Sushmita Sen Birthday Special- सुष्मिता सेन के इरादे बहुत ही मजबूत हैं। उनके मजबूत इरादों की वजह से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स का खिताब हासिल किया। सुष्मिता ने अपनी काबिलियत के दम पर ये मुकाम हासिल किया। सुष्मिता ने ऐश्वर्या राय को भी टक्कर दी थी और सबको पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया। आज इसी मजबूत इरादों वाली मिस यूनिवर्स का जन्मदिन है। आइये सुष्मिता के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं इनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें।
सुष्मिता सेन का जन्म 19 नवंबर 1975 में हुआ था। सुष्मिता बहुत ही साधारण परिवार से थीं। जब सुष्मिता मिस यूनिवर्स कांटेस्ट में गईं थीं तो उनकी खूबसूरती के साथ उनकी हाज़िर जवाबी और काबिलियत ने भी ज्यूरी मेंबर्स को लोहा मानने पर मजबूर कर दिया। उनके तेज दिमाग और जवाबों ने लोगों का दिल जीत लिया। उनके एक जवाब में उन्होंने कहा था कि भारतीयों के लिए जीने के लिए सबसे बड़ी पूंजी है प्यार। इसके साथ ही सुष्मिता ने यह भी कहा कि भारत में हर धर्म का व्यक्ति रहता है और हर कोई प्यार से भाईचारे के साथ रहता है।
● पैसे न होने की वजह से जुराब से बनाए ग्लव्स:-
सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) ने महज 18 साल की उम्र में फेमिना मिस इंडिया का खिताब अपने नाम किया था। सुष्मिता ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने जीवन से जुड़ा एक बेहतरीन किस्सा सबको बताया था। उन्होंने बताया था कि उनके पास गाउन खरीदने तक के भी पैसे नहीं थे और उन्होंने किस तरह से गाउन का जुगाड़ किया था। सुष्मिता ने सरोजिनी नगर से एक नॉर्मल से दर्जी से अपना गाउन सिलवाया था।
सुष्मिता (Sushmita Sen) के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो एक डिज़ाइनर ड्रेस खरीद सकें। लेकिन उन्हें कांटेस्ट के लिए ड्रेस की ज़रूरत थी। जिसकी वजह से उन्होंने एक साधारण से पेटिकोट सिलने वाले दर्जी से अपनी ड्रेस तैयार करवाई थी। उनकी मां ने बचे हुए फैब्रिक से उनकी ड्रेस में एक गुलाब का फूल बनाया था। यही नहीं सुष्मिता के पास ग्लव्स नहीं थे, इसलिए उन्होंने जुराब काटकर ग्लव्स बनाए थे। जब उन्होंने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था तो उन्होंने ये बात स्वीकार की थी कि उन्होंने ये मुकाम और जीत अपने मजबूत इरादों से हासिल की थी न कि पैसों से।