नई दिल्ली: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म (Zomato Deal) को अपनी शानदार सर्विस के लिए जाना जाता है। वहीं आए दिन इस कंपनी के नियम में भी कई तरह से बदलाव किया जाता है। जोमैटो ने डील किया है। उसने ऑल स्टॉक डील में क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म को 4,447 करोड़ रूपए लगाने के बाद अधिग्रहण करने का कार्य किया है।
फिलहाल ब्लिंकिट कंपनी (Zomato Deal) में जोमेटो की हिस्सेदारी 9 फीसदी हो चुकी है। इसके पहले डील की बात करें तो कीमत 700 मिलियन डॉलर पहुंच गई थी। लेकिन जोमैटो के शेयर की कीमतों में गिरावट हुई जिसके बाद ये 568 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है।
जोमैटो के सीएजीआर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसमें उछाल होने के बाद 86 प्रतिशत पर पहुंच गया है। जिसका मतलब है कि समायोजित राजस्व लगभग 700 मिलियन पर पहुंच गया है। वहीं जबकि समायोजित ईबीआईटीडीए में भी काफी बढ़त हो गई है।
Zomato के सीईओ ने जानकारी दिया है कि कंपनी के द्वारा B2B का अधिग्रहण नहीं किया गया है। उन्होंने ये भी जानकारी दिया है कि HOTPL में हमारा मौजूदा 2,228 मिलियन रुपये वाली निवेश की राशि काफी हद तक सुरक्षित है। लेनदेन वाले समापन की बात करें तो ये अगस्त की शुरुआत में होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
ब्लिनकिट की बात करें तो ये काफी मशहूर ऑल स्टॉक डील वाला क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म माना जाता है जो ग्राहकों को कुछ समय में किराने के अलावा और भी जरूरी समान पहुंचाने में मदद करता है। ये लगभग 15 मिनट में समान को डिलीवर करते थे।
ब्लॉन्किट ने 2022 में लगभग 4028 मिलियन डॉलर का ग्रास वैल्यू कर दिया था। जिसको कि वित्त वर्ष वाली तिमाही में देखा जाए तो जोमैटो की मासिक औसत फूड डिलीवरी का हिस्सा माना गया है। पिछले साल की बात करें तो जोमैटो ने आसानी से 100 मिलियन डॉलर आसानी से जुटाकर लाभ में बढ़ोतरी किया था।