जाने पितृपक्ष के कुछ जरुरी नियम, क्यों होता है तर्पण और पिंडदान

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पितृपक्ष
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Sep 2023 07:37 PM
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pitripaksh: हमारे सनातन धर्म में पितरों की बहुत मान्यता है। भादों की पूर्णिमा से लेकर अश्विन मास की अमावस्या तक पड़ने वाले 16 दिन पितृ पक्ष के रूप में मनाये जाते हैं। इन 16 दिनों में पितरों का तर्पण और पिंडदान किया जाता है। धर्मग्रंथों के अनुसार पितृपक्ष के दौरान पितर धरती पर विचरण करने आते हैं और अपने परिवारजनों को देखते हैं। ऐसे में उनकी सेवा करने से पुण्यफल मिलता है और पितर प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देते हैं। इस बार पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से शुरू है। पितरों को खुश करने के लिए दान, पंचबलि कर्म, ब्राह्मण भोज आदि किए जाते हैं। जब पितरों को जल, अन्न, भोजन आदि की प्राप्ति होती है तो वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।

क्या होता है तर्पण और पिंड दान:

जब हम अपने पितरों को विधिपूर्वक जल के साथ तर्पण करते हैं तो उसको तर्पण कहते हैं। इसमें जल में काले तिल मिलाकर कुशा से अर्पित किया जाता है। ये विधि हर अमावस्या को भी की जाती है। पिंड और कुछ नहीं बल्कि चावल के गोले हैं जो आमतौर पर घी, शहद, चावल, बकरी के दूध, चीनी और कभी-कभी जौ से बनाए जाते हैं। नदियों के किनारे तो बालू के पिंड भी बनाकर पिंडदान किया जाता है। आप जो भी भोजन श्रद्धा पूर्वक अपने पितरों को अर्पित करते हैं वह श्राद्ध कहलाता है।

पितृपक्ष के नियम:

श्राद्ध का भोजन पूरी शुद्धता के साथ बना होना चाहिए। भोजन में प्‍याज-लहसुन का इस्‍तेमाल नहीं करना चाहिए। भोजन हमेशा ब्राह्मण को सूरज चढ़ने के बाद करवाएं। माना जाता है कि सूर्य की किरणों से ही हमारे पितर भोजन को ग्रहण करते हैं। ऐसे में सूर्य का प्रभाव जितना अधिक होगा, पितरों को भोजन उतने अच्‍छे से मिल पाएगा। वैदिक शास्त्र के मुताबिक पितृ पक्ष के दौरान चने का सत्तू, मिठाई, दाल या चने से बने दूसरे खाद्य पदार्थ खाने की मनाही होती है। इस दौरान मसूर की दाल का सेवन भी नहीं करना चाहिए और न ही किसी कच्ची चीज को खाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। हमें पितृपक्ष में कुछ सब्जियों का भी परहेज करना चाहिए। जमीन के अंदर उगने वाली सब्जियां जैसे गाजर, मूली, शलगम, शकरकंद, चुकंदर, अरबी और सूरन का सेवन नहीं करना चाहिए। इन सब्जियों को न तो खुद खाना चाहिए और न किसी ब्राह्मण को खिलाना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से पितरों की नाराजगी झेलनी पड़ती है।pitripaksh: इसके अलावा ब्राह्मण को भोजन करवाते समय मौन रहें। अगर किसी चीज की जरूरत हो तो इशारे में कहकर मंगवाएं। श्राद्ध का भोजन पत्‍तल में खिलाएं या चांदी, कांसे के बर्तन में खिलाएं। कांच या मिट्टी के बर्तन का इस्‍तेमाल बिल्‍कुल न करें। ब्राह्मण को भोजन करवाने के बाद उसे श्रद्धानुसार दान-दक्षिणा जरूर दें और चलते समय पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें।पितरों की खुशी के लिए कौआ, गाय, कुत्ता, चींटी आदि को भोजन दें। उनको दिया भोजन पितरों को मिलता है। पितरों के लिए नए कपड़े खरीदें और दान करें। इससे पितर खुश होकर आशीर्वाद देंगे। ब्राह्मणों को भोजन कराने के बाद पितरों को मन में याद कर भूल चूक के लिए क्षमायाचना करें। इसके बाद अपना व्रत खोलें और प्रसाद ग्रहण करें और पूरे परिवार को करवाएं। रात के समय दक्षिण दिशा में पितरों के नाम का सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

श्राद्ध का शुभ समय

सुबह 11:30 से दोपहर 02:30 तक का समय श्राद्ध के लिए अच्छा होता है। इस दिन पितरों के देव अर्यमा की पूजा करें और पितृ सूक्त या पितृ स्तोत्र का पाठ करें। इससे पितर और देव खुश होते हैं। भाद्रपद पूर्णिमा के दिन शुभ योगों में करें विशेष उपाय मिलेगा तुरंत धनलाभ देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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भाद्रपद पूर्णिमा के दिन शुभ योगों में करें विशेष उपाय मिलेगा तुरंत धनलाभ 

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Bhadrapada Purnima 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Sep 2023 12:15 PM
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​Bhadrapada Purnima 2023 : 29 सितंबर 2023 को शुक्रवार के शुभ दिन पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। भाद्रपद माह की पूर्णिमा बेहद खास होती है इस दिन देवी लक्ष्मी श्री विष्णू पूजन के साथ ही चंद्र पूजन एवं पितरों का पूजन भी किया जाता है। शुक्रवार के योग में आने वाली भाद्रपद पूर्णिमा अत्यंत ही उत्तम फल प्रदान करने वाली मानी जाती है। शास्त्रों में इस दिन भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan Katha) का पूजन, व्रत स्नान, दान इत्यादि से जुड़े कार्य कई गुना शुभ फलों की वृद्धि प्रदान करने वाले होते हैं।

Bhadrapada Purnima 2023

भाद्रपद पूर्णिमा का दिन भगवान स्त्यनारायण की पूजा के साथ चंद्र दर्शन एवं पूजन के लिए भी विशेष होता है। इस समय पर चंद्रमा के दर्शन से जीवन में सौंदर्य एवं भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। मानसिक अवसाद दूर होते हैं तथा बल शक्ति में वृद्धि का योग प्राप्त होता है। पूर्णिमा पर संध्या समय के दौरान चंद्र उदय पर चंद्र देव का दर्शन करते हैं तथा चंद्रमा को अर्घ्य देने के उपरांत पूजा द्वारा व्रत को पूर्ण माना जाता है।

भाद्रपद पूर्णिमा के दिन कुछ स्थानों पर उमा महेश्वर व्रत करने का भी विधान रहा है, अत: इस शुभ दिन पर भगवान शिव एवं माता पार्वती का पूजन करने से भक्तों को जीवन में सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।

भाद्रपद पूर्णिमा उपाय दिलाएंगे हर सफलता

भाद्रपद पूर्णिमा का समय भक्तों के लिए एक ऐसा दिन होता है जब ऊर्जाएं अपने विस्तार में होती हैं। इस समय किए जाने वाले कार्य भी व्यक्ति के जीवन में शुभता का विस्तार करने वाले माने जाते हैं। पूर्णिमा हो या अमावस्या यह दोनों ही तिथियां कई कारणों से विशेष मानी जाती हैं। ऐसे में भादो माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि के दौरान आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए, करियर को आगे ले जाने के लिए रोग दोष से मुक्ति पाने हेतु अथवा पितरों का अशीर्वाद पाने के लिए सबसे उत्तम समय माना गया है। इस समय पर किए जाने वाले उपाय भक्तों को शुभता का सुख प्रदान करते हैं। आइये जानें इस दिन पर आप कैसे अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं।

भाद्रपद पूर्णिमा के दिन शाम के समय शिव मंदिर अथवा विष्णु मंदिर में कच्चे दूध और चीनी का दान अवश्य करना चाहिए। इस उपाय को चंद्रमा की प्रबलता पाने हेतु किया जाता है तथा इसके अलावा किसी भी प्रकार के रोग दोष से मुक्ति के लिए इस दिन किया जाने वाला यह उपाय बेहद कारगर सिद्ध होता है।

पूर्णिमा का यह समय पितरों का समय भी होता है क्योंकि इसके साथ ही श्राद्ध पक्ष का आरंभ हो जाता है, अत: यह दो समय के मिलन का दिन होने के कारण इस दिन प्रात:काल के समय गरीबों को दान देने के अलावा संध्या के समय पितरों को नमस्कार करना चाहिए घर की दहलीज पर एक चौमुखी तेल का दीपक अवश्य जलाना चाहिए। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद सदैव वंश पर बना रहता है।

भाद्रपद माह की पूर्णिमा इस बार शुक्रवार के दिन होगी ऎसे में यह दिन देवी लक्ष्मी पूजन हेतु उत्तम बन रहा है। शुभ योग का निर्माण होने से इस दिन यदि कपूर और घी का दीपक लक्ष्मी जी के सम्मुख प्रज्जवलित किया जाए तथा देवी को केसर का तिलक करें तो जीवन में मौजुद अटकाव एवं आर्थिक विपन्नताओं का दौर समाप्त होने लगता है।

एस्ट्रोलॉजर राजरानी

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Rashifal 29 September 2023- इन राशियों के जातकों पर बरसेगी लक्ष्मी जी की विशेष कृपा

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दैनिक राशिफल 29 सितम्बर 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:05 AM
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29 September 2023-(शुक्रवार) (Rashifal 29 September 2023) जानते हैं आपके दैनिक राशिफल (Dainik Rashifal) के मुताबिक कैसा बीतने वाला है आज आपका दिन।

मेष राशि (Aries)-

आज का दिन मिलाजुला परिणाम लेकर आएगा। हालांकि आपकी चिंता थोड़ी बढ़ सकती है। कार्य क्षेत्र में अनावश्यक जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्य क्षेत्र में अधिक परिश्रम की आवश्यकता है।

वृषभ राशि (Taurus)-

आज आप आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। पुरानी बातों में उलझे रहने के बजाय नए बदलाव के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करें। बेवजह के विवादों में पहले से बचें। आसपास के लोगों की उन बातों को नजरअंदाज करें जिनकी वजह से विवाद बढ़ सकता है।

मिथुन राशि (Gemini)-

आज का दिन बेहतरीन व्यतीत होगा सामाजिक कार्यों में आपकी सक्रियता बढ़ेगी, जिसकी वजह से आपके व्यक्तित्व का सकारात्मक रूप निकलकर सामने आएगा। किसी पुराने खास मित्र से मुलाकात मन को प्रसन्न करेगा परिवार से जुड़ी कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।

कर्क राशि (Cancer)-

आज आप मानसिक शांति का अनुभव करेंगे। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। दिन दैनिक कार्यों में व्यतीत होगा। परिजनों के स्वास्थ्य से जुड़ी कोई बुरी खबर मिल सकती है। भावनाओं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है।

सिंह राशि (Leo)-

आज का दिन मिलाजुला परिणाम लेकर आएगा। किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह आपके लिए सहायक हो सकती है। परिवार के साथ दिन खुशी पूर्वक व्यतीत होगा। पैसों की लेनदेन के मामले में आज आपको अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

कन्या राशि (Virgo)-

नौकरी व व्यवसाय से जुड़े जातकों के लिए आज के दिन कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। आज आपके मेहनत के अनुरूप सफलता प्राप्त होगी। व्यवसाय में वृद्धि और बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं। समाज में आप की छवि निखरेगी।

Rashifal 29 September 2023-

तुला राशि (Libra)-

तुला राशि के जातकों के लिए आज का दिन बहुत ही सुखद व्यतीत होगा। पुराने कर्ज से मुक्ति मिलेगी अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले भली-भांति सोच विचार कर ले।

वृश्चिक राशि (Scorpio)-

आज का दिन बहुत ही अच्छा व्यतीत होगा। पारिवारिक रिश्तो में प्रगाढ़ता आएगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। व्यवसाय की दृष्टि से भी आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। थोड़ी सी मेहनत से बड़े फल की प्राप्ति होगी।

धनु राशि (Sagittarius)-

नौकरी की तलाश में लगे जातकों के लिए आज का दिन अच्छा साबित होगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जात को के लिए आज का दिन उनके पक्ष में जाएगा। नौकरी में पदोन्नति की संभावना है।

मकर राशि (Capricorn)-

आज आप खुद को बेहतर और आत्मविश्वास से भरा हुआ महसूस करेंगे। आपके अंदर नेतृत्व करने की बेहद खास क्षमता है, जिसका सदुपयोग करने की आवश्यकता है। कल्पनाओं में जीना छोड़ भौतिक जगत के अनुरूप चलने का प्रयास करें। पारिवारिक समस्याओं की वजह से आज मन थोड़ा विचलित हो सकता है।

कुंभ राशि (Aquarius)-

आज का दिन बेहद खास व्यतीत होने वाला है, हालांकि कार्यक्षेत्र में किसी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप अपने बौद्धिक क्षमता से आसानी पूर्वक इस चुनौती का सामना करेंगे। घर का माहौल खुशनुमा रहेगा। धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।

मीन राशि (Pisces)-

आज आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा जिससे आप जटिल समस्याओं का भी आसानी पूर्वक समाधान कर सकेंगे। किसी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। विदेशी साझेदार की मदद से तरक्की के नए मार्ग खुलेंगे।