Odisha by-Election : पदमपुर सीट पर जीत बीजद की प्रतिष्ठा का सवाल

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Odisha by-Election
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 10:42 AM
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Odisha by-Election :   बीजू जनता दल (बीजद) को 2009 के बाद से उपचुनाव में इस महीने की शुरुआत में पहली हार मिलने के बाद ओडिशा में पदमपुर विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को होने वाला उपचुनाव सत्तारूढ़ पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का मामला बन गया है। धामनगर उपचुनाव में छह नवंबर को मिली जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अगुवाई वाली पार्टी से यह ग्रामीण सीट हथियाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।

Odisha by-Election :

कांग्रेस को भी इस बार जीत का भरोसा है और वह किसानों के मुद्दों को लेकर भाजपा तथा बीजद दोनों पर निशाने साध रही है। मतदाताओं को लुभाने के लिए तीना प्रमुख दल पदमपुर के किसानों के मुद्दे उठा रहे हैं जहां 82 प्रतिशत आबादी कृषक समुदाय से आती है। ‘‘अपर्याप्त’’ न्यूनतम समर्थन मूल्य, केंदु पत्ते तोड़ने वालों की ‘‘कम’’ मजदूरी, धान की खरीद में ‘‘कुप्रबंधन’’, फसल बीमा के दावों के निपटारे में ‘‘देरी’’ और सूखाग्रस्त किसानों के लिए सब्सिडी का भुगतान किसानों के प्रमुख मुद्दे हैं। नेता मौजूदा बारगढ़ से अलग कर पदमपुर जिला बनाने की मांग और स्थानीय युवाओं के पलायन के मुद्दे भी उठा रहे हैं। केंद्र पर ओडिशा के लोगों की मांग को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए सत्तारूढ़ पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधने के लिए पदमपुर से गुजरने वाली बारगढ़-नुआपाड़ा रेल परियोजना ‘‘रोकने’’ का मुद्दा उठाया जबकि भाजपा ने आरोप लगाया कि नवीन पटनायक सरकार के ‘‘सहयोग न करने’’ के कारण यह प्रस्तावित योजना लागू नहीं की जा सकी। बीजद के एक वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह उपचुनाव हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम हाल में तटीय धामनगर सीट पर उपचुनाव हारे हैं। पार्टी 2024 के आम चुनाव से पहले एक और हार बर्दाश्त नहीं कर सकती।’’ बीजद ने इस सीट पर विधायक रहे बिजय रंजन सिंह बरिहा की बड़ी बेटी बर्षा सिंह बरिहा को उम्मीदवार बनाया है। उनके पिता के निधन के बाद ही इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ रहा है। वहीं, भाजपा ने पार्टी की ओडिशा इकाई के कृषक मोर्चा के प्रमुख प्रदीप पुरोहित को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने सत्य भूषण साहू को प्रत्याशी बनाया है जो पहले तीन बार इस सीट पर जीत चुके हैं। भाजपा और बीजद दोनों प्रचार अभियान में अपने आदिवासी नेताओं को शामिल कर रहे हैं क्योंकि इस सीट पर आदिवासी समुदाय के वोट अहम हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र के 2.57 लाख से अधिक मतदाताओं की 29 फीसदी आबादी आदिवासियों की है। तीनों प्रमुख दल प्रवासी कामगारों को लुभाने की कड़ी मशक्कत कर रहे हैं और उनके लिए योजनाएं लाने का वादा कर रहे हैं ताकि उन्हें अपने पैतृक स्थानों पर ही आजीविका के अवसर मिल सकें।

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UP Political News : यादव परिवार अच्छी तरह जानता है कि उनकी एकता कब तक चलेगी: केशव प्रसाद मौर्य

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Keshav prasad Maurya and Akhilesh Yadav
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 07:36 PM
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UP Political News :  समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके प्रतिनिधित्व वाली मैनपुरी संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के पुनर्मिलन को लेकर सपा पर निशाना साधते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यादव परिवार सबसे अच्छी तरह जानता है कि यह एकता कब तक चलेगी।

UP Political News :

  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके मौर्य ने दावा किया कि अब जनता ने वंशवादी राजनीति को खत्म करने का मन बना लिया है। भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य के समर्थन में मौर्य ने कहा कि लोगों में मुलायम सिंह यादव के लिए सहानुभूति है, लेकिन वे उपचुनाव में सपा को वोट नहीं देंगे। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद पांच दिसंबर को होने वाले मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सपा ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को टिकट दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसा लगता है कि चुनाव के बाद यादव परिवार एकजुट रहेगा, मौर्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह उनका मामला है।’’ चाचा-भतीजा (शिवपाल और अखिलेश) जिनके बीच 2016 में आपसी विवाद के बाद लंबे समय से अच्छे संबंध नहीं थे, एक बार फिर से एक साथ आए हैं और डिंपल की जीत को मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि बताते हुए सीट बरकरार रखने की कोशिश में लगे हैं। 2016 में अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने उस समय राज्य सरकार के मंत्री शिवपाल सिंह यादव को बर्खास्त कर दिया था। तब चाचा और भतीजे के बीच रिश्ते खराब हो गए थे। 2017 में जब अखिलेश यादव सपा के अध्यक्ष बने, तब शिवपाल पार्टी से अलग हो गए। शिवपाल सिंह यादव ने 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन किया। हालांकि दोनों ने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हाथ मिलाया था, लेकिन उसके बाद उनके रिश्ते फिर से खराब हो गए। जब से शिवपाल सिंह यादव ने सपा से नाता तोड़ा है, ऐसी अफवाहें थीं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने हर बार इसका खंडन किया, लेकिन भाजपा सरकार द्वारा उनकी पार्टी के लिए एक बंगले के आवंटन ने अटकलों को हवा दी थी। उसी दौरान राज्य सरकार ने 2018 में शिवपाल सिंह यादव को ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा भी मुहैया कराई जिसे रविवार को घटाकर ‘वाई श्रेणी’ का करने का आदेश दे दिया गया। शिवपाल सिंह यादव खेमे की करीबी मानी जाने वाली मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद, सत्तारूढ़ दल से उनकी निकटता के कयास लगाए जाने लगे। मैनपुरी उपचुनाव घोषित होने के बाद यह संकेत मिला कि भाजपा ने शिवपाल सिंह यादव के एक समय करीबी रघुराज सिंह शाक्य को इसलिए अपना उम्मीदवार बनाया है ताकि शिवपाल की ताकत का अनुकूल लाभ मिल सके। हालांकि सपा द्वारा मैनपुरी के लिए अपने स्टार प्रचारक के रूप में शिवपाल यादव के नाम की घोषणा के बाद पुनर्मिलन प्रक्रिया शुरू हुई और बाद में उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से डिंपल यादव की जीत सुनिश्चित करने के लिए कहा। इसके बाद अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल दोनों ने शिवपाल यादव से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। केशव मौर्य ने कहा, ‘‘‘नेताजी’ (मुलायम सिंह यादव) के प्रति सहानुभूति की भावना है और लोगों ने उनके निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी है।’’ मौर्य ने मैनपुरी  कहा, ‘‘लेकिन, वे अखिलेश यादव की पार्टी (समाजवादी पार्टी) या उसके उम्मीदवार (डिंपल यादव) को वोट देने के लिए तैयार नहीं हैं।’’ मौर्य ने उपचुनाव में भाजपा के बड़े अंतर से जीतने का भरोसा जताया। मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं- मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल और जसवंत नगर। 2022 के विधानसभा चुनावों में सपा ने करहल, किशनी और जसवंत नगर सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा ने मैनपुरी और भोगांव सीटों पर जीत हासिल की। अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और इसी तरह जसवंत नगर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व शिवपाल यादव करते हैं। मैनपुरी में पांच दिसंबर को मतदान और आठ दिसंबर को मतगणना होगी।

Jharkhand Police : झारखंड पुलिस ने बलात्कार मामले में छत्तीसगढ़ उपचुनाव के भाजपा उम्मीदवार, तीन अन्य को नोटिस भेजा

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Jharkhand Police : झारखंड पुलिस ने बलात्कार मामले में छत्तीसगढ़ उपचुनाव के भाजपा उम्मीदवार, तीन अन्य को नोटिस भेजा

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Jharkhand Police
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:33 AM
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Jharkhand Police :  कांकेर (छत्तीसगढ़),  छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर ​विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार समेत चार लोगों को झारखंड पुलिस ने बलात्कार के एक मामले में नोटिस भेज कर थाने में हाजिर होने के लिए कहा है। भाजपा उम्मीदवार ब्रम्हानंद नेताम और तीन अन्य इस मामले में आरोपी हैं।

Jharkhand Police :

नोटिस में आरोपियों से कहा गया है कि उनके खिलाफ झारखंड के टेल्को थाना में बलात्कार के मामले में भारतीय दंड संहिता, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण ​अधिनियम और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों से कहा गया है कि वे इस मामले की जांच में सहयोग करते हुए मंगलवार सुबह 10 बजे कैंप थाना कांकेर में उपस्थित हों। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस ने 20 नवंबर को दावा किया था कि भाजपा के पूर्व विधायक और भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम 15 मई, 2019 को जमशेदपुर के टेल्को पुलिस थाने में दर्ज बलात्कार के एक मामले में आरोपी हैं लेकिन उन्होंने अपने चुनावी शपथपत्र में कथित तौर पर अपने खिलाफ दर्ज अपराध को छुपाया था। छत्तीसगढ़ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि झारखंड के टेल्को पुलिस थाने का एक दल सोमवार को कांकेर पहुंचा और नेताम तथा तीन अन्य आरोपियों केशव सिन्हा, नरेश सोनी और दीपांकर सिन्हा के ठिकाने का पता लगाने के लिए स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। छत्तीसगढ़ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि झारखंड पुलिस के दल ने सोमवार को जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी। मंगलवार की सुबह स्थानीय पुलिस के साथ झारखंड पुलिस चारों आरोपियों के घर पहुंची थी। उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 366 ए (नाबालिग लड़की की खरीद), 376 (बलात्कार), 376 एबी (12 साल से कम उम्र की लड़की से बलात्कार) एवं अन्य प्रासंगिक धाराओं, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण (पॉक्सो) तथा अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। राज्य में इस उपचुनाव के दौरान झारखंड पुलिस की कार्रवाई से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर उपचुनाव में हार की आशंका से नेताम की छवि खराब करने के लिए हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के साथ मिलीभगत कर साजिश रचने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं ने सवाल किया है कि जब 2019 में मामला दर्ज किया गया था तब झारखंड पुलिस ने लंबे समय तक कार्रवाई क्यों नहीं की।

Bharat Jodo Yatra : कांग्रेस की यात्रा में बज रहा है, समाजवादी कवि द्वारा रचित गीत

राज्य के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी की मृत्यु के बाद से यह सीट रिक्त है। इस सीट पर पांच दिसंबर को मतदान होगा तथा आठ दिसंबर को मतों की गिनती की जाएगी।