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Chanda Kochhar: दिग्गज बैंकर चंदा कोचर लोन फ्राॅड मामले में हुई गिरफ्तार, CBI ने जांच करने के बाद कसा शिकंजा

Chanda Kochar

Chanda Kochhar : आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर समेत उनके पिता को शुक्रवार के दिन सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। चंदा कोचर कभी अपने जीवन में बड़े मुकाम पर पहुंच चुकी थी। जो जीवन में उनको काफी कठिन परिश्रम करने के बाद ये मुकाम हासिल किया।

वे प्रतितिन 2.18 ₹ कमाती थी जो काफी अधिक है। उनको बैंकिंग क्षेत्र की करिशमाई महिला समझा जाता था। आईसीआईसीआई बैंक को इस शानदार स्थिति में पहुंचाने का श्रेय भी उनको मिला है।

वीडियोकॉन ग्रुप की तरफ से रेगुलेशन के खिलाफ जाने के बाद दिए जाने वाले करोड़ों रुपये देने को लेकर गिरफ्तार किया है। विडियोकाॅन को जब ये लोन दिया गया था, उस समय (2012) में चंदा कोचर सीईओ और एमडी का पद संभाल रही थी। इन लोन्स को लेकर NPA होने की वजह से बैंक को 1730 करोड़ रुपए तक नुकसान हो गया था।

वीडियोकॉन को लोन देने के बाद हुआ फ्राॅड

दीपक और चंदा कोचर (Chanda Kochhar) को फ्राॅड करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने ICICI बैंक की तरफ से वीडियोकॉन को दिए गए लोन के जरिए फ्रॉड को अंजाम दिया था। वहीं लोन बाद में नान परफाॅमिंग असेट में तबदील हो गए थे। इस मामले में दीपक और चंदा कोचर के खिलाफ CBI, ED, SFIO और आयकर विभाग द्वारा जांच जारी है।

लोन को एक कमेटी की तरफ से मंजूरी मिली थी, जिसमें चंदा कोचर भी शामिल थी। अक्टूबर 2018 में इस मामले को लेकर चंदा ने इस्तीफा दिया था।

कब शुरु हई थी मामले की जांच

इस मामले की जांच 2016 में शुरू हुई थी जब दोनों फर्मों, वीडियोकॉन ग्रुप और ICICI बैंक में एक निवेशक अरविंद गुप्ता ने लोन अनियमितताओं को लेकर चिंता जाहिर किया था। कई एजेंसियों की तरफ से मामले की जांच शुरु हुई थी और पूछताछ हो रही थी CBI ने 24 जनवरी 2019 को FIR दर्ज किया था।

वहीं फरवरी 2019 में चंदा कोचर को टर्मिनेशन लेटर मिला था। जनवरी 2020 में प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से कोचर परिवार की 78 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई। वहीं इसी साल के दौरान ईडी ने दीपक कोचर से पूछताछ करने के बाद उनको गिरफ्तार किया था।


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