दुनिया की 500 प्रभावशाली शख्सियत में मौलाना महमूद मदनी का नाम शामिल

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Maulana Mahmood Madani
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Oct 2021 12:01 PM
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Saharanpur News : जमीयत उलेमा ए हिंद (Jamiat Ulema e Hind) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mahmood Madani)  का नाम दुनिया की 500 प्रभावशाली शख्सियतों की सूचि में शामिल किया गया है। जॉर्डन के मशहूर शोध संगठन आरआईएसएससी द्वारा लगातार तेरहवीं बार मौलाना का नाम अपनी सूचि में शामिल किया है। वहीं, महमूद मदनी भारत के प्रभावशाली लोगों में नम्बर एक आ गए हैं। आरआईएसएससी संस्था के सर्वे में 500 लोगों की सूची में दुनिया भर के धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक समेत शिक्षा, विज्ञान, आदि विभिन्न क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों को शामिल किया गया है। इनमें 500 लोगों की सूची में मदनी की 27वी रैंक है। पूर्व की सूची में बरेली के मौलवी मुफ्ती अख्तर रजा खान कादरी अजहरी को भी शामिल किया गया था, लेकिन उनका निधन हो चुका है। सर्वे करने वाली संस्था ने मौलाना महमूद मदनी की राष्ट्र और सामाजिक सेवाओं के बारे में भी उल्लेख किया है। संस्था ने लिखा है कि मौलाना महमूद मदनी ने भारत में मुसलमानों के अधिकारों की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही वे आतंकवाद के खिलाफ भी मुखर रहे। दारुल उलूम देवबंद से आतंकवाद के खिलाफ फतवा भी लिया। साथ ही देश भर में आतंकवाद विरोधी सम्मेलन आयोजित किए

13वीं बार आया मदनी का नाम आरआईएसएससी प्रत्येक वर्ष सर्वे करती है और सूची तैयार करती है। इस सूची में मौलाना महमूद मदनी का नाम 13 बार 50 शीर्ष लोगों में आ चुका है।

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Political News : अखिलेश व राजभर में हुआ समझौता

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locationभारत
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calendar30 Nov 2025 04:53 PM
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लखनऊ  lउत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने सोहेल देव भारतीय समाज पार्टी के साथ  गठबंधन किया हैl अब दोनों दल मिलकर एक साथ  उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे
आज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की | मुलाकात के दौरान दोनों दलों के नेताओं के बीच  एक साथ चुनाव लड़ने को लेकर व्यापक चर्चा हुई|  चर्चा के दौरान दोनों दोनों ने आपसी सहमति से एक साथ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया|
समाजवादी पार्टी तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के गठबंधन होने से भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य दलों को भारी  झटका लगा है ,राजनीतिक विश्लेषकों का दावा  है कि यह दोनों दल मिलकर आगामी चुनाव में भाजपा को करारी टक्कर दे सकते हैं |
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रहस्यमयी बुखार के बाद प्लेटलेट्स की कमी से मौतें, डेंगू के मिल चुके 105 मरीज

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 04:53 PM
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Saharanpur News : सहारनपुर में कोरोना के बाद अब बुखार (fever) कहर बरपाने लगा है। इसका ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई दे रहा हैं। गांव तीतरों में सपना (36) व प्रशांत (30) की बुखार के कारण मौत हो गई। वहीं गांव अंबेहटा में भी मरियम (12) ने बुखार से दम तोड़ दिया है। उधर, सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की कतार लगी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 105 डेंगू (dengue) के मरीज मिले हैं। जबकि डेंगू (dengue) से 20 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।

सहारनपुर जिले में करीब डेढ़ माह से कोरोना संक्रमण के मरीजों की रफ्तार पर लगाम लगी है, लेकिन अनजान बुखार का प्रकोप लोगों की जान लेने में लगा है, जो बच्चों और युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। जिले में अभी तक 20 से ज्यादा मौतें अनजान बुखार से हो चुकी हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी तक इस रहस्यमयी बुखार को नहीं जान पाया है। बुखार के बाद सीधा गले पर अटैक करता है और उल्टी होने के बाद मरीज की मौत हो जा रही है। मरीज में प्लेटलेट्स की काफी कमी की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।

रहस्यमयी बुखार के कारण मरीजों में अचानक प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है। इससे कई मरीजों की करीब 12 घंटे के बाद ही जान चली जा रही है। यह स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा देखने को मिल रही है। ग्रामीण इलाकों के मरीज बुखार को हल्के तौर पर ले रहे हैं और दुकान, मेडिकल स्टोर या फिर झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में पड़ जाते हैं और मौत की आखिरी दहलीज पर पहुंच जाते हैं। ऐसा ही एक मामला बेहट रोड के गोपालपुर में विकास (22) के साथ हुआ। बुखार में वह कुछ दिनों तक इधर-उधर से दवा खाता रहा, लेकिन स्थिति खराब होने पर देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती हुआ। जहां उसमें प्लेटलेट्स की कमी हो गई। परिजन प्लेटलेट्स के लिए इधर-उधर भटकते रहे। प्लेटलेट्स न मिलने के कारण विकास काल के गाल में समा गया।

जिला अस्पताल बना रेफरल सेंटरजिला अस्पताल में बुखार के मरीजों के साथ-साथ अन्य बीमारियों के मरीजों की भी कतार लगी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने बड़ी समस्या यह आ रही है कि उनके पास संसाधन और स्टाफ की कमी है। ऐसे में इमरजेंसी में बैठे चिकित्सक अपना लोड कम करने के लिए गंभीर मरीजों को रेफर कर रहे हैं। गरीब मरीज अपना इलाज बाहर नहीं करा पाते हैं, जिस कारण उनकी जान पर बन जाती है। इमरजेंसी के आंकड़ों पर नजर डालें तो करीब डेढ़ माह में 469 लोगों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। जिनमें से बुखार के 300 से ज्यादा मरीज हैं।

ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग बुखार की सूचना पर दौड़ रहा है, लेकिन मरीजों की बढ़ती रफ्तार को रोकने में असहाय नजर आ रहा है। गांव-गांव में कैंप लगाकर मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं। उपचार की कोशिश भी की जा रही है। लेकिन मौत का ग्राफ रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गांव टपरी कलां से शुरू हुआ बुखार गंगोह, अंबेहटा, तीतरों, देवबंद, रामपुर मनिहारान में अपना पैर पसार चुका है।

मुख्य चिकित्साधिकारी CMO डा. संजीव मांगलिक का कहना है कि मरीजों के इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। फिलहाल वायरल बुखार चल रहा है। डेंगू के अभी तक 105 मरीज मिल चुके हैं। डेंगू से अभी तक किसी की जान नहीं गई है। स्टाफ की कमी है, जिसके लिए शासन को पत्र भेजा गया है।