Wednesday, 18 September 2024

Raksha Bandhan 2023: 40 पैसे से लेकर हजारों तक की राखियां, राखियों का फलता फूलता कारोबार

Raksha Bandhan 2023: भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन 30 तारीख को आने वाला है। हर भाई को अपनी…

Raksha Bandhan 2023: 40 पैसे से लेकर हजारों तक की राखियां, राखियों का फलता फूलता कारोबार

Raksha Bandhan 2023: भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन 30 तारीख को आने वाला है। हर भाई को अपनी बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक रक्षा सूत्र रंग रंगीली खूबसूरत राखियों का अपने कलाई पर बांधे जाने का इंतजार है। बहनों को अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए और सुंदर राखियों को संजोकर रक्षाबंधन का इंतजार हैं। और यह रंग रंगीली प्यारी-प्यारी सी रेशम के धागे और राखियां भाई बहनों के अटूट प्यार और उनके स्नेह की दुनिया को खूबसूरत बना जाते हैं। रक्षाबंधन की यह खूबसूरत पर्व भाई बहन के प्यार का प्रतीक तो है ही …लेकिन इसके साथ राखी का पर्व देश के लाखों राखी निर्माता और कारीगरों के रोजी-रोटी का भी बहुत बड़ा साधन है। हम आपको राखी के निर्माण से लेकर देशभर में राखी के पहले व्यापार की तरफ ले चलते हैं। बाजारों में महंगे महंगे खूबसूरत पैकेट में बिकती है राखिया… आपको है

Raksha Bandhan 2023

40 पैसे से शुरू होती है और ₹200 तक

Raksha Bandhan 2023: यह जानकर आश्चर्य होगा कि की यह राखियां मात्र 40 पैसे से शुरू होती है और ₹200 तक की कीमत पर पहुंचती हैं। जिसे खुले मार्केट में ₹10 से लेकर ₹50 तक और महंगी से महंगी राखियां ₹50 से शुरू होकर दो ₹2000 तक में बेचते है। वैसे धनाढ्य वर्ग के लिए इन राखियों की कोई सीमा नहीं है। ऐतिहासिक काल से इन राखियों में चांदी और सोने की कारीगरी का कमाल भी देखा जा सकता है। लेकिन परंपरागत रूप से इन रक्षा सूत्रों में 50 पैसे से लेकर रेशमी धागों में की गई कार्य गरी के साथ एक से बढ़कर एक राखियों का सुंदर तम कारोबार है। आओ जान लेते हैं राखी के थोक बाजार और फुटकर बाजारों से लेकर भाईयों की कलाइयों तक इस राखी की महिमा।

Raksha Bandhan 2023
Raksha Bandhan 2023

दिल्ली का सदर बाजार राखियों के थोक बिक्री के लिए फेमस

Raksha Bandhan 2023: राजधानी दिल्ली का सदर बाजार आजकल तमाम तरह की राखियों से पटा हुआ है। यहां पर 40 पैसे से राखियों की शुरुआत हो रही है। हमने दुकान पर जाकर स्वयं देखा कि जो राखी मार्केट में ₹10 की मिलती है वह ₹5 में आप एक दर्जन खरीद सकते हैं। यहां एक आप एक राखी नहीं खरीदना चाहेंगे, बल्कि आपका मन चारों तरफ राखियों की दुकानें देखकर और पटरियों पर सजी रंगारंग राखियों को देखकर मन ललचाता है। आपका मन करेगा कि हम यह सब खरीद ले। कंधे से कंधे मिलते इस भारी भरकम भीड़ वाले बाजार में जब आप पटरियों से गुजरेंगे सड़क से देखेंगे तो चारों तरफ आपके आजकल एक से बढ़कर एक ही राखियां दिखाई पड़ रही हैं। इन राखियों में तमाम तरह के रंग होने के साथ ही तमाम तरह के डिजाइन भी है। कलावे की राखियां ,रेशमी धागे से बनी राखियां ,चंदन से बनी राखियां, भगवान गणेश ,भगवान श्री कृष्णा ,से सज्जित स्वास्तिक की राखियां, गुजराती स्टाइल की राखियां ,कागज पन्नी और जगमग से भरपूर घड़ी जैसे आकार की राखियां हमारा मन मोह रही है।

Raksha Bandhan 2023

मोती रेशम के अलावा और भी कई डिजाइन हैं प्रसिद्ध

Raksha Bandhan 2023: यह राखियां भाइयों की राखी की कलाई तो बांधती ही है इसके साथ ही महिलाओं के हाथ पर बनने वाली एक से बढ़कर एक सुंदर राखियां है जिसमें मोती रेशम के अलावा और भी बड़ी कर बड़ी कारीगरी के साथ गूंथा गया है।
राखी के निर्माता के तमाम कारोबारी से बातचीत करने पर पता चला, यह राखियां राखी के पर्व पर लगभग 2 महीने पहले बिकना शुरू हो जाती हैं और सदर इलाके के हर घर में इन राखियों को बनते हुए देखा जा सकता है पूरे साल यह राखियां राखी के कच्चे माल के साथ घरों में पहुंचा दी जाती है और वहां बच्चे बूढ़े महिलाएं अपनी अपनी कारीगरी से तैयार करते हैं। उनको इससे रोजगार मिलता है फिर थोक बाजार में आकर यह राखी व्यापार जगत का हिस्सा बनती है और इसके बाद फूट कर बाजार में जाकर तमाम साप्ताहिक बाजारों बड़ी-बड़ी दुकानों माल ग्रामीण इलाके में चारपाई पर छोटी-छोटी दुकानों में सज कर भाई बहनों के आकर्षण का केंद्र बन जाती है। और तब यह जाकर भाइयों की कलाई पर बनती है।

Raksha Bandhan 2023
Raksha Bandhan 2023

Raksha Bandhan 2023: देश की सीमा पर सैनिकों की कलाई पर हमारे राजनीतिक लोग और बहने आजकल उन्हें राखी बांधने भी पहुंचाती है और हमें गर्व है हमारी बनाई राखियां कलावे और रेशम की डोर से पूरे देश का प्यार इन राखियों में अनुमान के मुताबिक 6 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार करता है।

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कमाई के हिसाब से राखियों का कारोबार है घर बैठे उत्तम

Raksha Bandhan 2023: थोक बाजार दिल्ली के सदर बाजार से लेकर गुजरात पश्चिम बंगाल राजस्थान तक यह राखियां बहुत सस्ते कीमत पर मिल जाती हैं। 40 पैसे से लेकर इनकी शुरुआत होती है लगभग ₹5 में एक दर्जन राखियां लेकर आप इन्हें ₹200 तक फुटकर बाजारों में भेज सकते हैं।
और इसके बाद ₹10 दर्जन ₹15 दर्जन ₹20 दर्जन 70-80 ₹90 दर्जन तक यह राखियां थोक बाजार में मिल जाती है और इन राखियों को हम ₹200 से लेकर ₹2000 तक बेच लेते हैं।

किन चीजों से बनती है यह राखियां

Raksha Bandhan 2023: एक से बढ़कर एक सुंदर यह राखियां मोती चंदन कलवा रेशम का धागा कागज पन्नी और सुनारों की दुकान पर सोने और चांदी में भी बनाई जाती है। पर इन राखियों के लिए कच्चा माल भारत में विभिन्न इलाकों के अलावा चीन से भी आयातित होता है। यानी घर से लेकर विदेश तक का राखी करोड़ का व्यापार करती हैं। और लाखों लोगों को रोजगार देती हैं।

राखियों के विभिन्न डिजाइन

Raksha Bandhan 2023: उत्तर प्रदेश और दिल्ली के डिजाइनो में जहां आप भगवान गणेश भगवान कृष्ण मोर पंख स्वास्तिक और बच्चों के लिए मनमोहक खिलौनों से संबंधित डिजाइन देखते हैं। तो वहीं दूसरी तरफ गुजराती राखियों में रंगों की अलग चटक दिखाई पड़ती है और वही खूबसूरती राजस्थान की पारंपरिक संस्कृति से उनकी रियो में कठपुतली से लेकर लटकन तक दिखाई पड़ती है। पश्चिम बंगाल की कलना राखी भी दूर-दूर तक अपनी लोकप्रियता पाती है। अहमदाबाद में भी राखियों का थोक बाजार अपनी जातियों के लिए प्रसिद्ध है। पूरे के पूरे सदर बाजार अहमदाबाद पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के तमाम बाजारों में यह राखियां अपनी खास रंगत पर होती हैं। और 15 अगस्त तक इन राखियों के रंग होते हैं 15 अगस्त पर भी इन डोरियों का इस्तेमाल होता है और इसके बाद फ्रेंडशिप डे पर भी हम इनकी बिक्री कर लेते हैं। मसूर की बनाई चंदन की राखियां राखी जगत में अपना अलग ही स्थान रखती हैं।
कहने का अर्थ यह है कि स्थानीय संसाधन के अनुसार हमारे कारीगर हस्तशिल्प के एक से बढ़कर एक नमूने बनाने में अव्वल नंबर पर आते हैं। राखी का यह बाजार महिलाओं और बच्चों के हाथ से होकर गुजरता है । दिन भर में है एक एक मोती और धागे को अद्भुत अनुपम सुंदर रूप देते हैं तब जाकर उन्हें 2 जून रोटी मिल पाती है।

Raksha Bandhan 2023: कहां कहां है राखियों के थोक बाजार

भारतवर्ष में पश्चिम बंगाल अहमदाबाद राजधानी दिल्ली का सदर बाजार राजस्थान मसूर से लेकर गुजरात तक इन रियो का देश के तमाम राज्यों में थोक बाजार है।

Raksha Bandhan 2023
Raksha Bandhan 2023

 घर बैठ कर सकते हैं ऑनलाइन भी व्यापार

Raksha Bandhan 2023: 40 पैसे से लेकर हजारों रुपए तक का व्यापार आप कर सकते हैं । अगर आप रोजगार का अवसर ढूंढ रहे हैं और पैसा अधिक लगाने के लिए नहीं है तो आप थोड़े से रुपए से यह व्यापार कर सकते हैं आप अपने नजदीकी राखी के थोक बाजार में जाएं और ₹5 के दर्जन से राखी लेकर ₹90 तक के दर्जन की राखियों को अपने बिना दुकान के भी छोटे-छोटे स्तर लगाकर या बाहर कपड़े पर बेचकर इन्हें ₹5 से लेकर एक ₹2000 तक आसानी से भेज सकते हैं। आप इन तोक वाली धागों को रियो को ले आए सदर बाजार में इनके लिए पानी डिब्बे भी आपके साथ में मिल जाएंगे आप एक-एक राखी को अलग अलग डब्बों में सजा और बेचे भाई के लिए सोने के दाम चांदी के दाम।

राखी का धागा है अमूल्य

Raksha Bandhan 2023: कोई भी भाई बहन इन रेशमी धागों को खरीदते हुए दाम के बारे में नहीं सोचती। बहन और भाई के लिए रक्षा सूत्र इन धागों की कीमत अमूल्य है। उनकी भावनाएं अपने भाई की लंबी उम्र और उसकी समृद्धि के बारे में ईश्वर से कामना करती हैं और भाई अपनी बहन के प्रति कर्तव्यों से भरकर प्यार की भावना से शराब और अपने बहन के हाथ से माथे पर टिका लगाते ही और कलाई पर राखी बनते ही अपनी तमाम शिकवा शिकायत भूल जाता है। और बहन के पैर छू लेता है और बहन रख देती है उसके सिर पर हाथ उसकी लंबी आयु की शुभकामनाओं के साथ।

कैसे मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्योहार

Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन एक विशेष पूजा परंपरा के साथ करते हैं। बहन और भाई सुबह स्नान करने के साथ पूजा की थाली सजा कर सबसे पहले बहन भाई के टीका करती है, माथे पर हल्दी रोली चावल अक्षत का टीका लगाकर उसकी कलाई पर राखी बांधी है और ईश्वर से उसकी लंबी उम्र समृद्धि और सुख के लिए भगवान से प्रार्थना करती है। और भाई उसके बाद अपनी बहन को अपनी सामर्थ्य के अनुसार उपहार देता है।

Raksha Bandhan 2023

राखी पर मिठाई की परंपरा

माथे पर टीका लगाने कलाई कलाई पर लगाने के बाद बहन भाई को मिठाई खिलानी है और उसकी जिंदगी मिठास से भर देने की कामना ईश्वर से करती है।

भगवान गणेश और हनुमान जी को अर्पित की जाती है राखी

Raksha Bandhan 2023

भाई बहन के इस रिश्ते में राखी राखी की पूजा भगवान गणेश भगवान हनुमान और कृष्णा जी को राखी अर्पित करके की जाती है । ताकि भगवान से वह अपने भाई के लिए उनका आशीर्वाद शक्ति उम्र स्वास्थ्य और संपन्नता के लिए ले सके।
भाई अगर बहन के हाथ का बना खाना और मिठाई खाता है तो हो जाता है धनवान।
कहते हैं अगर इस दिन भाई अपनी बहन के घर जाकर अगर छोटी है तो घर में ही उसके हाथ का बना खाना और मिठाई खाता है तो वह सर्व सुख पाकर सफलता को जीवन में प्राप्त करता है और सर्व सुखों को पाकर धनवान बन जाता है।

बहन के घर जाने की परंपरा

Raksha Bandhan 2023: राखी के दिन बहन भाई को बहन के घर जाने की परंपरा उसकी सुरक्षा और उसकी देखभाल का जायजा लेने के लिए भी होती है और उसके हाथ का बना खाना खाकर यह भी पता चल जाता है मेरी बहन की स्थिति कैसी है और मुझे उसके लिए क्या दायित्व निभाना है। और बहन भी अपने भाई के आगमन से खुश होकर अपनी खुशी और गम का इजहार करती है और इस तरह से दोनों का अटूट प्रेम एक दूसरे की ताकत बनता है।

मीना कौशिक 

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