Raisina Dialogue 2022: PM मोदी करेंगे रायसीना डायलॉग का उद्घाटन, 90 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल




Hijab Controversy in france : भारत में उपजा हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यह इंडिया से भी बाहर निकलकर फ्रांस पहुंच गया है। फ्रांस में आगामी 24 अप्रैल को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है, लेकिन इससे पहले यहां पर हिजाब पहनने को लेकर मुद्दा गर्मा गया है। हालांकि हिजाब को चुनावी मुद्दा बनाये जाने का फ्रांस की जनता विरोध भी कर रही है और इस पर सवाल भी उठा रही है।
आपको बता दें कि फ्रांस में 24 अप्रैल को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे हैं। इन चुनावों में राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों को दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ले पेन से कड़ी टक्कर मिल रही है। इस चुनाव में भारत तरह फ्रांस में भी हिजाब को चुनाव मुद्दा बनाया जा रहा है। जिसका वहां पर खासा विरोध भी हो रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों की प्रतिद्वंद्वी और दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ले पेन ने हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। आपको बता दें कि पश्चिमी यूरोप की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी फ्रांस में ही रहती है। फ्रांस में रहने वाले कुछ मुसलमानों को लगता है कि राष्ट्रपति अभियान ने उनके विश्वास को कलंकित किया है।
फ्रांस मेें जो महिलाएं हिजाब पहनती हैं, उन्हें यह बात अख्रर रही है कि क्या वाकई में उनके कपड़ों को राजनीति का हिस्सा बनना चाहिए? क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में और भी कई मुद्दे हैं, जिन पर बात होनी चाहिए, लेकिन हिजाब पर ही बात हो रही है। इसी प्रश्न को चुनाव प्रचार के दौरान एक मुस्लिम महिला ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों और उनकी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार मरीन ले पेन से पूछ लिया।
एक डिबेट में मौजूदा राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों ने ला पेन के हिजाब वाले बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि वो किसी भी कानून में बदलाव नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने धर्मनिरपेक्ष फ्रांसीसी सिद्धांतों के हिस्से के रूप में हिजाब पर मौजूदा प्रतिबंधों का बचाव भी किया।
राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को अपने कार्यकाल के दौरान कई फैसलों के चलते दुनियाभर में आलोचना झेलनी पड़ी है। दूसरी तरफ प्रदिद्वंद्वी ला पेन ने तो सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने वालों पर ट्रैफिक नियम तोड़ने का जुर्माना लगाने की भी बात कही थी।
Hijab Controversy in france : भारत में उपजा हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यह इंडिया से भी बाहर निकलकर फ्रांस पहुंच गया है। फ्रांस में आगामी 24 अप्रैल को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है, लेकिन इससे पहले यहां पर हिजाब पहनने को लेकर मुद्दा गर्मा गया है। हालांकि हिजाब को चुनावी मुद्दा बनाये जाने का फ्रांस की जनता विरोध भी कर रही है और इस पर सवाल भी उठा रही है।
आपको बता दें कि फ्रांस में 24 अप्रैल को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे हैं। इन चुनावों में राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों को दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ले पेन से कड़ी टक्कर मिल रही है। इस चुनाव में भारत तरह फ्रांस में भी हिजाब को चुनाव मुद्दा बनाया जा रहा है। जिसका वहां पर खासा विरोध भी हो रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों की प्रतिद्वंद्वी और दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ले पेन ने हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। आपको बता दें कि पश्चिमी यूरोप की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी फ्रांस में ही रहती है। फ्रांस में रहने वाले कुछ मुसलमानों को लगता है कि राष्ट्रपति अभियान ने उनके विश्वास को कलंकित किया है।
फ्रांस मेें जो महिलाएं हिजाब पहनती हैं, उन्हें यह बात अख्रर रही है कि क्या वाकई में उनके कपड़ों को राजनीति का हिस्सा बनना चाहिए? क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में और भी कई मुद्दे हैं, जिन पर बात होनी चाहिए, लेकिन हिजाब पर ही बात हो रही है। इसी प्रश्न को चुनाव प्रचार के दौरान एक मुस्लिम महिला ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों और उनकी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार मरीन ले पेन से पूछ लिया।
एक डिबेट में मौजूदा राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों ने ला पेन के हिजाब वाले बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि वो किसी भी कानून में बदलाव नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने धर्मनिरपेक्ष फ्रांसीसी सिद्धांतों के हिस्से के रूप में हिजाब पर मौजूदा प्रतिबंधों का बचाव भी किया।
राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को अपने कार्यकाल के दौरान कई फैसलों के चलते दुनियाभर में आलोचना झेलनी पड़ी है। दूसरी तरफ प्रदिद्वंद्वी ला पेन ने तो सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने वालों पर ट्रैफिक नियम तोड़ने का जुर्माना लगाने की भी बात कही थी।
