जलन, गर्मी के सारे दोष, चर्म रोग, पेशाब में जलन व रुकावट और मधुमेह में लाभदायक है। खीरे का रस पथरी में भी फायदेमंद है। घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए भोजन में खीरा अधिक खाएं। पेट की गैस, एसिडिटी, छाती की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद है। जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं, उन्हें सवेरे इसका सेवन करना चाहिए। खीरे में स्वास्थ्यवर्धक और सौंदर्यवर्धक अनगिनत गुण होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार खीरा कलांति, दाह पित्त तथा रक्तपित्त दूर करने वाला, रक्त विकार और मूत्र कच्छ नाशक रुचिकर फल है। खीरे में कोलेस्ट्रोल(cholesterol)  बिल्कुल नहीं होता है। जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है उनको तो खीरा रोज खाना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार खीरा में स्ट्रेरोल नाम का योगिक होता है, यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। रोज खीरा खाने से पेट की बीमारी से बहुत हद तक राहत मिल जाती है, जैसे कब्ज, बदहजमी, अल्सर आदि। क्योंकि इस में जल की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल देता है और उच्च फाइबर पेट को साफ करने में मदद करता है। खीरे में जो इरेप्सिन नाम का एंजाइम होता है, वह प्रोटीन को सोखने में मदद करता है। मधुमेह (Diabetes) में लाभकारी खीरे का नियमित सेवन करने से यह इन्सुलिन लेवल को कंट्रोल करता है। खीरा कैंसर से लड़ता है। खीरा खाने से कैंसर होने की आशंका कम होती है। खीरे में तमाम ऐसे गुणकारी तत्व हैं, जो सभी तरह के कैंसर की रोकथाम में सक्षम हैं। गुर्दे से संबंधित बीमारियों में खीरे के रस का सेवन करना लाभप्रद रहता है। प्रतिदिन कुछ विटामिन्स लेना बेहद जरूरी होता है। जैसे विटामिन ए, बी और सी नियमित लेना चाहिए। खीरा अकेला ही हमें प्रतिदिन ये विटामिन देता है। खीरे के छिलके में विटामिन-सी होता है, इसे खाना भी लाभदायक है। खीरा एक ऐसी सब्जी है, जो त्वचा को विभिन्न समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। जैसे टैनिंग, सनबर्न, रैशेज आदि। रोजाना खीरा खाने से रूखी त्वचा में नमी लौट आती है, क्योंकि यह नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करता है। यह त्वचा से तेल के निकलने की प्रक्रिया को कम करके मुहांसों का निकलना कम करता है। आयुर्वेद के अनुसार पेट में गर्मी होने के कारण मुंह से बदबू निकलती है। खीरा पेट को शीतलता प्रदान करने में मदद करता है। अगर मुंह से बदबू निकल रही है, तो कुछ मिनटों के लिए मुंह में खीरे का टुकड़ा रख लें, खीरा जीवाणुओं को मारकर धीरे-धीरे बदबू निकलना कम कर देता है। मानसिक रोग अल्जाइमर से सभी बचना चाहते हैं। रोज खीरा खाना मानसिक रोग के खतरे को कम कर देता है। तनाव से शरीर को बहुत क्षति पहुंचती है। खीरा में जो विटामिन-बी होता है वह अधिवृक्क ग्रंथि को नियंत्रित करके तनाव से हुई क्षति को कम करने में बहुत मदद करता है। खीरे में सिलिकॉन तथा सल्फर होने के नाते यह बालों को स्वस्थ रखने के साथ ही उनकी ग्रोथ भी बढ़ाता है। हीरे के रस के साथ गाजर का जूस तथा पालक का रस मिलाकर पीना लाभकारी है। खीरे के रस में दूध, नींबू रस मिलाकर पूरे शरीर पर लगाने से त्वचा मुलायम हो जाती है। खीरे के रस में जैतून का तेल मिलाकर चेहरे पर मलने से मुंहासे, काले धब्बे और झाइयां आदि दूर हो जाते हैं। खीरे में मौजूद तत्व सिलिशिया बालों और नाखूनों में चमक लाता है और इन्हें मजबूत करता है। सल्फर और सिलिशिया के कारण बाल तेजी से बढ़ते हैं। यदि आंखों के नीचे सूजन आ गई है, तो खीरे की स्लाइस लगाने से यह सही हो जाती है। यह खीरे के गुणों और उपयोग के बारे में सामान्य जानकारी है। औषधि के रूप में खीरे का प्रयोग विशेषज्ञ के परामर्श से ही करें।
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विनय संकोची Health : (Cucumber) खीरे में विटामिन ए, बी और सी (Vitamins A, B and C) तथा अनेक प्रकार के मिनिरल होते हैं, जैसे मैग्नीशियम, सिलिका और कैल्शियम (Magnesium, Silica and Calcium) आदि, जो त्वचा के लिए अच्छे माने जाते हैं। पेट की गड़बड़ी तथा कब्ज में भी खीरे को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। खीरा कब्ज दूर करता है। यह पीलिया, प्यास, ज्वर, शरीर की जलन, गर्मी के सारे दोष, चर्म रोग, पेशाब में जलन व रुकावट और मधुमेह में लाभदायक है। खीरे का रस पथरी में भी फायदेमंद है। घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए भोजन में खीरा अधिक खाएं। पेट की गैस, एसिडिटी, छाती की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद है। जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं, उन्हें सवेरे इसका सेवन करना चाहिए। खीरे में स्वास्थ्यवर्धक और सौंदर्यवर्धक अनगिनत गुण होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार खीरा कलांति, दाह पित्त तथा रक्तपित्त दूर करने वाला, रक्त विकार और मूत्र कच्छ नाशक रुचिकर फल है। खीरे में कोलेस्ट्रोल(cholesterol)  बिल्कुल नहीं होता है। जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है उनको तो खीरा रोज खाना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार खीरा में स्ट्रेरोल नाम का योगिक होता है, यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। रोज खीरा खाने से पेट की बीमारी से बहुत हद तक राहत मिल जाती है, जैसे कब्ज, बदहजमी, अल्सर आदि। क्योंकि इस में जल की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल देता है और उच्च फाइबर पेट को साफ करने में मदद करता है। खीरे में जो इरेप्सिन नाम का एंजाइम होता है, वह प्रोटीन को सोखने में मदद करता है। मधुमेह (Diabetes) में लाभकारी खीरे का नियमित सेवन करने से यह इन्सुलिन लेवल को कंट्रोल करता है। खीरा कैंसर से लड़ता है। खीरा खाने से कैंसर होने की आशंका कम होती है। खीरे में तमाम ऐसे गुणकारी तत्व हैं, जो सभी तरह के कैंसर की रोकथाम में सक्षम हैं। गुर्दे से संबंधित बीमारियों में खीरे के रस का सेवन करना लाभप्रद रहता है। प्रतिदिन कुछ विटामिन्स लेना बेहद जरूरी होता है। जैसे विटामिन ए, बी और सी नियमित लेना चाहिए। खीरा अकेला ही हमें प्रतिदिन ये विटामिन देता है। खीरे के छिलके में विटामिन-सी होता है, इसे खाना भी लाभदायक है। खीरा एक ऐसी सब्जी है, जो त्वचा को विभिन्न समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। जैसे टैनिंग, सनबर्न, रैशेज आदि। रोजाना खीरा खाने से रूखी त्वचा में नमी लौट आती है, क्योंकि यह नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करता है। यह त्वचा से तेल के निकलने की प्रक्रिया को कम करके मुहांसों का निकलना कम करता है। आयुर्वेद के अनुसार पेट में गर्मी होने के कारण मुंह से बदबू निकलती है। खीरा पेट को शीतलता प्रदान करने में मदद करता है। अगर मुंह से बदबू निकल रही है, तो कुछ मिनटों के लिए मुंह में खीरे का टुकड़ा रख लें, खीरा जीवाणुओं को मारकर धीरे-धीरे बदबू निकलना कम कर देता है। मानसिक रोग अल्जाइमर से सभी बचना चाहते हैं। रोज खीरा खाना मानसिक रोग के खतरे को कम कर देता है। तनाव से शरीर को बहुत क्षति पहुंचती है। खीरा में जो विटामिन-बी होता है वह अधिवृक्क ग्रंथि को नियंत्रित करके तनाव से हुई क्षति को कम करने में बहुत मदद करता है। खीरे में सिलिकॉन तथा सल्फर होने के नाते यह बालों को स्वस्थ रखने के साथ ही उनकी ग्रोथ भी बढ़ाता है। हीरे के रस के साथ गाजर का जूस तथा पालक का रस मिलाकर पीना लाभकारी है। खीरे के रस में दूध, नींबू रस मिलाकर पूरे शरीर पर लगाने से त्वचा मुलायम हो जाती है। खीरे के रस में जैतून का तेल मिलाकर चेहरे पर मलने से मुंहासे, काले धब्बे और झाइयां आदि दूर हो जाते हैं। खीरे में मौजूद तत्व सिलिशिया बालों और नाखूनों में चमक लाता है और इन्हें मजबूत करता है। सल्फर और सिलिशिया के कारण बाल तेजी से बढ़ते हैं। यदि आंखों के नीचे सूजन आ गई है, तो खीरे की स्लाइस लगाने से यह सही हो जाती है। यह खीरे के गुणों और उपयोग के बारे में सामान्य जानकारी है। औषधि के रूप में खीरे का प्रयोग विशेषज्ञ के परामर्श से ही करें।
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Height Tips : कद बढ़ाने की है जल्दी? ध्यान में रखें ये बातें

Hight 1
Height Tips
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calendar01 Dec 2025 03:17 AM
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Height Tips : वैसे तो हमारे शरीर का कद (Height Tips) पूरी तरह से हमारे जेनेटिक पर ही निर्भर करता है। उदाहरण के लिए आपके माता-पिता की हाइट ((Height Tips)) प्रमुख रूप से आपकी हाइट को प्रभावित करती है। लेकिन कुछ अन्य चीजें भी हैं, जो सामान्य रूप से कद बढ़ने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं और परिणामस्वरूप आपका कद कम रह सकता है। यदि सही समय रहते ऐसी स्थितियो की विशेष रूप से देखभाल की जाए तो सामान्य शारीरिक कद को बढ़ावा मिल सकता है और आप अपना सामान्य कद पा सकती हैं। इसलिए यदि आप अपना कद बढ़ाना चाहती हैं, तो आपको इन तीन बातों का ध्यान रखना जरूरी है -

Height Tips

रस्सी कूदने से मिल सकती है कद बढ़ाने में मदद रस्सी कूदना सिर्फ एक खेल ही नहीं एक कमाल की एक्सरसाइज है। नियमित रूप से रस्सी कूदना शरीर को एक्टिव रखता है, जिससे भोजन से पोषक तत्व प्राप्त करने की क्षमता बढ़ जाती है।

टो टचिंग एक्सरसाइज करना भी है फायदेमंद यह एक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है, जो शरीर का कद बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी होती है। नियमित रूप से टो टचिंग एक्सरसाइज करने से पिंडली, जांघ, व रीढ़ की हड्डी की मांसपेशियां एक्टिवेट हो जाती हैं, जिसे कद जल्दी बढ़ने लग सकता है।

कद बढ़ाने के लिए करें कोबरा पोज अभ्यास यह भी एक प्रकार की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज की तरह ही काम करता है, जो टो टचिंग से ठीक विपरीत शरीर के हिस्से पर इफेक्ट डालता है। यदि कोबरा पोज और टो टचिंग एक्सरसाइज दोनों को एक साथ किया जाए तो यह कद बढ़ाने में कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान कर सकता है।

हैंगिंग एक्सरसाइज है बेहद जरूरी आपने भी अक्सर अपने बुजुर्गों से सुना होगा की लटकने से कद बढ़ता है, जो बिल्कुल सच है। हैंगिग एक्सरसाइज को कद बढ़ाने की सबसे प्रभावी तकनीकों में से एक माना जाता है, क्योंकि इससे शरीर की सभी मांसपेशियां एक्टिवेट हो जाती हैं।

कैल्शियम है कद बढ़ाने के लिए जरूरी आपकी हाइट में हड्डियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि इनसे ही शरीर का ढांचा बना होता है। यदि आप अपना कद बढ़ाना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में दूध, चीज, पनीर और दही आदि को शामिल करें।

विटामिन मदद करते हैं हाइट बढ़ाने में शरीर का पोषण विटामिन के बिना अधूरा रह सकता है और यदि आपके आहार में पर्याप्त विटामिन नहीं हैं, तो इसका असर आपकी हाइट पर भी पड़ सकता है। इसलिए अपना आहार में अनेक प्रकार के फल, सब्जियां और अन्य पोषण से भरपूर आहार शामिल करें।

डाइट में शामिल करेंगे मिनरल्स तो मिलेगा लाभ शरीर का निर्माण करने और उसे बनाए रखने में खनिज बहुत जरूरी होते हैं। अपने आहार में अलग-अलग प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और अन्य खाद्य पदार्थ शामिल करें। इसके लिए आप किसी अच्छे डाइटीशियन से भी संपर्क कर सकती हैं।

भूलकर भी न करें ये काम जंक फूड न खाएं बाहर का खाना आपके शरीर के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। ऐसी चीजें खाने से सिर्फ आपका पेट ही खराब नहीं होता है, यह कद बढ़ने से रोकने वाले एक कारक के रूप में भी काम कर सकता है। इसलिए हमेशा घर पर बना हेल्दी खाना ही खाएं।

मानसिक रूप से स्वस्थ रहें मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होना आपके समस्त शरीर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए यदि आपको कोई मानसिक समस्या है, तो जल्द से जल्द किसी डॉक्टर से संपर्क कर लें।