Thursday, 28 March 2024

Teacher recruitment scam : कम नहीं हो रहीं पार्थ और अर्पिता की मुश्किलें, 8 बैंक खाते फ्रीज

Kolkata : कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher recruitment scam) के आरोपी पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी…

Teacher recruitment scam : कम नहीं हो रहीं पार्थ और अर्पिता की मुश्किलें, 8 बैंक खाते फ्रीज

Kolkata : कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher recruitment scam) के आरोपी पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Former Minister Partha Chatterjee) और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) की जांच में जुटी ईडी ने शनिवार को दोनों से जुड़ी 8 कंपनियों के बैंक खाते (Bank account) को फ्रीज कर दिया है। पूछताछ के 7वें दिन पार्थ ने कहा कि उन्होंने नेताओं के कहने पर नौकरियां दीं। जानकारी के मुताबिक शनिवार को अर्पिता और पार्थ को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई। अर्पिता के घर 28 जुलाई को छापेमारी के दौरान करीब 28 करोड़ की नकदी मिली थी।

बताया जाता है कि अर्पिता के जिस फ्लैट से 22 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी, उस सोसायटी में पार्थ ने अलग-अलग नामों से एक पेंटहाउस और दो फ्लैट्स खरीद रखे हैं। छापेमारी के बाद सोसायटी के ऐप से इन फ्लैट्स के बारे में जानकारी हटा दी गई है। एक मीडिया रिपोर्ट ने सोसायटी में रहने वाले लोगों के हवाले से बताया कि मकान के 19वीं और 20वीं मंजिल पर दो फ्लैट्स हैं, जबकि सबसे ऊपर पेंटहाउस बनाया गया है। निवासियों ने बताया कि पार्थ कभी-कभी इस पेंटहाउस में आते थे।

डायमंड सिटी और बीरभूम के करीब 15 ठिकानों पर ईडी छापेमारी की तैयारी में है। अब तक ईडी ने दो छापे में 50 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की हैं। वहीं पूछताछ में अर्पिता ने कबूल किया कि सारा पैसा पार्थ का है।

संभावना जताई जा रही है कि जांच पूरी होने के बाद जल्द ही इस मामले में सीबीआई और आयकर विभाग की एंट्री हो सकती है। आयकर विभाग बेनामी संपत्ति के मामले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी से सवाल-जवाब कर सकता है। यह भी खबर है कि जो चार कारें गायब हैं, उनका अभी तक पता नहीं लगा है। अधिकारियों को शक है कि इन कारों में रुपये भरकर भेजे गए।

इस बीच, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पार्थ को हटाने से तृणमूल कांग्रेस में सबसे ज्यादा खुश अभिषेक बनर्जी और उनके कैंप के लोग हैं। जबकि पार्थ चटर्जी का कहना है कि मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है। वक्त बताएगा कि मुझे हटाना गलत था या सही? ममता के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।

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