Astrology क्यों आता है मोटापा, ज्योतिष के अनुसार जानिए कारण और उपाय

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Astrology क्यों आता है मोटापा, ज्योतिष के अनुसार जानिए कारण और उपाय
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 04:54 AM
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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोटापा (obesity) एक आम समस्या बन गई है। बिगड़े खानपान (diet),  तनाव (stress) या और कई अन्य कारणों से मोटापा (obesity) हो सकता है। मोटापा (obesity) बढ़ने के कारण कई गंभीर बीमारियों के होने की आशंका होती है। मोटापा कम करने के लिए लोग जिम या योग (Yoga) सेंटर भी जाते हैं। यही नहीं कुछ अन्य उपाय भी करते हैं, लेकिन इसके बाद भी मोटापा कम नहीं होता है। ऐसे में ज्योतिषी (Astrology) उपायों से मोटापे को कम किया जा सकता है।

ज्योतिष जानकारों के अनुसार किसी भी उम्र में हार्मोन्स के कारण मोटापे की समस्या हो सकती है। लेकिन हार्मोन से संबंधित समस्या ग्रहों में दोष के कारण भी हो सकती है। मोटापे की समस्या चंद्रमा या शुक्र के कारण होती है। ये समस्या मेष, कर्क, वृश्चिक, मीन, वृष, तुला और मकर राशि मे ज्यादा होती है।

हार्मोन्स के कारण मोटापा दूर करने के उपाय यदि हार्मोन्स की गड़बड़ी के कारण आपको मोटापा चढ़ रहा है तो आप यह उपाय कर सकते हैं। सोमवार का व्रत करें। चांदी के गिलास में पानी पीना शुरू करें। समान वजन का एक मोती और एक मूंगा धारण करें। सफेद चंदन को अपने कंठ पर लगाएं। ये उपाय करने से मोटापा आपके शरीर से बहुत जल्द कम हो जाएगा। मुख्य रुप से बृहस्पति ही मोटापे का कारण है। बृहस्पति के कारण शरीर में वसा जमा होती है। कई बार चंद्रमा और शुक्र मोटापा बढ़ा देते हैं। मंगल, शनि और राहु शरीर को दुबला-पतला बनाए रखते हैं। कुंडली की अलग-अलग दशाओं में भी मोटापा घटता-बढ़ता है।

मोटापा दूर भगाने के ज्योतिषी उपाय

जन्म से मोटे हों तो- चंद्रमा के मजबूत होने पर बच्चा जन्म से गोलमटोल होता है। ज्यादातर मामलों में बाद में ऐसे बच्चे दुबले हो जाते हैं। ऐसे में बच्चे को हफ्ते में दो बार पंचामृत पिलाना चाहिए। इसके अलावा बच्चे को रोजाना तांबे के बर्तन में पानी पिलाना चाहिए।

9-30 साल की उम्र में हों मोटे हो तो- आमतौर पर इसके पीछे राहु और बृहस्पति ग्रह होते हैं। बृहस्पति के कारण भोजन के लिए लालच बढ़ जाता है और राहु के कारण व्यक्ति को उल्टा-सीधा खाने की आदत होती है। इसी वजह से मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है।

उपाय- इसके लिए नियमित रूप से नींबू पानी पीना चाहिए। शाम के बाद भारी खाना नहीं चाहिए। पालथी मारकर बैठकर खाना खाना चाहिए। इसके साथ ही एक ओनक्स रत्न जरूर धारण करें।

शादी के बाद हो गए हों मोटे- अगर शादी के बाद मोटे हो गए हो तो इसका कारण चंद्रमा, शुक्र और बृहस्पति हो सकता है। खान-पान और रसाइनों में बदलाव के कारण व्यक्ति मोटा हो जाता है। ऐसा कर्क, वृश्चिक, मीन, वृष, कन्या और मकर राशि वालों के साथ ज्यादा होता है।

उपाय- शादी के बाद हीरा और पुखराज सोच-समझकर पहनें। रोजाना सुबह सूर्य को रोली मिलाकर जल अर्पित करें। रेशम का एक लाल धागा कमर में नाभि के ऊपर बांधें। सोते समय अपना सिर पूर्व दिशा में रखें।

यशराज कनिया कुमार, वैदिक ज्योतिषी

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Pital Ke Bartan : भाग्य चमकाते हैं पीतल के बर्तन, जानें अचूक फायदें

Pital ke bartan
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calendar11 Dec 2021 05:37 PM
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Pital Ke Bartan : प्राचीन काल में पीतल और चांदी के बर्तन में खाने का रिवाज सेहत और ज्योतिष दोनों से जुड़ा था, लेकिन समय के साथ यह परंपरा खत्म हो गई, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पीतल के बर्तन सेहत के साथ ही तकदीर को चमकाने वाले भी होते हैं। पीतल के बर्तन शुभता के प्रतीक होते हैं। इन्हें घर में रखना और इनका प्रयोग करना सोए भाग्य को चमका सकता है। आइए जानते हैं...

पीतल के बर्तन का महत्व ज्योतिष व धार्मिक शास्त्रों में भी बताया गया है। ज्योतिष में पीतल देवगुरु बृहस्पति का प्रिय धातु है माना गया है और इसके प्रयोग से बृहस्पति ग्रह की शांत किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार ग्रह शांति व ज्योतिष अनुष्ठानों में पीतल के बर्तन दान में दिए जाते हैं। पीतल के बर्तन वैवाहिक कार्य में वेदी पढ़ने के लिए और कन्यादान में भी प्रयोग होता है।

1. यदि आपका भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा या भाग्य सोया हुआ है तो भाग्योदय के लिए आपको पीतल की कटोरी में चने की दाल को रात भर के लिए भिगोकर अपने सिराहने रखना होगा। अगले दिन इस दाल के साथ गुड़ मिलाकर किसी गाय को खिला दें। ये उपाय आपकी किस्मत के दरवाजे खोल देगा।

2. आर्थिक संकट झेल रहे लोगों को पीतल के पात्र में शुद्ध घी रखकर उसे भगवान श्रीकृष्ण को चढ़ाना चाहिए। इसके बाद इस प्रसाद रूपी घी को गरीबों में बांट देना चाहिए।

3. यदि घर में धन, वैभव और ऐश्वर्य के लिए आप वैभव लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो आपको माता के समक्ष पीतल के दीये में शुद्ध घी का दीपक ही जलाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी हो सकेगी।

4. यदि आपके घर में या आपके ऊपर से दुर्दिन या दुर्भाग्य का साया नहीं हट रहा तो आपको पीतल की कटोरी में दही भरकर अपने सोने वाले पलंग के नीचे रख देना चाहिए। अगले दिन इस दही को आप किसी पेड़ में डाल दें।

5. सौभाग्य और सुख-समृद्धि के लिए आपको गुरुवार के दिन पीतल के कलश में चने के दाल को भर कर विष्णु मंदिर में चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपके भाग्य खुल जाएंगे।

याद रखें कभी भी पीतल के बर्तन में खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए। यदि आप उसे टोटके लिए प्रयोग कर रहे तो उसे कभी किसी को खाने के लिए न दें, क्योंकि यह जहर समान होता है।

यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिषी

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Pital Ke Bartan : भाग्य चमकाते हैं पीतल के बर्तन, जानें अचूक फायदें

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calendar11 Dec 2021 05:37 PM
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Pital Ke Bartan : प्राचीन काल में पीतल और चांदी के बर्तन में खाने का रिवाज सेहत और ज्योतिष दोनों से जुड़ा था, लेकिन समय के साथ यह परंपरा खत्म हो गई, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पीतल के बर्तन सेहत के साथ ही तकदीर को चमकाने वाले भी होते हैं। पीतल के बर्तन शुभता के प्रतीक होते हैं। इन्हें घर में रखना और इनका प्रयोग करना सोए भाग्य को चमका सकता है। आइए जानते हैं...

पीतल के बर्तन का महत्व ज्योतिष व धार्मिक शास्त्रों में भी बताया गया है। ज्योतिष में पीतल देवगुरु बृहस्पति का प्रिय धातु है माना गया है और इसके प्रयोग से बृहस्पति ग्रह की शांत किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार ग्रह शांति व ज्योतिष अनुष्ठानों में पीतल के बर्तन दान में दिए जाते हैं। पीतल के बर्तन वैवाहिक कार्य में वेदी पढ़ने के लिए और कन्यादान में भी प्रयोग होता है।

1. यदि आपका भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा या भाग्य सोया हुआ है तो भाग्योदय के लिए आपको पीतल की कटोरी में चने की दाल को रात भर के लिए भिगोकर अपने सिराहने रखना होगा। अगले दिन इस दाल के साथ गुड़ मिलाकर किसी गाय को खिला दें। ये उपाय आपकी किस्मत के दरवाजे खोल देगा।

2. आर्थिक संकट झेल रहे लोगों को पीतल के पात्र में शुद्ध घी रखकर उसे भगवान श्रीकृष्ण को चढ़ाना चाहिए। इसके बाद इस प्रसाद रूपी घी को गरीबों में बांट देना चाहिए।

3. यदि घर में धन, वैभव और ऐश्वर्य के लिए आप वैभव लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो आपको माता के समक्ष पीतल के दीये में शुद्ध घी का दीपक ही जलाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी हो सकेगी।

4. यदि आपके घर में या आपके ऊपर से दुर्दिन या दुर्भाग्य का साया नहीं हट रहा तो आपको पीतल की कटोरी में दही भरकर अपने सोने वाले पलंग के नीचे रख देना चाहिए। अगले दिन इस दही को आप किसी पेड़ में डाल दें।

5. सौभाग्य और सुख-समृद्धि के लिए आपको गुरुवार के दिन पीतल के कलश में चने के दाल को भर कर विष्णु मंदिर में चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपके भाग्य खुल जाएंगे।

याद रखें कभी भी पीतल के बर्तन में खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए। यदि आप उसे टोटके लिए प्रयोग कर रहे तो उसे कभी किसी को खाने के लिए न दें, क्योंकि यह जहर समान होता है।

यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिषी