सोने ने फिर दिखाई चमक:10 ग्राम के दाम बढ़े,कौन-सा शहर कितना महंगा?

विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दर कटौती की उम्मीदों ने सोने को सपोर्ट दिया। इसका असर सीधे घरेलू कीमतों पर दिखा और आज 10 ग्राम पर करीब 820 रुपये तक की बढ़त सामने आई।

महंगा हुआ गोल्ड
महंगा हुआ गोल्ड
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar15 Dec 2025 12:09 PM
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Gold Price Today: देशभर में सोमवार, 15 दिसंबर को सोना-चांदी दोनों की कीमतों में उछाल दर्ज किया गया। सुबह के कारोबार में 10 ग्राम सोने के दाम कई शहरों में 1.34 लाख रुपये के स्तर से ऊपर पहुंच गए, जिससे खरीदार और निवेशक दोनों की नजरें फिर बाजार पर टिक गई हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दर कटौती की उम्मीदों ने सोने को सपोर्ट दिया। इसका असर सीधे घरेलू कीमतों पर दिखा और आज 10 ग्राम पर करीब 820 रुपये तक की बढ़त सामने आई। नोट: ये रेट GST और मेकिंग चार्ज के बिना हैं ज्वेलरी खरीदते समय कुल भुगतान इससे अधिक हो सकता है।

देश के बड़े शहरों में आज सोने के रेट (प्रति 10 ग्राम)

देश के प्रमुख शहरों में आज सोने के भाव लगभग एक जैसे ट्रेंड पर रहे। दिल्ली और जयपुर में 10 ग्राम 22 कैरेट सोना ₹1,23,650 और 24 कैरेट ₹1,34,880 पर पहुंच गया। अहमदाबाद और पुणे में यह थोड़ा नीचे रहा—22 कैरेट ₹1,23,550 और 24 कैरेट ₹1,34,780। वहीं मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे बड़े बाजारों में 10 ग्राम 22 कैरेट ₹1,23,500 जबकि 24 कैरेट ₹1,34,730 दर्ज किया गया।

चांदी भी पीछे नहीं

सोने के साथ-साथ चांदी में भी मजबूती देखी गई। घरेलू स्पॉट मार्केट में चांदी के भाव बढ़कर करीब ₹1,97,900 प्रति किलो तक पहुंच गए। ग्लोबल मार्केट में भी चांदी में 1% से ज्यादा की तेजी दर्ज होने से कीमती धातुओं में निवेशकों की दिलचस्पी फिर बढ़ती दिख रही है।सोने की तेजी के साथ चांदी ने भी रफ्तार पकड़ ली है। घरेलू स्पॉट बाजार में चांदी के दाम चढ़कर करीब ₹1,97,900 प्रति किलो तक पहुंच गए, यानी सफेद धातु ने भी निवेशकों को साफ संकेत दे दिया कि ट्रेंड फिलहाल ऊपर की ओर है। उधर ग्लोबल मार्केट में चांदी 1% से ज्यादा उछली, जिससे यह साफ होता है कि निवेशक एक बार फिर महंगाई और अनिश्चितता के दौर में कीमती धातुओं को “सेफ हेवन” मानकर अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार से क्यों मिला सपोर्ट?

वैश्विक बाजार में सोना करीब 0.74% चढ़कर 4,326 डॉलर प्रति औंस के आसपास ट्रेड करता नजर आया। आमतौर पर डॉलर कमजोर होता है तो सोना निवेश के लिए ज्यादा आकर्षक बनता है। वहीं ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद भी गोल्ड को सपोर्ट देती है—क्योंकि कम दरों के माहौल में निवेशक सुरक्षित विकल्पों की तरफ बढ़ते हैं।

शादी के सीजन में भी मांग सुस्त क्यों?

भारत में शादी-विवाह का सीजन होने के बावजूद मांग उम्मीद के मुताबिक नहीं दिख रही। ऊंचे भाव और रोज़ बदलते रेट की वजह से आम खरीदार सतर्क हैं। इसी कारण कुछ जगहों पर डीलर अंतरराष्ट्रीय कीमतों की तुलना में डिस्काउंट पर सोना बेचते नजर आ रहे हैं।

भारत में सोने की कीमत किन बातों पर तय होती है?

भारत में गोल्ड रेट रोजाना कई कारकों से प्रभावित होते हैं, जैसे

  • अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव
  • डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल
  • इंपोर्ट ड्यूटी
  • टैक्स/अन्य सरकारी शुल्क Gold Price Today

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2025 में कुछ Multibagger Stocks ने निवेशकों की किस्मत बदल दी। RRP Semiconductor, Swadeshi Industries, RRP Defence, Midwest Gold और Swan Defence जैसे 5 टॉप स्टॉक्स ने निवेशकों को 7000% तक का रिटर्न दिया। यह स्टॉक्स कम समय में भी शानदार लाभ देने वाले साबित हुए हैं।

BSE Shares
मल्टीबैगर स्टॉक्स 2025
locationभारत
userअसमीना
calendar14 Dec 2025 12:19 PM
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शेयर बाजार में निवेश करना हमेशा रोमांचक और जोखिम भरा होता है। कई बार बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है लेकिन ऐसे कुछ शेयर भी होते हैं जो निवेशकों की किस्मत बदल सकते हैं। 2025 में कुछ स्टॉक्स ने निवेशकों को वह रिटर्न दिया जो सपनों से भी बाहर है। इनमें से कुछ शेयरों ने इस साल अब तक 7000% तक का मल्टीबैगर रिटर्न दिया। आइए जानते हैं इस साल के 5 सबसे शानदार मल्टीबैगर स्टॉक्स के बारे में।

मिडकैप इंडेक्स में हुए बड़े बदलाव

शेयर बाजार में इस साल सेंसेक्स और निफ्टी ने स्थिर प्रदर्शन दिया। निफ्टी 50 ने लगभग 10% और सेंसेक्स ने 9% की बढ़त दर्ज की। मिडकैप इंडेक्स में बड़े बदलाव नहीं हुए लेकिन चुनिंदा स्टॉक्स ने निवेशकों को हैरान कर दिया और उन्हें भारी लाभ पहुंचाया।

पहला स्टॉक: RRP Semiconductor

आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयरों में इस साल जबरदस्त उछाल आया है। 149.50 रुपये से बढ़कर इस साल अब तक इसका शेयर भाव 11,207 रुपये तक पहुंच गया। निवेशकों को इस स्टॉक से 7,396.32% का मल्टीबैगर रिटर्न मिला। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 15,380 करोड़ रुपये है।

दूसरा स्टॉक: Swadeshi Industries

स्वदेशी इंडस्ट्रीज का स्टॉक इस साल 2.92 रुपये से बढ़कर 146.40 रुपये पर पहुंचा। निवेशकों को 4,913.70% का रिटर्न मिला। हाल ही में कंपनी ने फिलीपींस की Pearlas Wel Flores International Trading Corporation के साथ समझौता किया जिसके बाद इस शेयर ने तेजी दिखाई।

तीसरा स्टॉक: RRP Defence

आरआरपी डिफेंस का शेयर 19.35 रुपये से बढ़कर 936.30 रुपये पर पहुंचा। इस बदलाव के कारण निवेशकों को 4,738.76% का रिटर्न मिला। कंपनी का मार्केट कैप 1280 करोड़ रुपये है।

चौथा स्टॉक: Midwest Gold

मिडवेस्ट गोल्ड के शेयर में भी शानदार प्रदर्शन देखा गया। साल की शुरुआत में 101.20 रुपये का यह शेयर अब 4075 रुपये तक पहुंच गया। निवेशकों को इस स्टॉक से 3,926.68% का रिटर्न मिला।

पांचवां स्टॉक: Swan Defence

स्वान डिफेंस एंड हेवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड का शेयर 37.80 रुपये से बढ़कर 1199.30 रुपये तक पहुंचा। निवेशकों को इस साल अब तक 3,072% का रिटर्न मिला। कंपनी की मार्केट वैल्यू भी शेयर भाव बढ़ने के साथ 6,320 करोड़ रुपये हो गई।

निवेशकों के लिए सलाह

शेयर बाजार में निवेश हमेशा जोखिम के साथ आता है। इन मल्टीबैगर स्टॉक्स ने इस साल शानदार रिटर्न दिए हैं लेकिन किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट से सलाह लेना बेहद जरूरी है। सही जानकारी और रणनीति के साथ निवेश करना ही लंबे समय में फायदे का रास्ता है।

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Gold rate today news
सोने और चांदी की कीमतों का सालभर का ग्राफ
locationभारत
userअसमीना
calendar14 Dec 2025 09:54 AM
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Gold Prices: 2025 में रिकॉर्ड तोड़ उछाल के बाद अब 2026 में क्या सोना देगा रिटर्न या थमेगी रफ्तार?


साल 2025 निवेशकों के लिए कई मायनों में यादगार रहा लेकिन अगर किसी एक एसेट ने इस साल इतिहास रचा है तो वह है सोना। बीते कई दशकों में ऐसा बहुत कम देखने को मिला है जब सोने ने एक ही साल में दर्जनों बार नया ऑल-टाइम हाई बनाया हो। 2025 में सोने ने न सिर्फ निवेशकों को महंगाई और अनिश्चितता से सुरक्षा दी बल्कि करीब 65 फीसदी का शानदार रिटर्न देकर पोर्टफोलियो की चमक भी बढ़ा दी। वहीं चांदी ने तो सोने से भी आगे निकलते हुए 1971 के बाद का अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन दर्ज किया। अब जब साल खत्म होने को है तो निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या 2026 में भी यह चमक बरकरार रहेगी या अब मुनाफावसूली का दौर आएगा?

सोने में देखने को मिली एकतरफा तेजी

अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो 1 जनवरी 2025 को सोने की कीमत करीब 2,600 डॉलर प्रति औंस थी। इसके बाद पूरे साल सोने में एकतरफा तेजी देखने को मिली। 200-दिन, 100-दिन, 50-दिन और 20-दिन के सभी प्रमुख एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के ऊपर टिके रहते हुए सोने ने मजबूती दिखाई। 13 दिसंबर 2025 तक सोना बढ़कर करीब 4,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया जो साल भर में लगभग 65 फीसदी की तेजी को दर्शाता है। यह तेजी केवल तकनीकी कारणों तक सीमित नहीं रही बल्कि इसके पीछे वैश्विक स्तर पर कई मजबूत बुनियादी कारक भी सक्रिय रहे।

अंतरराष्ट्रीय बाजार से भी ज्यादा तेज सोने की चाल

भारतीय बाजार में सोने की चाल अंतरराष्ट्रीय बाजार से भी ज्यादा तेज रही। मुंबई में 1 जनवरी 2025 को सोना करीब 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास था जो दिसंबर के मध्य तक बढ़कर लगभग 1,34,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। यानी घरेलू बाजार में सोने ने करीब 72 फीसदी का उछाल दर्ज किया। इसकी एक बड़ी वजह डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी रही। रुपया 90.5 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक फिसल गया और चूंकि भारत अपनी ज्यादातर सोने की जरूरत आयात से पूरी करता है, इसलिए कमजोर रुपये ने घरेलू कीमतों को और ऊपर धकेल दिया।

चांदी ने भी निवेशकों को चौंकाया

सोने के साथ-साथ चांदी ने भी 2025 में निवेशकों को चौंका दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतें साल की शुरुआत में करीब 28 डॉलर प्रति औंस थीं जो 13 दिसंबर 2025 तक बढ़कर लगभग 62 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गईं। इस तरह चांदी ने एक ही साल में करीब 121 फीसदी की छलांग लगाई और 1971 के बाद का अपना सबसे शानदार साल दर्ज किया। औद्योगिक मांग, ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने चांदी को जबरदस्त सपोर्ट दिया।

क्या है एक्सपर्ट का कहना?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक 2025 में सोने की इस ऐतिहासिक तेजी के पीछे कई बड़े कारण रहे। भू-राजनीतिक तनाव, ग्लोबल आर्थिक अनिश्चितता, दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों द्वारा लगातार सोने की खरीद, ETF के जरिए बढ़ता निवेश, कमजोर डॉलर और कई देशों में ब्याज दरों में कटौती इन सभी फैक्टर्स ने मिलकर सोने को मजबूत सहारा दिया। गोल्ड रिटर्न एट्रिब्यूशन मॉडल के अनुसार, सिर्फ जोखिम और अनिश्चितता ने ही इस साल सोने के रिटर्न में करीब 11.5 प्रतिशत अंकों का योगदान दिया, जबकि डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों में कटौती से जुड़े ऑपर्च्युनिटी कॉस्ट फैक्टर ने लगभग 10 प्रतिशत अंकों का योगदान दिया। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का भी मानना है कि 2025 में सोने की तेजी किसी एक वजह पर नहीं बल्कि कई संतुलित कारकों पर आधारित रही।

बाजार पर बढ़ सकता है दबाव

2026 में सोना और चांदी किस दिशा में जा सकते हैं? एनालिस्ट्स का मानना है कि 2026 में सोने की चाल पूरी तरह से ग्लोबल मैक्रोइकोनॉमिक हालात, भू-राजनीतिक घटनाओं, सेंट्रल बैंकों की खरीद और गोल्ड रीसाइक्लिंग सप्लाई पर निर्भर करेगी। दिल्ली स्थित एक बुलियन मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक हाल के महीनों में गोल्ड रीसाइक्लिंग असामान्य रूप से कमजोर रही है। इसकी एक बड़ी वजह भारत में गोल्ड लोन का बढ़ता चलन है जहां 2025 में 200 टन से ज्यादा पुराने आभूषण गिरवी रखे गए हैं। सीमित रीसाइक्लिंग सप्लाई फिलहाल कीमतों को सहारा दे रही है लेकिन अगर भविष्य में मजबूरी में इन आभूषणों की बिकवाली बढ़ती है तो सेकेंडरी सप्लाई बढ़ने से बाजार पर दबाव भी बन सकता है।

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