Greater Noida News : अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे निवासियों की समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान

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"अव्यवस्था और असंतुलन का बेमिसाल उदाहरण है" ग्रेटर नोएडा बेस्ट की हालत अब इतनी खराब हो चुकी है कि निवासियों को अपनी हक की लड़ाई के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। निवासियों द्वारा बिल्डर, अधिकारियों और नेताओं से शिकायत करने पर समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। लोग अपना काम छोड़कर धरने पर बैठे हुए हैं। इसमें अब बच्चे भी शामिल हो चुके हैं। निवासियों ने भी अपने हक को लेने के लिए कसम खा ली है। यह अव्यवस्था और असंतुलन का बेमिसाल उदारहण हैं सैकड़ों बिल्डरों ने लाखों लोगों को चुना लगाया वो मौज कर रहे हैं। और निवासी अपने हक के लिए धरने पर बैठे हुए हैं। इस सरकार में आम आदमी की नहीं हो रही सुनवाई सोसायटी के रहने वाले पराग अग्रवाल ने बताया कि जो दिन परिवार के साथ बिताना चाहिए वो दिन प्रदर्शन में निकल जाता है। आम आदमी की कोई सुनवाई नहीं इस सरकार् में। बिल्डर्स को खुली छूठ दे रखी है मन मौज करने के लिए। कोई भी चीज़ सही नहीं है इस प्रदेश में महंगी बिजली और पानी, टूटी सड़के, ट्रैफिक जाम, महंगा मेन्टेनेन्स लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। यह है निवासियों की समस्याएं 1. सोसाइटी के सभी दीर्घलंबित और अधूरे कामों को तुरंत पूरा किया जाए। 2. सोसाइटी में पूरी सुरक्षा और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। 3. एनपीसीएल के रेट में सस्ती बिजली किलोवाट वृद्धि का विकल्प दो। 4. रस्ते में खुली पार्किंग से रिजर्व पार्किंग का विकल्प दिया जाए 5. सभी फ्लैटों के ओसी और रजिस्ट्री दी जाए 6. साथ ही जब तक सोसाइटी में अधूरे काम पूर्ण नहीं हो जाते तब तक अल्बेरिया टावर और गार्डन होम्स टावर के बनाने पर रोक लगाई जाए। 7. सोसायटी के नक्शे में दिए सभी क्लब का जल्द से जल्द बनाए जाए। 8. सोसाइटी की सिक्योरिटी व्यवस्था दुरुस्त हो।IPL 2023 : लखनऊ सुपर जाइंट्स वर्सेस रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर होंगे आमने-सामने
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"अव्यवस्था और असंतुलन का बेमिसाल उदाहरण है" ग्रेटर नोएडा बेस्ट की हालत अब इतनी खराब हो चुकी है कि निवासियों को अपनी हक की लड़ाई के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। निवासियों द्वारा बिल्डर, अधिकारियों और नेताओं से शिकायत करने पर समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। लोग अपना काम छोड़कर धरने पर बैठे हुए हैं। इसमें अब बच्चे भी शामिल हो चुके हैं। निवासियों ने भी अपने हक को लेने के लिए कसम खा ली है। यह अव्यवस्था और असंतुलन का बेमिसाल उदारहण हैं सैकड़ों बिल्डरों ने लाखों लोगों को चुना लगाया वो मौज कर रहे हैं। और निवासी अपने हक के लिए धरने पर बैठे हुए हैं। इस सरकार में आम आदमी की नहीं हो रही सुनवाई सोसायटी के रहने वाले पराग अग्रवाल ने बताया कि जो दिन परिवार के साथ बिताना चाहिए वो दिन प्रदर्शन में निकल जाता है। आम आदमी की कोई सुनवाई नहीं इस सरकार् में। बिल्डर्स को खुली छूठ दे रखी है मन मौज करने के लिए। कोई भी चीज़ सही नहीं है इस प्रदेश में महंगी बिजली और पानी, टूटी सड़के, ट्रैफिक जाम, महंगा मेन्टेनेन्स लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। यह है निवासियों की समस्याएं 1. सोसाइटी के सभी दीर्घलंबित और अधूरे कामों को तुरंत पूरा किया जाए। 2. सोसाइटी में पूरी सुरक्षा और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। 3. एनपीसीएल के रेट में सस्ती बिजली किलोवाट वृद्धि का विकल्प दो। 4. रस्ते में खुली पार्किंग से रिजर्व पार्किंग का विकल्प दिया जाए 5. सभी फ्लैटों के ओसी और रजिस्ट्री दी जाए 6. साथ ही जब तक सोसाइटी में अधूरे काम पूर्ण नहीं हो जाते तब तक अल्बेरिया टावर और गार्डन होम्स टावर के बनाने पर रोक लगाई जाए। 7. सोसायटी के नक्शे में दिए सभी क्लब का जल्द से जल्द बनाए जाए। 8. सोसाइटी की सिक्योरिटी व्यवस्था दुरुस्त हो।IPL 2023 : लखनऊ सुपर जाइंट्स वर्सेस रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर होंगे आमने-सामने
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