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UP Crime News : बच्चा चोरों की अब खैर नहीं, पुलिस ने अपनाया ये तरीका, मची खलबली

Mathura : मथुरा। बच्चा चोरी (child stealing) करने वाले गिरोह के नित नए खुलासे से पुलिस भी हैरान है। मानव तस्करी गिरोह (human trafficking gang) के अन्य सदस्यों के चेहरों को बेनकाब करने के लिए विशेष जांच दल (special investigation team) गठित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इस गिरोह में 150 से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं। ये सब वही लोग हैं, जो गिरोह में शामिल लोगों के साथ मिलकर काम करते थे। जीआरपी को इनकी जानकारी अभियुक्तों से पूछताछ के अलावा मोबाइल और लैपटॉप आदि से मिली है।

मथुरा रेलवे स्टेशन (Mathura Railway Station) से मां के बगल में सो रहा बच्चा चोरी होने के मामले में पकड़े गए गिरोह के सदस्यों से एसओजी (SOG) और जीआरपी (GRP) की टीम पूछताछ कर रही है। हाथरस के डॉक्टर दंपती (doctor couple) का मामला सामने आने के बाद पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मानव तस्करी गिरोह ने बच्चे कहां-कहां दिए हैं। पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने अब तक 15 बच्चों को बेचने की बात कुबूल की है। हाथरस के चिकित्सक दंपती और नर्स से भी गहनता से पूछताछ की गई, इसमें जो तथ्य निकलकर सामने आए हैं, उसके आधार पर टीम फिरोजाबाद शहर में जांच पड़ताल करने जा सकती है।

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गौरतलब है कि 23 अगस्त की रात मथुरा रेलवे स्टेशन से सात माह का बच्चा चोरी हुआ था। जीआरपी ने बच्चे को बरामद कर मानव तस्करी गिरोह का खुलासा किया। गिरोह में शामिल हाथरस के डॉक्टर दंपती समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। चोरी किया गया बच्चा फिरोजाबाद की भाजपा पार्षद ने खरीदा था। उसे भी जेल भेजा गया है।

भाजपा हाईकमान ने चोरी का बच्चा खरीदने वाली भाजपा पार्षद विनीता अग्रवाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उसके पति कृष्ण मुरारी अग्रवाल एडवोकेट भी भाजपा के नेता हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। चर्चा है कि भाजपा की किरकिरी कराने वाले पार्षद पति के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई क्यों नहीं की। भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश शंखवार ने कहा कि पार्षद के खिलाफ पार्टी हाईकमान ने कार्रवाई की है।

मानव तस्करी गिरोह की जड़ खोदने में अब मथुरा के साथ हाथरस पुलिस भी सक्रिय हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इसमें जुटे हैं। अंदरखाने स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों में इस गिरोह के पर्दाफाश होने के बाद खलबली मची हुई है। स्वास्थ्य विभाग आरोपी चिकित्सक दंपती का रिकॉर्ड खंगाल रहा है।

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