सेकंड कैरियर अब बन रहा ट्रेंड, क्या है ये सेकंड कैरियर?

कुछ ऐसे लोग जिन्होंने अपने अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए खुद को दिया दूसरा मौका -
1. बिहार के भागलपुर के रहने वाले 85 साल के राधाकृष्ण चौधरी, आयुर्वेदिक कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का बिजनेस कर रहे हैं। रिटायरमेंट के 10 साल बाद इन्होंने अपने सेकंड कैरियर की शुरुआत की। अपनी तीन बेटियों के नाम के पहले अक्षर से इन्होंने Avimee Herbal ब्रांड को शुरू किया। कॉस्मेटिक हर्बल प्रोडक्ट को तैयार करने में इनकी पत्नी शकुंतला देवी चौधरी (79) इनकी मदद करती हैं। बेटियां, नाती, पोते प्रोडक्ट के प्रचार-प्रसार में इनकी सहायता करते हैं। साल भर के अंदर इन्होंने जर्मनी, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका सहित दुनिया के 50 देशों में अपने कस्टमर बना लिए हैं। इनका करोड़ों का टर्नओवर है। कई लोगों को इन्होंने रोजगार भी दिया है।बुढ़ापे को काटने के बजाय खुशी से जीना चाहते हैं राधाकृष्ण -
85 साल की अवस्था में बिजनेस की दुनिया में नाम कमाने वाले राधाकृष्ण का मानना है कि उम्र का हर पड़ाव खुशी से भरा होता है। बस इसे देखने का नजरिया अपना होना चाहिए। उनका कहना है कि- "मुझे लगता है बुढ़ापे को काटने के बजाए खुशी से जीना चाहिए। ऐसा कम ही लोगों में देखने को मिलता है। मेरे ज्यादातर साथी रिटायरमेंट के बाद (After Retirement) जिंदगी को बोझ समझकर जीते हैं। वो मान लेते हैं कि जीवन का सारा काम हो गया है और अब बस मौत का इंतजार है। जबकि जिंदगी और मौत दोनों ही हमारे हाथ में नहीं है। बहुत मुश्किल से मिलती है ये जिंदगी, इसे किसी लक्ष्य के साथ जीना चाहिए। ताकि अंत तक हम सब उसका आनंद ले सके। मैं इसी तरह जीता हूं और नतीजा आप सबके सामने है।" 2. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के रहने वाले रत्नेश श्रीवास्तव की आयु 66 वर्ष है। प्राइवेट सेक्टर में नौकरी से रिटायरमेंट के बाद इन्होंने खुद को दूसरा मौका दिया। प्रयागराज में ही इन्होंने एक छोटा सा व्यवसाय शुरू किया है, और रिटायरमेंट के बाद भी अपने काम करने का जज्बा कायम रखा है। रिटायरमेंट के बाद आराम करने के बजाय खुद को काम में व्यस्त रखने को लेकर ये कहते हैं कि इससे समय का सदुपयोग भी हो जाता है, और फाइनेंशियली खुद पर निर्भर रह कर इन्हें एक अलग तरह का सुकून महसूस होता है। रिटायरमेंट के बाद सेकंड कैरियर (Second Career After Retirement) को शुरू करने वाले राधाकृष्ण चौधरी और रत्नेश श्रीवास्तव का नजरिया इसको लेकर भले ही अलग अलग है। लेकिन ये दोनो ही समाज के लिए एक सकारात्मक सोच लेकर आते हैं, और रिटायरमेंट के बाद जिंदगी को एक नए पहलू से जीने का नजरिया देते हैं।कुछ ऐसे नाम जिन्हें सेकंड कैरियर में मिली खूब पहचान -
1. जाने माने मॉडल दिनेश मोहन (Dinesh Mohan) का नाम किसने नहीं सुना होगा। रोहतक में पैदा हुए दिनेश मोहन चंडीगढ़ में सरकारी अफसर के तौर पर काम करते थे। फैशन इंडस्ट्री और एक्टिंग से उनका दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन 44 साल की उम्र में इनके जीवन में एक ऐसा पड़ाव आया जब इन्हें व्यक्तिगत तौर पर काफी नुकसान हुआ। स्थिति यह हो गई थी कि यह बिना किसी सहारे के चल भी नहीं सकते थे। डिप्रेशन के दौर से गुजर रहे दिनेश का वजन 130 किलो तक पहुंच गया। 8 साल तक इसी तरह की जिंदगी गुजार चुके दिनेश को परिवार की एक बात ने झकझोर कर रख दिया। दिनेश की हालत से त्रस्त परिवार ने कहा कि -"आप एक उद्देश्य खोजने की कोशिश भी नहीं कर रहे हैं। क्या आपको नहीं दिख रहा कि आप बिस्तर पर ही मर रहे हो?" इसके बाद से ही दिनेश ने खुद को बदलना शुरू किया। डाइटिशियन की देखरेख में वर्कआउट कर इन्होंने अपना फिजिक बदला और 50 की उम्र में जीवन की नई शुरुआत है। 100 से ज्यादा शोज और इवेंट में पार्टिसिपेट कर चुके दिनेश के इंस्टा पर 3 लाख से भी अधिक फॉलोओवर है। 60 साल की उम्र में मॉडलिंग के क्षेत्र में इन्होंने जो नाम कमाया है वो काबिले तारीफ है। 2. जाने-माने स्टैंडअप कॉमेडियन मनीष के त्यागी (Manish K Tyagi) ने स्टैंडअप कॉमेडियन के तौर पर अपने सेकंड कैरियर (Second Career)की शुरुआत की। इससे पहले वह आर्मी में कमांडर के पद पर थे। एक आर्मी मैन के रूप में देश सेवा करने वाले मनीष के त्यागी ने रिटायरमेंट के बाद सबको हंसाने का काम शुरू किया। इसके साथ ही ये मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी जाने जाते हैं। इंस्टाग्राम पर इनके 15 हजार से भी अधिक फॉलोअर है। दिनेश मोहन और मनीष त्यागी जैसे कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने सेकंड कैरियर में वह मुकाम हासिल किया जो जीवन के पहले पड़ाव में हासिल नहीं कर पाए। किसी ने अपने अधूरे सपने को पूरा करने के लिए तो किसी ने नए जज्बे के साथ जिंदगी को जीने के लिए सेकंड कैरियर का रास्ता चुना।कुछ ऐसे आइडियाज जिनका इस्तेमाल सेकंड कैरियर के रूप में किया जा सकता है -
रिटायरमेंट के बाद खाली समय का सही इस्तेमाल करने के लिए सेकंड कैरियर (Second Career) शुरू करना अब आम हो गया है। कई तरीकों से आप समय का सदुपयोग कर, अपने सपनों को पूरा कर, फाइनेंशियली खुद को स्ट्रांग बना सकते हैं। नीचे दिए गए आइडियाज का इस्तेमाल कर शुरु कर सकते हैं आप सेकंड कैरियर -1. हॉबीज को बनाए अपना करियर -
नौकरी काल में कंधों पर परिवार, बच्चों की जिम्मेदारी होती है। जिम्मेदारियों को पूरा करते-करते व्यक्ति अपने शौक, हॉबीज को भूल जाता है। रिटायरमेंट के बाद जब खुद के लिए समय मिलता है, उस समय आप अपने हॉबीज का इस्तेमाल कैरियर के रूप में कर अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आपको गार्डनिंग का शौक है तो बिजनेस आइडियाज के रूप में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपको कुकिंग का शौक है तो इसका इस्तेमाल भी आप बिजनेस आइडिया के रूप में कर सकते हैं। लेखन में रुचि होने पर एक ब्लॉगर के रूप में आप अपने कैरियर की शुरूआत कर सकते हैं।2. शिक्षक के रूप में बनाएं कैरियर -
यदि आपको पढ़ाने में रुचि है तो रिटायरमेंट के बाद आप इसे अपने सेकंड कैरियर के रूप में चुन सकते। इसके लिए आप अपनी कोचिंग क्लास चला सकते हैं या बच्चों को होम ट्यूशन भी दे सकते हैं। आजकल तो ऑनलाइन पढ़ाई का भी दौर चल गया है, ऐसे में आप ऑनलाइन क्लासेज के जरिए भी बच्चों को पढ़ा सकते हैं।3. पेट सिटिंग भी है एक बेहतर कैरियर ऑप्शन -
यदि किसी व्यक्ति को जानवरों में रुचि है तो उसके लिए पेट सिटिंग भी एक बेहतर कैरियर विकल्प हो सकता है। कई लोगों को पालतू जानवर पालने का शौक होता है, लेकिन ऑफिस के समय या घर से बाहर जाते समय दूसरों के पास छोड़ना मजबूरी होती है। पेट सिटिंग की जॉब पार्ट टाइम जॉब की तरह भी की जा सकती है और इसमें अच्छी कमाई भी होती है।4. मोटिवेशनल स्पीकर बन कमा सकते हैं लाखों रुपए -
यदि आपको लगता है कि आप किसी को मोटिवेट करने की क्षमता रखते हैं, तो मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी अपने कैरियर की शुरूआत कर सकते हैं। आज के समय में जब युवा कई तरह के मानसिक दबाव से जूझ रहे हैं, ऐसे में मोटिवेशनल स्पीकर्स को सुनना उनके लिए काफी फायदेमंद है। यही वजह है कि आज के दौर में मोटिवेशनल स्पीकर बनना, एक बेहतर कैरियर विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया है।Life Mantra : लीक से हटकर : बहुत ही सटीक छोटी सी कहानी, बदल देगी आपकी ज़िन्दगी
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कुछ ऐसे लोग जिन्होंने अपने अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए खुद को दिया दूसरा मौका -
1. बिहार के भागलपुर के रहने वाले 85 साल के राधाकृष्ण चौधरी, आयुर्वेदिक कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का बिजनेस कर रहे हैं। रिटायरमेंट के 10 साल बाद इन्होंने अपने सेकंड कैरियर की शुरुआत की। अपनी तीन बेटियों के नाम के पहले अक्षर से इन्होंने Avimee Herbal ब्रांड को शुरू किया। कॉस्मेटिक हर्बल प्रोडक्ट को तैयार करने में इनकी पत्नी शकुंतला देवी चौधरी (79) इनकी मदद करती हैं। बेटियां, नाती, पोते प्रोडक्ट के प्रचार-प्रसार में इनकी सहायता करते हैं। साल भर के अंदर इन्होंने जर्मनी, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका सहित दुनिया के 50 देशों में अपने कस्टमर बना लिए हैं। इनका करोड़ों का टर्नओवर है। कई लोगों को इन्होंने रोजगार भी दिया है।बुढ़ापे को काटने के बजाय खुशी से जीना चाहते हैं राधाकृष्ण -
85 साल की अवस्था में बिजनेस की दुनिया में नाम कमाने वाले राधाकृष्ण का मानना है कि उम्र का हर पड़ाव खुशी से भरा होता है। बस इसे देखने का नजरिया अपना होना चाहिए। उनका कहना है कि- "मुझे लगता है बुढ़ापे को काटने के बजाए खुशी से जीना चाहिए। ऐसा कम ही लोगों में देखने को मिलता है। मेरे ज्यादातर साथी रिटायरमेंट के बाद (After Retirement) जिंदगी को बोझ समझकर जीते हैं। वो मान लेते हैं कि जीवन का सारा काम हो गया है और अब बस मौत का इंतजार है। जबकि जिंदगी और मौत दोनों ही हमारे हाथ में नहीं है। बहुत मुश्किल से मिलती है ये जिंदगी, इसे किसी लक्ष्य के साथ जीना चाहिए। ताकि अंत तक हम सब उसका आनंद ले सके। मैं इसी तरह जीता हूं और नतीजा आप सबके सामने है।" 2. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के रहने वाले रत्नेश श्रीवास्तव की आयु 66 वर्ष है। प्राइवेट सेक्टर में नौकरी से रिटायरमेंट के बाद इन्होंने खुद को दूसरा मौका दिया। प्रयागराज में ही इन्होंने एक छोटा सा व्यवसाय शुरू किया है, और रिटायरमेंट के बाद भी अपने काम करने का जज्बा कायम रखा है। रिटायरमेंट के बाद आराम करने के बजाय खुद को काम में व्यस्त रखने को लेकर ये कहते हैं कि इससे समय का सदुपयोग भी हो जाता है, और फाइनेंशियली खुद पर निर्भर रह कर इन्हें एक अलग तरह का सुकून महसूस होता है। रिटायरमेंट के बाद सेकंड कैरियर (Second Career After Retirement) को शुरू करने वाले राधाकृष्ण चौधरी और रत्नेश श्रीवास्तव का नजरिया इसको लेकर भले ही अलग अलग है। लेकिन ये दोनो ही समाज के लिए एक सकारात्मक सोच लेकर आते हैं, और रिटायरमेंट के बाद जिंदगी को एक नए पहलू से जीने का नजरिया देते हैं।कुछ ऐसे नाम जिन्हें सेकंड कैरियर में मिली खूब पहचान -
1. जाने माने मॉडल दिनेश मोहन (Dinesh Mohan) का नाम किसने नहीं सुना होगा। रोहतक में पैदा हुए दिनेश मोहन चंडीगढ़ में सरकारी अफसर के तौर पर काम करते थे। फैशन इंडस्ट्री और एक्टिंग से उनका दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन 44 साल की उम्र में इनके जीवन में एक ऐसा पड़ाव आया जब इन्हें व्यक्तिगत तौर पर काफी नुकसान हुआ। स्थिति यह हो गई थी कि यह बिना किसी सहारे के चल भी नहीं सकते थे। डिप्रेशन के दौर से गुजर रहे दिनेश का वजन 130 किलो तक पहुंच गया। 8 साल तक इसी तरह की जिंदगी गुजार चुके दिनेश को परिवार की एक बात ने झकझोर कर रख दिया। दिनेश की हालत से त्रस्त परिवार ने कहा कि -"आप एक उद्देश्य खोजने की कोशिश भी नहीं कर रहे हैं। क्या आपको नहीं दिख रहा कि आप बिस्तर पर ही मर रहे हो?" इसके बाद से ही दिनेश ने खुद को बदलना शुरू किया। डाइटिशियन की देखरेख में वर्कआउट कर इन्होंने अपना फिजिक बदला और 50 की उम्र में जीवन की नई शुरुआत है। 100 से ज्यादा शोज और इवेंट में पार्टिसिपेट कर चुके दिनेश के इंस्टा पर 3 लाख से भी अधिक फॉलोओवर है। 60 साल की उम्र में मॉडलिंग के क्षेत्र में इन्होंने जो नाम कमाया है वो काबिले तारीफ है। 2. जाने-माने स्टैंडअप कॉमेडियन मनीष के त्यागी (Manish K Tyagi) ने स्टैंडअप कॉमेडियन के तौर पर अपने सेकंड कैरियर (Second Career)की शुरुआत की। इससे पहले वह आर्मी में कमांडर के पद पर थे। एक आर्मी मैन के रूप में देश सेवा करने वाले मनीष के त्यागी ने रिटायरमेंट के बाद सबको हंसाने का काम शुरू किया। इसके साथ ही ये मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी जाने जाते हैं। इंस्टाग्राम पर इनके 15 हजार से भी अधिक फॉलोअर है। दिनेश मोहन और मनीष त्यागी जैसे कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने सेकंड कैरियर में वह मुकाम हासिल किया जो जीवन के पहले पड़ाव में हासिल नहीं कर पाए। किसी ने अपने अधूरे सपने को पूरा करने के लिए तो किसी ने नए जज्बे के साथ जिंदगी को जीने के लिए सेकंड कैरियर का रास्ता चुना।कुछ ऐसे आइडियाज जिनका इस्तेमाल सेकंड कैरियर के रूप में किया जा सकता है -
रिटायरमेंट के बाद खाली समय का सही इस्तेमाल करने के लिए सेकंड कैरियर (Second Career) शुरू करना अब आम हो गया है। कई तरीकों से आप समय का सदुपयोग कर, अपने सपनों को पूरा कर, फाइनेंशियली खुद को स्ट्रांग बना सकते हैं। नीचे दिए गए आइडियाज का इस्तेमाल कर शुरु कर सकते हैं आप सेकंड कैरियर -1. हॉबीज को बनाए अपना करियर -
नौकरी काल में कंधों पर परिवार, बच्चों की जिम्मेदारी होती है। जिम्मेदारियों को पूरा करते-करते व्यक्ति अपने शौक, हॉबीज को भूल जाता है। रिटायरमेंट के बाद जब खुद के लिए समय मिलता है, उस समय आप अपने हॉबीज का इस्तेमाल कैरियर के रूप में कर अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आपको गार्डनिंग का शौक है तो बिजनेस आइडियाज के रूप में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपको कुकिंग का शौक है तो इसका इस्तेमाल भी आप बिजनेस आइडिया के रूप में कर सकते हैं। लेखन में रुचि होने पर एक ब्लॉगर के रूप में आप अपने कैरियर की शुरूआत कर सकते हैं।2. शिक्षक के रूप में बनाएं कैरियर -
यदि आपको पढ़ाने में रुचि है तो रिटायरमेंट के बाद आप इसे अपने सेकंड कैरियर के रूप में चुन सकते। इसके लिए आप अपनी कोचिंग क्लास चला सकते हैं या बच्चों को होम ट्यूशन भी दे सकते हैं। आजकल तो ऑनलाइन पढ़ाई का भी दौर चल गया है, ऐसे में आप ऑनलाइन क्लासेज के जरिए भी बच्चों को पढ़ा सकते हैं।3. पेट सिटिंग भी है एक बेहतर कैरियर ऑप्शन -
यदि किसी व्यक्ति को जानवरों में रुचि है तो उसके लिए पेट सिटिंग भी एक बेहतर कैरियर विकल्प हो सकता है। कई लोगों को पालतू जानवर पालने का शौक होता है, लेकिन ऑफिस के समय या घर से बाहर जाते समय दूसरों के पास छोड़ना मजबूरी होती है। पेट सिटिंग की जॉब पार्ट टाइम जॉब की तरह भी की जा सकती है और इसमें अच्छी कमाई भी होती है।4. मोटिवेशनल स्पीकर बन कमा सकते हैं लाखों रुपए -
यदि आपको लगता है कि आप किसी को मोटिवेट करने की क्षमता रखते हैं, तो मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी अपने कैरियर की शुरूआत कर सकते हैं। आज के समय में जब युवा कई तरह के मानसिक दबाव से जूझ रहे हैं, ऐसे में मोटिवेशनल स्पीकर्स को सुनना उनके लिए काफी फायदेमंद है। यही वजह है कि आज के दौर में मोटिवेशनल स्पीकर बनना, एक बेहतर कैरियर विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया है।Life Mantra : लीक से हटकर : बहुत ही सटीक छोटी सी कहानी, बदल देगी आपकी ज़िन्दगी
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