Adani Group OCCRP Report Controversy: शेयर बाजार में पिछले कुछ सालों में अडाणी ग्रुप ने निवेशकों को अच्छा मुनाफा दिलाया था। लेकिन बीच में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप में खलबली मचा दी थी। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में एक खुलासा किया गया था जिसमें Adani Group की कंपनियों को ओवरवैल्यूड बताया गया था और अकाउंट में हेर फेर का आरोप लगाया था । लेकिन उस समय भी अडानी ग्रुप ने इस दावे को खारिज कर दिया था। वहीं एक बार फिर शेयर बाजार के विवादों में अडानी ग्रुप को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें कहा जा रहा है कि अडानी ग्रुप के निदशक अपने शेयर खरीद कर बाजार में एक बड़ा निवेश किए है।
OCCRP की रिपोर्ट में किया गया दावा
Adani Group OCCRP Report Controversy:
एक बार फिर शेयर बाजार में एक नया दावा किया गया, यह दावा अडानी ग्रुप को लेकर है। यह दावा OCCRP ऑर्गेनाइज्ड क्राईम और करप्शन रिपोर्ट प्रोजेक्ट की ओर से किया गया है। जिसमें कहा जा रहा है कि अडानी ग्रुप के निवेशक अपने शेयर को खरीद कर बाजार में निवेश कर रहे थे। वही OCCRP ने दो लोगों का जिक्र भी किया है जिसमें कहा जा रहा है कि निवेदक नासिर अली ,शाबान अहली और चैंग चुग लिग के लंबे समय से अडानी ग्रुप से संबंध है। वहीं गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी ग्रुप के कंपनी में यह लोग डायरेक्टर और शेयर होल्डर के रूप में काम करते हैं।
अडानी ग्रुप ने कहा खारिज करते हैं रिपोर्ट
Adani Group OCCRP Report Controversy:
पूरे मामले को लेकर Adani Group ने सारी रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि, यह एक कोशिश है फिर से हिंडनबर्ग को जिंदा करने की और हमारे कंपनी और शेयरों को विवादित करने की। वही अडानी ग्रुप ने कहा है कि OCCRP ने जो आरोप लगाए हैं यह करीब 10 साल पहले जुड़े मामले से संबंधित है। वह भी यह बंद हो चुका है वही इस मामले को लेकर मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला भी दिया था। अडानी ग्रुप की तरफ से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट और सेबी मामलों की जांच कर रही है। इसके अलावा बाकी रिपोर्ट को हम लोग खारिज करते हैं।