इन 3 कारणों से हरा-भरा रहता है शेयर बाजार, अभी जानें वरना पछताएंगे

भारतीय शेयर बाजार 12 दिसंबर 2025 को लगातार दूसरे दिन तेजी के साथ उभरा। सेंसेक्स ने 400 अंक की छलांग लगाई और निफ्टी ने फिर से 26,000 का स्तर पार किया। निवेशकों का मनोबल बढ़ने के साथ बाजार में उत्साह देखने को मिला। इस तेजी के पीछे तीन बड़े कारण हैं बताए जा रहे हैं। चलिए जानते हैं...

Share Market Rise
सेंसेक्स 400 अंक उछला और निफ्टी 26,000 पार
locationभारत
userअसमीना
calendar12 Dec 2025 01:54 PM
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भारतीय शेयर बाजार आज (12 दिसंबर 2025) लगातार दूसरे दिन तेजी के साथ कारोबार करते नजर आए। शुरुआती कारोबारी सत्र में सेंसेक्स ने 400 अंकों की छलांग लगाई और निफ्टी ने फिर से 26,000 के स्तर को पार किया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तेजी के पीछे तीन मुख्य कारण हैं जो निवेशकों के मनोबल को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।

सुबह के कारोबार का हाल

सुबह 10 बजे के करीब सेंसेक्स 370.72 अंक या 0.44% बढ़कर 85,188.85 पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 118.60 अंक या 0.46% की बढ़त के साथ 26,017.15 पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी कारोबार के दौरान लगभग 0.8 प्रतिशत तक उछल गए।

मजबूत ग्लोबल सेंटिमेंट

आज के तेजी में सबसे बड़ा योगदान ग्लोबल मार्केट का रहा। एशियाई शेयर बाजार जैसे कि साउथ कोरिया का कास्पी, जापान का निक्केई 225 और हांगकांग का हैंग सेंग सुबह के कारोबार में हरे निशान पर ट्रेड कर रहे थे। वहीं अमेरिकी शेयर बाजार भी बीती रात बढ़त के साथ बंद हुए। इन संकेतों ने घरेलू निवेशकों को भरोसा दिया और बाजार में तेजी का मार्ग प्रशस्त किया।

मोदी–ट्रंप बातचीत से निवेशकों को भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की। इस बातचीत में द्विपक्षीय समझौते और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। मोदी ने इसे गर्मजोशी भरी और दिलचस्प बातचीत बताया। ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता के बीच यह कदम निवेशकों को राहत और भरोसा प्रदान कर रहा है।

VIX में गिरावट

इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) शुक्रवार को 2.5% गिरकर 10.14 पर आ गया। VIX का गिरना आमतौर पर संकेत देता है कि बाजार में अनिश्चितता कम हुई है और निवेशक अधिक जोखिम लेने के लिए तैयार हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों का सेंटिमेंट मजबूत हुआ है और बाजार में तेजी का माहौल बन रहा है।

(डिस्क्लेमरः चेतना मंच यूजर्स को सलाह देता है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

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ScaleSauce IPO की ताबड़तोड़ शुरुआत! निवेश से पहले जरूर पढ़ें ये अपडेट

ScaleSauce IPO ने NSE SME पर 90% प्रीमियम के साथ दमदार लिस्टिंग की लेकिन थोड़ी देर में शेयर लोअर सर्किट पर फिसल गया। यहां जानिए ScaleSauce के शेयर प्राइस, कंपनी का बिजनेस, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस, IPO सब्सक्रिप्शन, फंड इस्तेमाल और आगे निवेश से जुड़ी जरूरी जानकारी।

ScaleSauce IPO Listing
ScaleSauce IPO: 90% लिस्टिंग गेन, जानें पूरी डिटेल
locationभारत
userअसमीना
calendar12 Dec 2025 01:07 PM
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देश में कंज्यूमर ब्रांड्स तैयार करने वाली कंपनी ScaleSauce Design India ने आज NSE SME एक्सचेंज पर शानदार एंट्री की। कंपनी के शेयर्स की लिस्टिंग ₹203.30 पर हुई जो कि IPO प्राइस ₹107 से लगभग 90% का जबरदस्त प्रीमियम था। शुरुआती रफ्तार ने निवेशकों को उत्साहित किया लेकिन कुछ ही देर में शेयर फिसलकर ₹193.15 के लोअर सर्किट पर पहुंच गया। इसके बावजूद IPO निवेशकों के पास अब भी 80% से अधिक का लाभ मौजूद है।

ScaleSauce IPO को इतना जोरदार रिस्पांस क्यों मिला?

स्केलसॉस का ₹40.21 करोड़ का IPO 5 से 9 दिसंबर तक खुला था और इसे निवेशकों की तरफ से बेहतरीन रिस्पांस मिला। IPO कुल मिलाकर 2.19 गुना सब्सक्राइब हुआ। खास बात यह रही कि गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा लगभग 4.60 गुना भरा जो निवेशकों के भरोसे का संकेत है। कंपनी द्वारा जारी किए गए 37,58,400 नए शेयर पूरी तरह फ्रेश इश्यू थे।

IPO की रकम का इस्तेमाल कहां होगा?

ScaleSauce ने निवेशकों से मिले फंड के इस्तेमाल की स्पष्ट और पारदर्शी योजना बनाई है जो इसकी वित्तीय अनुशासन को दर्शाती है। जुटाई गई रकम में से लगभग ₹11.49 करोड़ ऑफिस खरीदने, इंटीरियर और रिफर्बिशमेंट पर खर्च होंगे। ₹11 करोड़ कंपनी अपने कर्ज को हल्का करने में लगाएगी ताकि बैलेंस शीट और मजबूत हो सके। इसके अलावा ₹7.29 करोड़ वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और बाकी राशि सामान्य कॉर्पोरेट खर्च पर इस्तेमाल होगी। फंड का यह संतुलित उपयोग कंपनी की विस्तार योजनाओं को सुरक्षित और टिकाऊ बनाता है।

ScaleSauce क्या करती है?

मार्च 2010 में बनी ScaleSauce Design India एक कंज्यूमर ब्रांड हाउस है जो होम, लिविंग और फूड सेगमेंट्स में काम करती है। कंपनी के तहत बेडशीट, पर्दे, टेबल लिनेन, कंफर्टर्स और पिलो कवर जैसे घरेलू उत्पाद बनाए जाते हैं। इसके अलावा कंपनी अपने ब्रांड्स के तहत सॉस और फूड प्रोडक्ट्स भी बनाती और बेचती है। मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ कंपनी कृषि से जुड़े उत्पाद, कॉटन, फैब्रिक और अन्य घरेलू सामान की भी बिक्री करती है। इतना ही नहीं, कंपनी ब्रांड मार्केटिंग का काम भी करती है जिससे इसकी आय एक से अधिक स्रोतों से होती है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

कंपनी की वित्तीय सेहत पिछले तीन वर्षों में लगातार सुधरी है। वित्त वर्ष 2023 में जहां कंपनी को ₹1.29 करोड़ का घाटा हुआ था वहीं अगले ही साल FY24 में यह पलटकर ₹6.88 करोड़ के मुनाफे में आ गई। वित्त वर्ष 2025 में यह लाभ बढ़कर ₹10.79 करोड़ पहुंच चुका है। यह प्रदर्शन बताता है कि कंपनी ने न सिर्फ अपना बिजनेस मजबूत किया बल्कि मार्केट में अपनी पकड़ भी बढ़ाई। टोटल इनकम की बात करें तो यह सालाना 59% की तेज CAGR से बढ़कर FY25 में ₹55.01 करोड़ तक पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2025) में भी कंपनी ने ₹5.05 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹28.17 करोड़ की आय दर्ज की है। सितंबर 2025 तक इसकी बैलेंस शीट पर ₹27.20 करोड़ के रिजर्व मौजूद थे और कंपनी बिल्कुल बिना कर्ज के थी। यह बात इसे और भी मजबूत बनाती है।

क्या निवेशक ScaleSauce में एंट्री लें?

कंपनी का तेजी से बढ़ता बिज़नेस, कर्ज-मुक्त बैलेंस शीट, लगातार बढ़ता मुनाफा और IPO के प्रति मजबूत निवेशक रुचि इसे एक उभरता हुआ SME स्टॉक बनाते हैं। हालांकि लिस्टिंग के ठीक बाद गिरावट यह भी दिखाती है कि SME स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव काफी तेज होता है। इसलिए निवेशक एंट्री लेने से पहले कंपनी की ग्रोथ, मार्केट कैप, वेल्यूएशन और अपने जोखिम प्रोफाइल को ध्यान में जरूर रखें।

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार या आईपीओ में पैसे लगाने से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)

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गोल्ड लवर्स के लिए आज की सबसे बड़ी खबर, एक बार जरूर जान लें

12 दिसंबर को सोने और चांदी दोनों के भाव में जोरदार बढ़त दर्ज की गई है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता समेत सभी बड़े शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट गोल्ड की कीमतें नए स्तर पर पहुंच गई हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 4,213 डॉलर प्रति औंस है जबकि चांदी 2,01,100 रुपये प्रति किलो तक चढ़ी है।

आज के ताज़ा गोल्ड रेट
आज फिर चढ़े सोने के दाम
locationभारत
userअसमीना
calendar12 Dec 2025 11:02 AM
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भारत में 12 दिसंबर की सुबह सोने और चांदी दोनों की कीमतों ने एक बार फिर जोरदार छलांग लगाई है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले मजबूत संकेतों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने गोल्ड और सिल्वर दोनों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। पिछले कुछ महीनों में सोने की तेजी ने घरेलू बाजार में रिकॉर्ड्स तोड़े हैं वहीं चांदी ने इस साल रिटर्न के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया है। निवेशक इन दिनों सोना-सिल्वर को आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच एक सुरक्षित विकल्प मानते हैं जिसके कारण कीमतें लगातार मजबूत हो रही हैं।

आज शहरों में क्या है सोने-चांदी का दाम?

आज दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत बढ़कर 1,30,910 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई है जबकि 22 कैरेट सोने का भाव 1,20,010 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में 22 कैरेट सोना 1,19,860 रुपये प्रति 10 ग्राम में बिक रहा है वहीं 24 कैरेट गोल्ड का भाव 1,30,760 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर है। पुणे और बेंगलुरु में भी सोने की कीमतें समान ही बनी हुई हैं, जहाँ 24 कैरेट सोना 1,30,760 रुपये और 22 कैरेट 1,19,860 रुपये प्रति 10 ग्राम में उपलब्ध है।

सोने की चमक हो रही तेज

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की चमक तेज होती जा रही है। ग्लोबल मार्केट में गोल्ड का हाजिर भाव 4,213.12 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया है। फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती के बाद दुनिया भर के निवेशकों ने फिर से सोने को सेफ हेवन के रूप में अपनाया है। ब्याज दरें घटने से बॉन्ड पर रिटर्न कम होने लगते हैं जिसके चलते गोल्ड की डिमांड तेजी से बढ़ती है। साल 2025 में भारतीय बाजार में सोने के रेट अब तक करीब 67% बढ़ चुके हैं जबकि वैश्विक बाजार में यह तेजी लगभग 60% तक पहुंच चुकी है।

कीमतों में देखने को मिल सकता है उछाल

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले स्थिर रहती है या और कमजोर होती है तो आने वाले साल 2026 में सोने की कीमतों में 5% से 16% तक और उछाल देखने को मिल सकता है। आर्थिक अनिश्चितताओं, भू-राजनीतिक तनावों और ब्याज दरों में बदलावों का सबसे सीधा प्रभाव सोने की कीमतों पर पड़ता है और यही वजह है कि निवेशक लगातार गोल्ड को प्राथमिकता दे रहे हैं।

चांदी ने भी लगाई छलांग

सोने की तरह चांदी भी इस समय ऐतिहासिक तेजी की तरफ बढ़ रही है। 12 दिसंबर को चांदी की कीमत 2,01,100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई जो एक दिन पहले बनाए गए रिकॉर्ड हाई के बेहद करीब है। चांदी ने इस साल की शुरुआत से अब तक 116.72% की शानदार तेजी दिखाई है। ग्लोबल सप्लाई में कमी, चीन से भारी मांग और इलेक्ट्रिक वाहनों व सोलर इंडस्ट्री में बढ़ती खपत ने चांदी को सोने से भी ज्यादा मजबूत बना दिया है। विदेशी बाजारों में चांदी का हाजिर भाव 62.88 डॉलर प्रति औंस दर्ज किया गया है।

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