हमास के लड़ाकों से मासिक धर्म में होने के कारण इलाना की इज्जत बची

Hamas
Israel Hamas War
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 02:07 AM
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Israel Hamas War : इजराइली महिला इलाना ग्रिट्जेव्स्की ने हमास की कैद में बिताए अपने भयावह अनुभवों का खुलासा किया है। 7 अक्टूबर 2023 को, हमास के आतंकवादियों ने उन्हें किबुत्ज नीर ओज से अपहरण कर गाजा ले जाया गया, जहां उन्होंने 55 दिन बिताए। इलाना ने बताया कि अपहरण के दौरान उन्हें शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब उन्हें होश आया, तो वे फर्श पर पड़ी थीं, उनके कपड़े अस्त-व्यस्त थे, और सात बंदूकधारी उनके सामने खड़े थे। उन्होंने हमास के लड़ाकों को बताया कि वे मासिक धर्म में हैं, जिससे संभवत: उन्हें यौन उत्पीड़न से बचने में मदद मिली।

इलाना की शादी जबरन हमास के लड़ाकों के साथ कराना चाहते थे

कैद के दौरान, इलाना को धमकी दी गई कि उनकी जबरन शादी हमास के लड़ाकों से कराई जाएगी और उन्हें केवल बच्चे पैदा करने के लिए मजबूर किया जाएगा। एक लड़ाके ने यहां तक कहा कि वह उनसे शादी करना चाहता है और उनके हाथ से कंगन उतरवा लिए। इलाना के साथी, मातान जंगाउकर, को भी उसी दिन अपहरण किया गया था और वे अभी भी हमास की कैद में हैं। इलाना अब उनकी रिहाई के लिए संघर्ष कर रही हैं।

हमास की कैद में महिलाओं का यौन उत्पीड़न

इलाना के अनुभव उन कई रिपोर्टों का हिस्सा हैं जो संकेत देती हैं कि हमास की कैद में महिलाओं को यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है। एक इजराइली डॉक्टर के अनुसार, कम से कम 10 पुरुष और महिलाएं, जो हमास की कैद से रिहा हुए, यौन उत्पीड़न या दुर्व्यवहार का शिकार हुए थे। इलाना का कहना है कि शारीरिक रूप से वे रिहा हो गई हैं, लेकिन उनकी आत्मा अभी भी वहां कैद है। वे अपने साथी और अन्य बंधकों की रिहाई के लिए प्रयासरत हैं और अपने अनुभवों को साझा कर इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ा रही हैं।

Trump : चुनाव सुधार के लिए ट्रंप ने दिया हिंदुस्तान का उदाहरण

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Trump : चुनाव सुधार के लिए ट्रंप ने दिया हिंदुस्तान का उदाहरण

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Trump
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:39 PM
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Trump : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए भारत की मतदाता पहचान प्रणाली की प्रशंसा की है। उन्होंने भारत और ब्राजील जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि ये देश अपने नागरिकों के लिए एक सशक्त और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली विकसित कर चुके हैं, जबकि अमेरिका अब तक इस दिशा में पूरी तरह सफल नहीं हो पाया है।

भारत की चुनाव प्रणाली की विशेषताएं

भारत में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए बायोमेट्रिक डेटाबेस और मतदाता पहचान प्रणाली का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक मतदाता को एक अद्वितीय पहचान पत्र (वोटर आईडी) दिया जाता है, जो उनकी पहचान को प्रमाणित करता है। इस तकनीकी नवाचार ने मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की है। ट्रंप का मानना है कि अमेरिका को भी अपनी चुनाव प्रणाली में इस प्रकार के सुधार करने चाहिए।

ट्रंप का कार्यकारी आदेश और उसके प्रभाव

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी चुनाव प्रणाली में सुधार लाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। इस आदेश के तहत निम्नलिखित महत्वपूर्ण सुधार प्रस्तावित किए गए हैं:
  1. मतदाता पंजीकरण में नागरिकता सत्यापन: अब अमेरिकी नागरिकों को मतदाता पंजीकरण के दौरान अपनी नागरिकता का दस्तावेजी प्रमाण प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
  2. संघीय डेटाबेस तक पहुंच: राज्यों को मतदाता नागरिकता सत्यापित करने के लिए संघीय डेटाबेस की सुविधा दी जाएगी।
  3. मतदाता सूचियों की समीक्षा: न्याय विभाग मतदाता पंजीकरण सूचियों की समीक्षा करेगा, ताकि नागरिकता संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।
  4. अवैध मतदान की रोकथाम: गैर-अमेरिकी नागरिकों के संघीय चुनावों में भाग लेने पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और इसके खिलाफ सख्त प्रवर्तन लागू किया जाएगा।

भारत की चुनाव प्रणाली से अमेरिका क्या सीख सकता है?

भारत में मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कई तकनीकी उपाय अपनाए गए हैं, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) प्रणाली प्रमुख हैं। इससे मतदाता को यह सुनिश्चित करने का अवसर मिलता है कि उनका वोट सही तरीके से दर्ज किया गया है। ट्रंप के अनुसार, अमेरिका में व्यापक स्तर पर मतदाता पंजीकरण और पहचान सत्यापन की प्रक्रिया को मजबूत किया जाना चाहिए। अमेरिका में वर्तमान में नागरिकता के लिए स्व-सत्यापन की प्रक्रिया पर अधिक निर्भरता है, जिससे मतदाता धोखाधड़ी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता और सुरक्षा की आवश्यकता

ट्रंप ने यह भी कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और धोखाधड़ी-मुक्त चुनाव किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला होते हैं। उन्होंने यह भी जोर दिया कि अमेरिकी नागरिकों का यह अधिकार है कि उनके वोटों की सही तरीके से गिनती हो और कोई अवैध हस्तक्षेप न हो।  Trump :  

योगी ने कहा- अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा

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China : चीन की बादशाहत होगी खत्म? भारत की स्वदेशी मोबाइल चिप क्रांति

China
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:07 PM
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China : भारत सरकार ने सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाने की योजना बनाई है, जिससे चीन की चिप बाजार में बादशाहत को चुनौती दी जा सकती है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत, भारत जल्द ही स्वदेशी मोबाइल चिप निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।

तेजी से बढ़ता भारत का स्मार्टफोन बाजार

भारत का स्मार्टफोन बाजार लगातार विस्तार कर रहा है और यह जल्द ही चीन को पीछे छोड़ सकता है। स्मार्टफोन की बढ़ती मांग और देश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की संख्या में तेजी से वृद्धि ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बना दिया है। सरकार भी इस अवसर को भुनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सेमीकंडक्टर निर्माण को लेकर भारत में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है, जिससे अमेरिका और चीन के दबदबे को चुनौती दी जा सके।

सेमीकंडक्टर बाजार को मिलेगा बूस्ट

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और दूरसंचार विभाग (DoT) ने मिलकर एक ठोस योजना तैयार की है, जिससे भारत के सेमीकंडक्टर और स्मार्टफोन बाजार को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। सरकार के आत्मनिर्भर भारत योजना और इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत, देश में सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। MeitY के सचिव एस. कृष्णन ने एक कार्यक्रम में बताया कि भारत में मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच चिपसेट का निर्माण बेहद महत्वपूर्ण है। सरकार डिज़ाइन-लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) स्कीम के तहत स्थानीय स्तर पर सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। इस साल के बजट में भी सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया गया है।

बजट में 83% की बढ़ोतरी, भारत का बड़ा निवेश

भारत सरकार ने इस वर्ष सेमीकंडक्टर मिशन के लिए बजट में 83% की बढ़ोतरी की है। 2024 के बजट में सरकार ने इस क्षेत्र के लिए 7,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जबकि प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का बजट बढ़ाकर 9,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है। हालांकि, चीन का सेमीकंडक्टर बजट अभी भी 47 बिलियन डॉलर (लगभग 4 लाख करोड़ रुपये) के करीब है, लेकिन भारत की यह नई पहल आने वाले वर्षों में गेम-चेंजर साबित हो सकती है।

सेमीकंडक्टर और AI का बढ़ता प्रभाव

सेमीकंडक्टर उद्योग का सीधा प्रभाव भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलपमेंट पर भी पड़ेगा। अत्याधुनिक चिप्स के निर्माण से AI आधारित एप्लिकेशन और टेक्नोलॉजी को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। भारत में AI का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है और स्वदेशी सेमीकंडक्टर निर्माण से इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है। China :  

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