नई दिल्ली। रामनवमी पर पश्चिम बंगाल में हिंसा के दौरान पथराव के लिए बच्चों के इस्तेमाल को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने हावड़ा पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने 45 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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बाल अधिकार संबंधी आयोग ने कहा कि आयोग ने एक ट्विटर पोस्ट देखा है, जिससे यह पता लगा कि हावड़ा के शिबपुर इलाके में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान भीड़ हिंसक हो गई और हिंसक गतिविधियों के दौरान पथराव करने के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया गया। आयोग ने कहा कि उसने प्रथमदृष्टया इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है कि असामाजिक तत्वों द्वारा इस तरह की हिंसक गतिविधियों में बच्चों का इस्तेमाल किशोर न्याय कानून 2015 और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन प्रतीत होता है।
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आयोग ने कहा कि इसलिए, आपके कार्यालय से अनुरोध है कि इस तरह की हिंसक गतिविधियों में बच्चों का इस्तेमाल करने वाले अपराधियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई कर मामले की जांच करें। यह भी वांछनीय है कि ऐसी हिंसक गतिविधियों में शामिल किए गए बच्चों की पहचान की जाए और उन्हें बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाए। आयोग ने निर्देश दिया कि पत्र प्राप्त होने के दो दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
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