UP MLC Election: यूपी एमएलसी चुनाव के लिए भाजपा ने जारी की 30 उम्मीदवारों की सूची, यहां देखें




Yogi Cabinet 2022 : उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। योगी के पुराने मंत्रिमंडल में शामिल 11 मंत्री चुनाव हार चुके हैं तो कई नए युवा चेहरे और महिलाएं हैं जो ऐतिहासिक जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे है। योगी के मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर पिछले दो दिनों से दिल्ली में खांका खींचा जा रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार सरकार में जहां नए चेहरे दिखायी देंगे वहीं दूसरी तरफ संगठन में भी बदलाव तय माना जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सरकार में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं जिससे प्रदेश अध्यक्ष को लेकर नए नामों की चर्चा भी शुरू हो गई है। सूत्रों की माने तो इस बार योगी का मंत्रिमंडल का गठन, मिशन 2024 को ध्यान में रखकर किया गया है।
चुनाव में जीत के बाद अब ये अटकलें लगाई जा रही है कि कौन योगी के मंत्रिमंडल में शामिल होगा और कौन बाहर होगा। संगठन में क्या बदलाव होंगे। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के रहते भाजपा को जो जीत मिली है क्या इसका लाभ उन्हें मिलेगा और वो डिप्टी सीएम की कुर्सी तक पहुंचने में कामयाब रहेंगे। ऐसी चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश अध्यक्ष थे। भाजपा को शानदार जीत मिली थी जिसका इनाम उन्हें मिला था और सरकार में डिप्टी सीएम की कुर्सी मिली थी। हालांकि इस बार वह चुनाव हार गए हैं जिससे उनके राजनीतिक कद को बड़ा धक्का लगा है। बहरहाल अब क्या केशव की तरह ही स्वतंत्र देव सिंह को भी डिप्टी सीएम की कुर्सी मिलेगी। इस पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं।
ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि स्वतंत्र देव को सरकार में बड़ी भूमिका मिल सकती है। हालांकि स्वतंत्र देव सिंह योगी की पिछली सरकार में भी परिवहन मंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। क्या इस बार वह डिप्टी सीएम बनेंगे, इसका जवाब 25 मार्च को मिल जाएगा। लेकिन एक बात तो तय है कि यदि स्वतंत्र देव सिंह संगठन में गए तो फिर भाजपा को अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटना होगा। भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा।
अटकलें लगाईं जा रही हैं कि योगी की सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके डॉ. दिनेश शर्मा को सरकार से हटाकर संगठन में लाया जाएगा और उन्हें प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। दिनेश शर्मा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में यूपी का प्रदेश अध्यक्ष उनके लिए कितना मुफीद साबित होगा यह तो समय बताएगा, लेकिन दिनेश शर्मा के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की चर्चा भी जोरों पर हैं। उन्हें संगठन या सरकार में बड़ी भूमिका दी जा सकती है।
भाजपा के भीतर योगी आदित्यनाथ का एक ऐसे नेता के रूप में उभरना जो अपनी हिंदुत्व छवि और विकास के दम पर यूपी में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रहे। योगी ने खुद के लिए मजबूत जनादेश प्राप्त करने से पार्टी में भी समीकरण बदल सकते हैं।
Yogi Cabinet 2022 : उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। योगी के पुराने मंत्रिमंडल में शामिल 11 मंत्री चुनाव हार चुके हैं तो कई नए युवा चेहरे और महिलाएं हैं जो ऐतिहासिक जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे है। योगी के मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर पिछले दो दिनों से दिल्ली में खांका खींचा जा रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार सरकार में जहां नए चेहरे दिखायी देंगे वहीं दूसरी तरफ संगठन में भी बदलाव तय माना जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सरकार में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं जिससे प्रदेश अध्यक्ष को लेकर नए नामों की चर्चा भी शुरू हो गई है। सूत्रों की माने तो इस बार योगी का मंत्रिमंडल का गठन, मिशन 2024 को ध्यान में रखकर किया गया है।
चुनाव में जीत के बाद अब ये अटकलें लगाई जा रही है कि कौन योगी के मंत्रिमंडल में शामिल होगा और कौन बाहर होगा। संगठन में क्या बदलाव होंगे। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के रहते भाजपा को जो जीत मिली है क्या इसका लाभ उन्हें मिलेगा और वो डिप्टी सीएम की कुर्सी तक पहुंचने में कामयाब रहेंगे। ऐसी चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश अध्यक्ष थे। भाजपा को शानदार जीत मिली थी जिसका इनाम उन्हें मिला था और सरकार में डिप्टी सीएम की कुर्सी मिली थी। हालांकि इस बार वह चुनाव हार गए हैं जिससे उनके राजनीतिक कद को बड़ा धक्का लगा है। बहरहाल अब क्या केशव की तरह ही स्वतंत्र देव सिंह को भी डिप्टी सीएम की कुर्सी मिलेगी। इस पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं।
ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि स्वतंत्र देव को सरकार में बड़ी भूमिका मिल सकती है। हालांकि स्वतंत्र देव सिंह योगी की पिछली सरकार में भी परिवहन मंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। क्या इस बार वह डिप्टी सीएम बनेंगे, इसका जवाब 25 मार्च को मिल जाएगा। लेकिन एक बात तो तय है कि यदि स्वतंत्र देव सिंह संगठन में गए तो फिर भाजपा को अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटना होगा। भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा।
अटकलें लगाईं जा रही हैं कि योगी की सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके डॉ. दिनेश शर्मा को सरकार से हटाकर संगठन में लाया जाएगा और उन्हें प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। दिनेश शर्मा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में यूपी का प्रदेश अध्यक्ष उनके लिए कितना मुफीद साबित होगा यह तो समय बताएगा, लेकिन दिनेश शर्मा के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की चर्चा भी जोरों पर हैं। उन्हें संगठन या सरकार में बड़ी भूमिका दी जा सकती है।
भाजपा के भीतर योगी आदित्यनाथ का एक ऐसे नेता के रूप में उभरना जो अपनी हिंदुत्व छवि और विकास के दम पर यूपी में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रहे। योगी ने खुद के लिए मजबूत जनादेश प्राप्त करने से पार्टी में भी समीकरण बदल सकते हैं।

Yogi cabinet 2022 : यूपी में योगी सरकार (Yogi cabinet) के शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक भव्य समारोह में 25 मार्च को शपथ (Yogi cabinet oath) लेंगे जिसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री के अलावा सोनिया गांधी, प्रिंयका गांधी समेत सभी दिग्गज नेताओं को आमंत्रण भेजा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस शपथ ग्रहण की खास बात यह है कि इसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पा रहे लाभार्थियों को भी बुलाने की बात कही जा रही है। करीब 50 हजार लोगों के समारोह में एकत्रित होने की उम्मीद की जा रही है।
पांच साल के सफल कार्यकाल के बाद यूपी की सत्ता में वापसी कर अपनी पार्टी खुद के लिए 37 साल पुराना मिथक तोड़कर इतिहास रचने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को शहीद पथ स्थित इकाना स्टेडियम में होगा। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में महिलाओं और युवाओं को खास तवज्जो मिलेगी। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर बाद आयोजित होगा।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। इकाना स्टेडियम में प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर योगी की पार्टी नेतृत्व के साथ मन्त्रणा हो चुकी है। यूपी में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को क्रमशः पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया। शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को मुख्यमंत्री के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
योगी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी के शपथ ग्रहण में कौन कौन सी हस्तियां पहुंचती हैं। पिछली बार जब योगी यूपी के सीएम बने थे तब रमाबाई स्थल पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें मुलायम और अखिलेश यादव भी पहुंचे थे लेकिन सोनिया और प्रियंका को न्यौता नहीं भेजा गया था। इस बार इन दोनों नेताओं को भी बुलाने की तैयारी की जा रही है।
Yogi cabinet 2022 : यूपी में योगी सरकार (Yogi cabinet) के शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक भव्य समारोह में 25 मार्च को शपथ (Yogi cabinet oath) लेंगे जिसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री के अलावा सोनिया गांधी, प्रिंयका गांधी समेत सभी दिग्गज नेताओं को आमंत्रण भेजा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस शपथ ग्रहण की खास बात यह है कि इसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पा रहे लाभार्थियों को भी बुलाने की बात कही जा रही है। करीब 50 हजार लोगों के समारोह में एकत्रित होने की उम्मीद की जा रही है।
पांच साल के सफल कार्यकाल के बाद यूपी की सत्ता में वापसी कर अपनी पार्टी खुद के लिए 37 साल पुराना मिथक तोड़कर इतिहास रचने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को शहीद पथ स्थित इकाना स्टेडियम में होगा। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में महिलाओं और युवाओं को खास तवज्जो मिलेगी। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर बाद आयोजित होगा।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। इकाना स्टेडियम में प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर योगी की पार्टी नेतृत्व के साथ मन्त्रणा हो चुकी है। यूपी में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को क्रमशः पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया। शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को मुख्यमंत्री के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
योगी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी के शपथ ग्रहण में कौन कौन सी हस्तियां पहुंचती हैं। पिछली बार जब योगी यूपी के सीएम बने थे तब रमाबाई स्थल पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें मुलायम और अखिलेश यादव भी पहुंचे थे लेकिन सोनिया और प्रियंका को न्यौता नहीं भेजा गया था। इस बार इन दोनों नेताओं को भी बुलाने की तैयारी की जा रही है।