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Jharkhand Crime: झारखंड में 11 साल की लड़की के साथ किया दुष्कर्म, 6 नाबालिग लड़कों ने घटना को दिया अंजाम

झारखंड: झारखंड में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म (Jharkhand Crime) का मामला सामने आया है। आपको बता दे कि खूंटी जिले में छह नाबालिग लड़कों द्वारा एक 11 वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पुलिस ने इसकी जानकारी साझा की है। शनिवार को बात करें तो घटना के संज्ञान में आते ही पुलिस ने सभी आरोपी लड़कों को कस्टडी में लेकर कार्यवाई शुरू कर दी है।

फिलहाल आज के दिन सभी लड़कों न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने के तुरंत बाद ही सुधार गृह में भेज दिया जाएगा। पुलिस को लड़कों (Jharkhand Crime) की उम्र जानने के बाद हैरानी हुई कि इस उम्र में लड़कों ने ऐसी घटना को अंजाम दिया जा चुका है।

10 से 16 साल के छह लड़कों ने घटना को दिया है अंजाम

झारखंड पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक सभी छह आरोपियों की बात करें तो इनकी उम्र  10 से 16 साल के आसपास बताई जा रही है। खूंटी के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने जानकारी दिया है कि “शनिवार को एक 11 साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार करने का मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 10 से 16 साल की उम्र के छह नाबालिग आरोपी शामिल हो गए हैं । सभी छह आरोपियों को देखा जाए तो न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जानें के बाद बाल सुधार गृह के लिए भेजा जा चुका है.” मामले की जांच जारी है।

बच्ची की मां ने पुलिस को दी जानकारी

पुलिस के मुताबिक घटना को 19 अप्रैल को टपकरा थाना क्षेत्र के एक गांव में अंजाम दिया गया था। पीड़िता की मां द्वारा बुधवार को दर्ज किए जाने वाली शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दिया है। लड़की ने अपनी शिकायत में पुलिस को जानकारी दिया है कि वह गांव में एक शादी समारोह में शामिल हुई थी और अपनी दोस्तों के साथ घर की तरफ जा रही थी। रास्ते में छह लड़के उसे उठा कर सड़क से दूर लेकर आए और सभी ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। इसके बाद घर पहुंची घायल बच्ची द्वारा इसकी जानकारी अपनी मां के साथ साझा किया। बच्ची की मां ने तुरंत मामला दर्ज करवा दिया।

एसपी ने मामला दर्ज करने का दिया है निर्देश

एसपी अमन कुमार ने जानकारी दिया है कि हमने विशेष रूप से पीड़िता से पूछने की कोशिश किया कि क्या उस पर शिकायत दर्ज न कराने का कोई दबाव बनाया गया था, जिसको उसने अस्वीकार किया था। माता-पिता ने बताया कि वे सामाजिक कलंक को लेकर चिंतित हो रहे थे, लेकिन अंत में बात करें तो शिकायत दर्ज करने का फैसला किया गया था।

 

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