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Birthday Special- बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी को ऐसे मिला ‘जॉनी वॉकर’ का नाम, गुरुदत्त का पसंदीदा ब्रांड था ये

जॉनी वॉकर

Johnny Walker Birthday Special- आज भारतीय सिनेमा के जाने-माने कॉमेडियन जॉनी वॉकर का जन्मदिन है। हिंदी सिनेमा में कॉमेडी को नई दिशा देने वाले इस अभिनेता के जन्मदिन के खास मौके पर जानते हैं इनसे जुड़ी कुछ खास और महत्वपूर्ण बातें-

इस दुनिया में सबसे बड़ा काम है, किसी इंसान के चेहरे पर हंसी लाना। हर इंसान में यह कला नहीं होती है। जिस इंसान में यह काबिलियत होती है की वो दूसरो के चेहरे पर हंसी ला सके, वह इंसान वाकई में नेक काम कर रहा होता है। ऐसे ही एक नेक इंसान में एक नाम शामिल है जॉनी वॉकर (Johnny Walker) का, जिन्होंने 50, 60 व 70 के दशक में भारतीय सिनेमा में हंसी बिखेरी। जब भी भारतीय सिनेमा में बेस्ट कॉमेडियन की बात की जाती है तो उसमें जॉनी वाकर का नाम सबसे पहले आता है।

जॉनी वॉकर का प्रारंभिक जीवन –

इनका जन्म 11 नवंबर 1926 को इंदौर मध्यप्रदेश में हुआ था। बचपन में इनका नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी था। इनका बचपन बेहद मुश्किल भरे दौर से गुजरा था। 10 भाई बहनों में यह दूसरे नंबर पर थे। इनके पिता एक मिल में काम करते थे, जिसके बंद हो जाने की वजह से घर के खर्चे में मुश्किलें आ रही थी। अतः पिता के साथ-साथ इनके ऊपर भी घर के खर्चे की जिम्मेदारी आ गई। घर के खर्चे में पिता का हाथ बंटाने के लिए इन्होंने बस कंडक्टर की नौकरी शुरू कर दी।

बचपन से ही था मिमिक्री करने का शौक –

बस कंडक्टर की नौकरी मिलने की वजह से जॉनी बेहद खुश थे और इसकी वजह यह थी कि वह इस नौकरी में रहते मुंबई फिल्म स्टूडियो में भी घूम सकेंगे। जिनकी जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट भी था क्योंकि यहीं पर इनकी मुलाकात फिल्म डायरेक्टर के. आसिफ के सचिव के साथ हुई। यहीं से इन्हें फिल्म आखिरी पैमाने’ (Akhiri paimane) में एक छोटा सा रोल करने का मौका मिला। और इसी रोल ने इनकी पूरी जिंदगी बदल दी।

बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी को ऐसे मिला जॉनी वॉकर का नाम –

फिल्म अभिनेता बलराज साहनी (Balraj Sahni) के कहने पर जॉनी वॉकर (Johnny Walker) फिल्म डायरेक्टर गुरुदत्त (Gurudatt) से मिलने गए थे। गुरुदत्त ने उनसे छोटी सी एक्टिंग करने को कहा। तब उनके कहने पर जॉनी ने उनके सामने एक शराबी की एक्टिंग की। उन्होंने यह अपने इतनी खूबसूरती से किया कि गुरुदत्त को शक हो गया कि कहीं उन्होंने सच में तो शराब नहीं पी रखी है। पहले तो गुरुदत्त जॉनी वॉकर से काफी नाराज हुए लेकिन जब उन्हें सच्चाई पता चली तो बेहद खुश हुए। इस घटना के बाद ही गुरुदत्त ने इन्हें अपने पसंदीदा ब्रांड के नाम से ‘जॉनी वॉकर ‘ नाम दे दिया। और आगे जाकर हिंदी सिनेमा मिलके इसी नाम से मशहूर हुए।

हिंदी सिनेमा में बहुत ही शानदार रहा जॉनी का सफर –

जॉनी ने अपने फिल्मी सफर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। इन्होंने ‘मुगल ए आजम’ ‘देवदास’, ‘टैक्सी ड्राइवर’, ‘मधुमति’ जैसी बेहतरीन फिल्मों में यादगार अभिनय किए। यह एक ऐसे अभिनेता थे जिनके रोल के लिए मेकर्स, राइटर्स पर दबाव डालते थे कि फिल्म में उनके रोल को ऐड किया जाए। जिस फिल्म से जॉनी वाकर का नाम जुड़ जाता था उस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों का सैलाब सिनेमाघरों में टूट पड़ता था।

फिल्मी सिनेमा को दिए गए इनके अभूतपूर्व योगदान को कोई भुला नहीं सकता। आज इनके जन्मदिन के खास मौके पर हम इस पोस्ट के माध्यम से इन्हें एक छोटी सी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

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