Uttrakhand 2022 मोदी फैक्टर का जवाब देने के लिए फिर मैदान में राहुल प्रियंका की जोड़ी

Uttrakhand 2022 : उत्तराखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव (Uttrakhand 2022) में भाजपा जहां पूरी तरह से मोदी फैक्टर पर निर्भर नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस ने मोदी फैक्टर का जवाब देने के लिए खास रणनीति बनाई है। जिसके तहत उत्तराखंड में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के कार्यक्रम तय किए गए हैं।
उत्तराखंड में सत्ता पाने के लिए भाजपा, कांग्रेस ने पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए स्टार प्रचारकों के अलावा हर तरह से जनता के वोट को हासिल करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के मुद्दे कुछ भी हो, लेकिन राजनीतिक दल अपने-अपने बड़े चेहरों को मैदान में लाकर अपना पक्ष मजबूत करने में जुटे है। भाजपा जहां मोदी फैक्टर पर फोकस कर रही तो कांग्रेस ने अब पूरी तरह से गांधी परिवार के जरिए समीकरण साधने की कोशिश शुरू कर दी है।
भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को अल्मोड़ा आ सकते हैं। 10 फरवरी को अल्मोड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इधर कांग्रेस अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को 10 फरवरी को तीसरी बार उत्तराखंड लाने में जुट गए हैं। इसके साथ ही महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 12 फरवरी को उत्तराखंड पहुंचेंगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी 10 फरवरी को श्रीनगर और अल्मोड़ा में रैली को संबोधित करेंगे। जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा 12 फरवरी को ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में रैली को संबोधित करेंगी।
कांग्रेस के दूसरे स्टार प्रचारक भी उत्तराखंड में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं, लेकिन ज्यादा फोकस राहुल और प्रियंका पर ही है। ऐसे में कांग्रेस ने अंतिम समय में राहुल प्रियंका की ज्यादा से ज्यादा रैलियां उत्तराखंड में रखी हैं। इससे पहले राहुल 2 बार और प्रियंका एक बार उत्तराखंड आ चुके हैं। राहुल देहरादून और हरिद्वार में रैली को संबोधित कर चुके हैं, जबकि प्रियंका देहरादून में घोषणा पत्र लागू करने के साथ ही 3 विधानसभाओं में रैली, पदयात्रा कर चुकी हैं। कांग्रेस इस समय उत्तराखंड में किसी भी सूरत में सत्ता पाने की कोशिश में जुटी है।
कांग्रेस हाईकमान इसे 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी मान कर चल रही है। ऐसे में मोदी फैक्टर को उत्तराखंड चुनाव में फेल करने के लिए कांग्रेस ने गांधी परिवार के भरोसे अपना वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश में जुट गया है। इसके लिए कांग्रेस ने नई रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस पार्टी 2017 में 11 सीटें ही जीतकर आई थी। जबकि भाजपा 57 सीटें के प्रचंड बहुमत से सरकार बना चुका है। अब भाजपा को सत्ता से दूर करने और कांग्रेस की सरकार को लाने के लिए कांग्रेस के पास आखिरी दांव यही माना जा रहा है।
Uttrakhand 2022 : उत्तराखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव (Uttrakhand 2022) में भाजपा जहां पूरी तरह से मोदी फैक्टर पर निर्भर नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस ने मोदी फैक्टर का जवाब देने के लिए खास रणनीति बनाई है। जिसके तहत उत्तराखंड में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के कार्यक्रम तय किए गए हैं।
उत्तराखंड में सत्ता पाने के लिए भाजपा, कांग्रेस ने पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए स्टार प्रचारकों के अलावा हर तरह से जनता के वोट को हासिल करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के मुद्दे कुछ भी हो, लेकिन राजनीतिक दल अपने-अपने बड़े चेहरों को मैदान में लाकर अपना पक्ष मजबूत करने में जुटे है। भाजपा जहां मोदी फैक्टर पर फोकस कर रही तो कांग्रेस ने अब पूरी तरह से गांधी परिवार के जरिए समीकरण साधने की कोशिश शुरू कर दी है।
भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को अल्मोड़ा आ सकते हैं। 10 फरवरी को अल्मोड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इधर कांग्रेस अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को 10 फरवरी को तीसरी बार उत्तराखंड लाने में जुट गए हैं। इसके साथ ही महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 12 फरवरी को उत्तराखंड पहुंचेंगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी 10 फरवरी को श्रीनगर और अल्मोड़ा में रैली को संबोधित करेंगे। जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा 12 फरवरी को ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में रैली को संबोधित करेंगी।
कांग्रेस के दूसरे स्टार प्रचारक भी उत्तराखंड में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं, लेकिन ज्यादा फोकस राहुल और प्रियंका पर ही है। ऐसे में कांग्रेस ने अंतिम समय में राहुल प्रियंका की ज्यादा से ज्यादा रैलियां उत्तराखंड में रखी हैं। इससे पहले राहुल 2 बार और प्रियंका एक बार उत्तराखंड आ चुके हैं। राहुल देहरादून और हरिद्वार में रैली को संबोधित कर चुके हैं, जबकि प्रियंका देहरादून में घोषणा पत्र लागू करने के साथ ही 3 विधानसभाओं में रैली, पदयात्रा कर चुकी हैं। कांग्रेस इस समय उत्तराखंड में किसी भी सूरत में सत्ता पाने की कोशिश में जुटी है।
कांग्रेस हाईकमान इसे 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी मान कर चल रही है। ऐसे में मोदी फैक्टर को उत्तराखंड चुनाव में फेल करने के लिए कांग्रेस ने गांधी परिवार के भरोसे अपना वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश में जुट गया है। इसके लिए कांग्रेस ने नई रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस पार्टी 2017 में 11 सीटें ही जीतकर आई थी। जबकि भाजपा 57 सीटें के प्रचंड बहुमत से सरकार बना चुका है। अब भाजपा को सत्ता से दूर करने और कांग्रेस की सरकार को लाने के लिए कांग्रेस के पास आखिरी दांव यही माना जा रहा है।








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