Chhattisgarh : सड़क दुर्घटना में तीन महिलाओं की मौत, 20 घायल

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Chhattisgarh News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:22 PM
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Chhattisgarh : बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सड़क दुर्घटना में तीन महिलाओं की मौत हो गई तथा 20 अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

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पुलिस अधिकारियों बताया कि जिले के कसडोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत ठकुरदिया गांव में सड़क दुर्घटना में तीन महिलाओं राधा मानिकपुरी (50), कचरा मानिकपुरी (55) और भूरी बाई मानिकपुरी (58) की मौत हो गई तथा 20 अन्य घायल हो गए हैं। मृतका राधा और कचरा सगी बहनें हैं।

कसडोल थाना के प्रभारी कैलाश चंद्र दास ने बताया कि कुछ ग्रामीण एक ट्रैक्टर में सवार होकर विवाह कार्यक्रम में शामिल होने खैंदा गांव से तुरतुरिया गांव गए थे। वापसी के दौरान देर रात जब वह तुरतुरिया गांव में मंदिर का दर्शन कर खैंदा गांव वापस लौट रहे थे तब ठकुरदिया गांव के करीब ट्रैक्टर ​अनियंत्रित होकर पलट गया।

दास ने बताया कि इस घटना में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई तथा एक अन्य ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

उन्होंने बताया कि जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

Covid-19 : कोरोना पर दिल्ली सरकार की करीबी नजर, कल सीएम करेंगे समीक्षा

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Covid-19 : कोरोना पर दिल्ली सरकार की करीबी नजर, कल सीएम करेंगे समीक्षा

Bhardwaj
Delhi government's close watch on Corona, CM will review tomorrow
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:51 AM
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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को इस संबंध में समीक्षा बैठक करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यह जानकारी दी।

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भारद्वाज ने लोगों को आश्वस्त किया कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की दर कम है। राष्ट्रीय राजधानी में मामलों में वृद्धि के मद्देनजर बृहस्पतिवार को कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए उन्होंने बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा निदेशक, महामारी विज्ञानी और विषाणु विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने कहा कि हमने स्थिति की समीक्षा की। हमने अस्पतालों को लक्षण वाले मरीजों को कोरोना वायरस संबंधी जांच का सुझाव दिया है। अस्पताल आने वाले लोगों से मास्क लगाने की अपील की गई है।

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मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग शुक्रवार को केजरीवाल को स्थिति के बारे में सूचित करेगा, जिसके बाद वह सरकार को दिशा निर्देश जारी करेंगे। मुख्यमंत्री को अन्य राज्यों में कोविड-19 की स्थिति और मामलों में वृद्धि से वे कैसे निपट रहे हैं, इस बारे में सूचित किया जाएगा। भारद्वाज ने कहा कि नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग से भी जांच की जा रही है। अब तक कुछ चिंताजनक नहीं मिला है।

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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल 31 अगस्त के बाद पहली बार कोविड-19 के मामले बढ़कर 300 हो गए, जबकि संक्रमण दर बढ़कर 13.89 प्रतिशत हो गई। बुधवार को कोविड-19 संक्रमण से दो मरीजों की मौत की भी सूचना है। इसकी जानकारी साझा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि संक्रमण से जिन मरीजों की मृत्यु हुई, वे बुजुर्ग थे और गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे। उनकी मृत्यु का प्राथमिक कारण कोरोना वायरस नहीं था। दिल्ली में 31 अगस्त को कोविड-19 के 377 मामले आए थे। दो मरीजों की मृत्यु हुई थी, जबकि संक्रमण दर 2.58 प्रतिशत थी।

Rajasthan News : राहुल गांधी की आवाज दबाना चाहती है केंद्र सरकार : सचिन पायलट

देश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामलों में तेजी से इजाफा होने के बीच राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के दैनिक मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली में पिछले कुछ महीनों से कोविड-19 के मामलों में कमी देखी गई है। महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार 16 जनवरी को मामले घटकर शून्य हो गए थे। नये मामले आने के साथ दिल्ली में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20,09,361 हो गई, जबकि मृतक संख्या 26,526 हो गई है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Rajasthan News : राहुल गांधी की आवाज दबाना चाहती है केंद्र सरकार : सचिन पायलट

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:33 AM
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Rajasthan News : जयपुर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अडाणी मामले को लेकर मुखर रूप से बोल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आवाज दबाना चाहती है।

इसके साथ ही पायलट ने कहा क‍ि राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने से लेकर उसके बाद तक का सारा घटनाक्रम देश के लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा सवाल है।

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सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से ‘अयोग्य’ ठहराए जाने पर पायलट ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा कि इतनी फुर्ती से काम करने की जो मंशा दिख रही है, उसमें मुझे कहीं न कहीं राजनीतिक एजेंडा नजर आता है। (अदालत का) फैसला आना, (राहुल गांधी को) लोकसभा से निकाल देना और (सरकारी) मकान खाली करवाना... ये सभी राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से भरे हुए कदम नजर आते हैं।

जेपीसी नहीं चाहती है केंद्र सरकार

पायलट ने आगे कहा कि भारत सरकार के खिलाफ जो भी आवाज बुलंद करेगा, संसद में बोलने की कोशिश करेगा, उसे दबाया जाएगा। राहुल गांधी अडाणी मुद्दे को लेकर जितने मुखर रूप से बोल रहे हैं... उसे देखते हुए लगता है कि सरकार उनकी आवाज दबाना चाहती है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने पहली बार देखा है क‍ि केंद्र सरकार ने बिना चर्चा के 45 लाख करोड़ रुपये का बजट पारित करवा दिया। सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्‍य सदन को चलने नहीं दे रहे हैं, क्‍योंकि वे चर्चा चाहते ही नहीं हैं। वे संयुक्‍त संसदीय समिति (जेपीसी) चाहते ही नहीं हैं। मुझे लगता है कि ये जो पूरा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है, वह देश के लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा सवाल है और जनता इस बात को समझ रही है।

जयपुर बम धमाकों का मुद्दा

पायलट ने जयपुर में सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में चार आरोपियों को उच्‍च न्‍यायालय द्वारा बरी किए जाने को गंभीर मुद्दा बताया।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा विषय है। जो भी संबद्ध विभाग है, उसकी जांच होनी चाह‍िए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार को तुरंत अपील करनी चाह‍िए, ताकि प्रभावित लोगों को न्‍याय म‍िल सके।

स्वास्थ्य का अधिकार (आरटीएच) विधेयक के खिलाफ निजी चिकित्सकों के आंदोलन पर पायलट ने कहा कि किसी भी पक्ष को अड़ियल रवैया नहीं रखना चाह‍िए।

निजी चिकित्सकों का रुख भी सुना जाए

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सरकार की मंशा सही हो सकती है कि हम ‘यूनिवर्सल हेल्थ’ के लक्ष्य पर खरे उतरें। लेकिन आज जो हालात बने हैं, उसमें मुझे लगता है कि सरकार को हड़ताली चिकित्सा कर्मियों की बात सुनकर कहीं न कहीं ऐसा रास्‍ता भी निकालना चाहिए कि आम जनता प्रभावित न हो। निजी अस्पतालों और चिकित्सकों के रुख को भी सुना जाना चाहिए। Rajasthan News

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