Saturday, 20 April 2024

Indian Economy: भारतीय अर्थव्यवस्था पर कुछ समय तक जारी रहेगा दबाव, बिटकॉइन और शेयर बाजार भी हुआ धड़ाम

नई दिल्ली: पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में इस समय सभी मोर्चों काफी दबाव बना हुआ है, उससे उबरने…

Indian Economy: भारतीय अर्थव्यवस्था पर कुछ समय तक जारी रहेगा दबाव, बिटकॉइन और शेयर बाजार भी हुआ धड़ाम

नई दिल्ली: पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में इस समय सभी मोर्चों काफी दबाव बना हुआ है, उससे उबरने में तीन से चार तिमाही तक इंतजार की आवश्यकता समझी जा रही है। अमेरिका, चीन, भारत और जापान के अलावा दुनिया के शीर्ष देशों की मुद्राएं, शेयर बाजार, बिटकॉइन सहित निवेश के सभी साधनों में में गिरावट होना शुरू हो गई है। इससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।

कुछ देशों में महंगाई भी 40 साल के रिकॉर्ड स्तर पर बनी हुई है। तेल की ऊंची कीमतें (Indian Economy) इसमें और आग लगाने का काम किया जा रहा है। इस पर काबू पाने के लिए दुनियाभर के 21 केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ा दिया है। इसका असर लोगों की बचत पर पड़ने जा रहा है।

मुद्राओं में भी हुई भारी गिरावट

डॉलर के मुकाबले देखा जाए तो रुपया एक माह में 1.67 फीसदी टूट गया है। इस दौरान चीन का युआन 6.5%, जापानी येन 17.38%, यूरो 4.35% और ब्रिटिश पाउंड 6.49% फीसदी गिरावट हो गई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने जानकारी दिया है कि डॉलर के मुकाबले रुपया और गिरकर 94.4 के स्तर तक पहुंचने जा रहा है।

शेयर बाजारों का क्या है हाल

भारत का निफ्टी एक माह में 9.8% गिर गया है। चीन में 4.14%, जापान में 4.08%, यूरोपीय बाजारों में 7.17%, अमेरिकी डाउजोंस में 6.97% गिरावट हो गई है। 11 अप्रैल के बाद भारतीय बाजार की पूंजी 34 लाख करोड़ रुपये कम हो चुकी है।

महंगाई से जूझ रही है पूरी दुनिया

महंगाई से इस समय पूरी दुनिया परेशान हो गई है। अमेरिका में महंगाई की दर 40 साल के ऊपरी स्तर 8.3 फीसदी पर पहुंच गई है। ब्रिटेन में 30 साल के ऊपरी स्तर 7 फीसदी और फ्रांस में यह 1990 के बाद देखा जाए तो 5.2 फीसदी के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के साथ कारोबार जारी हो गया है। भारत में भी खुदरा महंगाई बढ़ने के तुरंत बाद अप्रैल में 7.79 फीसदी पर पहुंच चुकी है, जो मई, 2014 के बाद 8 साल में काफी ज्यादा हो गई है।

वैसे वृद्धि दर के मामले में भारत की स्थिति काफी बेहतर है। दिसंबर में यह 5.4% बढ़ चुकी है। चीन की अर्थव्यवस्था मार्च तिमाही में 4.4 फीसदी ज्यादा हो गई है। अमेरिकी जीडीपी 1.4%, यूके की 0.1% और जापान की जीडीपी में 0.8% गिरावट हो चुकी है।

क्रिप्टोकरेंसी ने लगा दी है चपत

क्रिप्टोकरेंसी की बाजार पूंजी देखा जाए तो 3.1 लाख करोड़ डॉलर से कम होने के बाद 1.19 लाख करोड़ डॉलर रह चुकी है। बिटकॉइन एक हफ्ते में 17 फीसदी कम हुआ है। यह 16 महीने का निचला स्तर माना जा रहा है। पोलकाडाट में 28 फीसदी और सोलाना में 38% गिरावट हो गई है।

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