Friday, 29 March 2024

Stock Market loss: शेयर बाजार में गिरावट से मचा तहलका, निवेशकों को 5 लाख करोड़ का हुआ नुकसान

नई दिल्ली: शेयर मार्केट (Stock Market loss) की बात करें तो निवेशकों का काफी नुकसान हो गया जिसके चलते उनका…

Stock Market loss: शेयर बाजार में गिरावट से मचा तहलका, निवेशकों को 5 लाख करोड़ का हुआ नुकसान

नई दिल्ली: शेयर मार्केट (Stock Market loss) की बात करें तो निवेशकों का काफी नुकसान हो गया जिसके चलते उनका बुरा दिन अभी समाप्त नहीं हो पाया। पिछले साल में शेयर बाजार ने शानदार मुनाफा कर कई निवेशकों को मालामाल किया था लेकिन फिलहाल दुनिया के बहुत सारे शेयर बाजार करेक्शन की चपेट में बने हुए हैं। रिकॉर्ड महंगाई (Inflation) ki वजह सेब्याज दरें ब्याज दरें बढ़त में पहुंच गई हैं और बिकवाली का दौर काफी तेज़ी पकड़ चुका है।

आज गुरुवार के कारोबार (Stock Market loss) में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी दोनों 2-2 फीसदी से अधिक टूट चुका है। इस कारण इन्वेस्टर्स ने एक झटके में देख जाए तो बाजार में 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक गंवा लिया है।

एक महीने में इतना शेयर बाजार को हुआ नुकसान

चौतरफा बिकवाली की वजह से मार्केट में निवेशकों का काफी बुरा हाल है। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से महज यानी विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक (HCL Tech) ही ग्रीन जोन में शामिल हो सकी। कारोबार के दौरान देखा जाए तो सेंसेक्स एक समय करीब 1,400 अंक तक गिरावट कर चुका था। कारोबार समाप्त हो जाने के साथ सेंसेक्स 1,158.08 अंक (2.14 फीसदी) के नुकसान के साथ 52,930.31 अंक पर बंद होकर कारोबार कर रहा था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 359.10 अंक (2.22 फीसदी) के नुकसान करने के बाद 15,808 अंक पर बंद हो गया था। बीते 1 महीने में सेंसेक्स 5,500 अंक टूट चुका है। निफ्टी भी बीते एक महीने में करीब 10 फीसदी गिरावट हो चुकी है।

आज बाजार में आई भारी गिरावट की ये अहम वजह-

अमेरिका में महंगाई से बिगड़े हालात

अमेरिका में महंगाई के ताजा जारी हुआ इसके अनुसार, अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई मार्च 8.5 फीसदी से गिरावट करने के बाद 8.3 फीसदी पर पहुंच चुकी है। हालांकि यह 8.1 फीसदी के अनुमान से काफी अधिक हो गया है। वहीं इस बात की आशंका हो गई है कि कि फेडरल रिजर्व रेट हाइक करने में आक्रामक रवैया अपनाया जा सकता है।

मजबूत डॉलर से पड़ा असर

अमेरिकी करेंसी डॉलर लगातार काफी मज़बूत हो चुका है। अभी छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में देखा जाए तो डॉलर का इंडेक्स बढ़ने के बाद 103.92 पर पहुंचने में कामयाब हुआ है। यह डॉलर का करीब 2 दशक का सबसे उच्च स्तर माना जा रहा है। की इस रिकॉर्ड उछाल से करेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव होता दिखा रहा है।

कमजोर ग्लोबल ट्रेंड ने भी निभाई भूमिका

अमेरिकी बाजार में कल गिरावट हुई थी। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज की बात करें तो 326.63 अंक यानी 1.02 फीसदी धड़ाम हो गया। एसएंडपी 500 में 1.65 फीसदी और Nasdaq Composite Index में 3.18 फीसदी की गिरावट हुई थी। इसके बाद आज एशियाई बाजार में काफी नुकसान हुआ है।

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