Success Story : कर्नाटक के तुमकुरु जिले के सूखाग्रस्त कोराटागेरे तालुका की रहने वाली राजेश्वरी,गौ पालन के क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाढ़ रही हैं। आज उनके पास 40 से अधिक गायें हैं और वह रोजाना 600 लीटर से अधिक दूध का उत्पादन कर रही हैं। पर ये कामयाबी इतनी आसानी से नहीं मिली ,लंबे संघर्ष के बाद वो इस मक़ाम तक पहुंची है। और आज़ गौपालन से लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं।
5 गायों से की शुरुआत
राजेश्वरी ने पांच साल पहले सिर्फ 5 गायों के साथ डेयरी फार्मिंग की शुरुआत की थी। आज राजेश्वरी ने अपनी मेहनत से अपने फार्म को काफी बढ़ा लिया है, जिसमें अब 46 गायें है। इन गायों से हर रोज़ 650 लीटर दूध का उत्पादन होता है। डेयरी क्षेत्र में उनकी उपलब्धि के लिए Indian Dairy Association (आईडीए) ने उन्हें बेंगलुरु में सर्वश्रेष्ठ महिला डेयरी किसान का पुरस्कार प्रदान किया है। आज राजेश्वरी से प्रेरणा लेकर दूसरे लोग भी गौपालन कर अपना रोज़गार बढ़ा रहे हैं।
5 साल पहले की शुरुआत
राजेश्वरी की सफलता की कहानी 2019 में शुरू हुई, जब 39 साल की उम्र में उन्होंने घर पर ही गाय पालना शुरू किया। शुरू में उन्हे काफी दिक़्क़त का सामना करना पड़ा, जिसमें चारे की आपूर्ति से लेकर पशु चिकित्सा देखभाल जुटाना शामिल था। कर्नाटक में वो जहां रहती थी वहां पर चारे और पानी की हमेशा किल्लत रहती है। उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और मक्का और कपास के बीज की खेती करने के लिए पड़ोसी किसानों से पट्टे पर जमीन ली और खेती की, ताकि मवेशियों को हरा चारा और अनाज मिल सके। इस प्रयोग में उन्हें सफलता मिली।
महीने में 7 लाख की कमाई Success Story
राजेश्वरी ने कहा कि कड़ी मेहनत के कारण, उन्हे दुग्ध उत्पादन में फायदा होने लगा। इसके बाद उन्होंने धीरे- धीरे गायों की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी। आज उनके पास अधिक दूध क्षमता की जर्सी और होल्स्टीन फ़्रीज़ियन नस्लों की गायें हैं। राजेश्वरी ने बताया कि आज मेरे पास 46 गायें हैं। राजेश्वरी का फार्म कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) को प्रतिदिन 650 लीटर दूध का देता, जिससे 7 लाख रुपये की मासिक आय होती है। उन्होंने अपनी गायों की देखभाल और रखरखाव करने के लिये चार श्रमिकों को नौकरी पर रखा हुआ है। राजेश्वरी को उनकी उपलब्धियों के लिए कई पुरुस्कार भी मिल चुके हैं।
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