Tripura Assembly Result : शुरुआती रुझान में भाजपा 27 और वाम-कांग्रेस गठबंधन 18 सीटों पर आगे

Tripura
BJP 27 and Left-Congress alliance ahead in 18 seats in initial trends
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 04:57 PM
bookmark
अगरतला। त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव के बाद, बृहस्पतिवार को सुबह से जारी मतणना में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 सीटों पर आगे चल रही है।

Tripura Assembly Result

निर्वाचन आयोग के आकंड़ों के अनुसार, कांग्रेस छह सीट पर और उसकी सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 12 सीटों पर आगे है। पूर्व शाही वंशज प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा द्वारा बनाई गई नई पार्टी टिपरा मोठा भी 12 सीटों पर आगे है। मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बोरडोवाली सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के आशीष कुमार साहा से 832 मतों से आगे चल रहे हैं।

Delhi Political : दिल्ली : मंत्री पद पर नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति से आतिशी, भारद्वाज के नाम की सिफारिश

अगरतला सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुदीप रॉय बर्मन भाजपा के पापिया दत्ता से 5286 मतों से आगे चल रहे हैं। बनमालीपुर सीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य 705 मतों से पीछे चल रहे हैं। सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल रॉय बढ़त बनाए हुए हैं। खयेरपुर सीट पर भाजपा के रतन चक्रवर्ती 849 मतों से आगे हैं।

Tripura Assembly Result

Sarojini Naidu : कैसा था भारत कोकिला…नाइटेंगल ऑफ इंडिया का जीवन?

माकपा के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के निवर्तमान विधायक शंकर रॉय से 1223 मतों से आगे चल रहे हैं। त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को चुनाव हुए थे। आज बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू हुई। इस बार चुनाव में कुल 23.13 लाख मतदाताओं में से 89.90 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Delhi Political : दिल्ली : मंत्री पद पर नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति से आतिशी, भारद्वाज के नाम की सिफारिश

Vk
Atishi, Bhardwaj's name recommended to the President for ministerial appointment
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Mar 2023 04:48 PM
bookmark
नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कैबिनेट में मंत्रियों के तौर पर नियुक्ति के लिए आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज के नामों की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सिफारिश की है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

Delhi Political

Bhojpuri Songs – डबल मीनिंग और अश्लील भोजपुरी गाना बनाने वालों की अब खैर नहीं

उन्होंने बताया कि आतिशी और भारद्वाज की नियुक्ति तभी प्रभावी होगी, जब राष्ट्रपति मनीष सिसोदिया एवं सत्येंद्र जैन के इस्तीफे स्वीकार कर लेंगी। सिसोदिया और जैन के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में दो पद खाली हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट मंत्रियों के तौर पर आतिशी और भारद्वाज के नाम की सिफारिश की है।

Delhi Political

PM Modi ने जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में आम सहमति बनाने का आह्वान किया

राजनिवास के एक अधिकारी ने कहा कि एक मार्च को मुख्यमंत्री द्वारा आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को मंत्रियों के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश मिलने पर उपराज्यपाल ने उसी दिन राष्ट्रपति को इसकी सिफारिश की। चूंकि दिल्ली में कभी भी केवल छह मंत्री हो सकते हैं, इसलिए उनकी नियुक्ति तभी प्रभावी होगी जब राष्ट्रपति द्वारा मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा। ठीक एक दिन पहले 28 फरवरी को राष्ट्रपति को सिसोदिया और जैन का इस्तीफा भेजा गया था। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Sarojini Naidu : कैसा था भारत कोकिला...नाइटेंगल ऑफ इंडिया का जीवन?

IMG 20230302 110208
Her inspiring poems made her the nightingale of india
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:48 AM
bookmark
13 फ़रवरी 1879 को हैदराबाद में जन्मी Sarojini Naidu का परिचय सिर्फ उनकी कविताओं से ही नहीं दिया जाता है बल्कि आज जब देश की सबसे सशक्त एवं सफल महिलाओं के बारे में बात की जाती है तो भारत कोकिला सरोजिनी नायडू का नाम सबसे ऊपर आता है। उनके व्यक्तित्व के एक ओर बच्चे सा चुलबुलापन देखने को मिलता था तो वहीं दूसरे तरफ उन्होंने भारतीय नेशनल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पहली गवर्नर बनकर अपने मज़बूत व्यक्तित्व की भी एक झलक दिखायी। आज देश में उनकी 74वीँ पुण्यतिथि मनाई जा रही है और इस अवसर पर आइये करीब से जानते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक किस्सों के बारे में...

कैसे बनीं भारत कोकिला?

अपनी प्रारंभिक शिक्षा Sarojini Naidu ने हैदराबाद के निज़ाम कॉलेज से ही पूरी की और यहाँ से उन्हें 16 वर्ष की आयु में छात्रवृत्ति भी प्राप्त हुई। इसके बाद वे लंदन के किंग्स कॉलेज गयीं जहाँ उनकी मुलाक़ात एक नोबल पुरस्कार विजेता आर्थर साइमन और एडमंड गॉस से हुई। उन्होंने सरोजिनी जी को अपनी भाषा में और अपने देश के मुद्दों के बारे में लिखने के लिए प्रेरित किया। यही प्रेरणा उनके सरोजिनी से भारत कोकिला का सफर तय कराने का एक जरिया बनी। उन्होंने जिस प्रकार से अपनी भावनाओं को निचोड़ कर अपनी कविताओं में डाला वो बिल्कुल अलग था। उनकी इसी श्रेष्ठता ने Sarojini Naidu को 20वीँ सदी की सबसे महानतम कवियित्री बना दिया था।

Sarojini Naidu

उनके वैवाहिक जीवन की शुरुआत भी 19 वर्ष की आयु में ही हो गयी थी जब वे लंदन में अपनी शिक्षा पूर्ण कर रहीं थीं। एक चिकित्सक गोविंदराजुलु नायडू से प्रेम होने पर उन्होंने अपने इस प्रेम रिश्ते को पति-पत्नी के रिश्ते में बदल लिया। उनके चार बच्चे जयसूर्या, पद्मजा, रणधीर और लीला मग्न हुए। इंग्लैंड में गाँधी जी से मिलने और उनकी सादगी से प्रभावित होने के के पश्चात सरोजिनी ने राजनीति की तरफ रुख किया और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। उन्होंने कई सामाजिक मुद्दों पर कार्य करते हुए अपना अतुलनीय योगदान दिया।

Special Story : कहाँ गए वो फुर्सत के रात दिन !!!