नई दिल्ली: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में काफी समय से आईपीओ (LIC IPO) को लेकर काफी चर्चा हो रही है। आईपीओ वाले निवेशकों को प्रति दिन होने वाले नुकसान के बीच सरकार की ओर से एक अहम बयान भी सामने आ चुका है। वहीं बात करें तो निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने बताया है कि एलआईसी के शेयर में गिरावट को लेकर सरकार काफी हद तक चिंतित हो चुकी है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी जानकारी दिया है कि गिरावट (LIC IPO) अस्थायी मानी जा रही है। तुहिन कांत पांडेय के मुताबिक देखा जाए तो एलआईसी का प्रबंधन इन सभी पहलुओं को देखेगा और शेयरधारकों के लिए मूल्य बढ़ाने जा रहा है जिसकी असर देखने को मिल सकता है।
जानकारी के मुताबिक भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर 17 मई को 872 रुपये प्रति शेयर पर सूचीबद्ध हो गया था। सरकार ने एलआईसी के शेयर का इश्यू प्राइस 949 रुपये प्रति शेयर तय कर दिया गया था।
शेयर इश्यू प्राइस में हुई गिरावट
एलआईसी का शेयर इश्यू प्राइस से निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह इस दौरान 708.70 रुपये प्रति शेयर के निचले स्तर और 920 रुपये प्रति शेयर के ऊंचे स्तर तक पहुंच गया है। एलआईसी का शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 709.70 रुपये प्रति शेयर पर बंद हो गया था।
सूचीबद्ध होने के बाद से देखा जाए तो एलआईसी का मार्केट कैप 6 लाख करोड़ रुपये से कम होने के बाद 4.48 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है। यानी पिछले एक महीने से भी कम के समय में नुकसान के संकेत नज़र आ रहे हैं। एलआईसी के निवेशकों ने 1.52 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ जिसकी वजह से उनके आर्थिक स्थिति पर काफी बदलाव हुआ है।
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